जोधपुर. 'वेड इन राजस्थान' थीम पर रॉयल और रूरल डेस्टिनेशन वेडिंग को बढ़ावा देने के उद्देश्य से राजस्थान पर्यटन विभाग और फेडरेशन ऑफ हॉस्पिटैलिटी एंड टूरिज्म ऑफ राजस्थान (एफएचटीआर) के संयुक्त तत्वावधान में 13 से 15 सितंबर को जयपुर के बिड़ला ऑडिटोरियम में चौथा राजस्थान डोमेस्टिक ट्रैवल मार्ट (आरडीटीएम) आयोजित होगा. इसके स्टेक होल्डर की बुधवार की जोधपुर के उम्मेद भवन में मीटिंग हुई. इसकी थीम 'वेडिंग इन इंडिया-अपॉर्चुनिटी फॉर राजस्थान' रखी गई.
राजस्थान की संस्कृति से जुड़ने का मौका : इस दौरान संबोधित करते हुए पूर्व महाराजा गजसिंह ने कहा कि डेस्टिनेशन वेडिंग ट्रेंड में है. जब देश-विदेश से लोग आकर राजस्थान में डेस्टिनेशन वेडिंग करेंगे तो इससे दुनिया को राजस्थान की गौरवान्वित करने वाली संस्कृति से जुड़ने का मौका मिलेगा. साथ ही स्थानीय लोगों के लिए रोजगार के अवसर भी बढ़ेंगे. उन्होंने कहा कि पीएम की डेस्टिनेशन वेडिंग देश में ही करने की बात का असर भी हुआ है.
पर्यटन को लगेंगे पंख : पर्यटन विभाग की प्रमुख शासन सचिव गायत्री राठौड़ ने कहा कि पर्यटन बिना धुएं वाला उद्योग है, जिससे कई घरों के चूल्हे जलते हैं. अब हम एक्सपीरिएंशियल टूरिज्म की ओर बढ़ रहे हैं. पर्यटक हमारे यहां आते हैं, वे अच्छा अनुभव करें, ये अनुभव जब दुनिया तक पहुंचेंगे तो पर्यटन को पंख लगेंगे. उन्होंने बताया कि डेस्टिनेशन वेडिंग में पश्चिमी राजस्थान में जोधपुर उभर कर आया है. यहां बड़ी शादियां भी हुईं हैं. अगर पूरे प्रदेश की बात करें तो हजारों शादियां हुईं हैं, जिसका फायदा सभी को मिलता है. जयपुर में होने वाली मीट में हम सभी स्टेक होल्डर्स से बात कर उनकी परेशानियां भी जानेंगे. हमारे विभाग से जुड़ने से भी उनका फायदा होगा, उनका महत्व भी बढ़ेगा.
एफएचटीआर और होटल एंड रेस्टोरेंट एसोसिएशन (एचआरएआर) के अध्यक्ष कुलदीप सिंह चंदेला ने कहा कि दुनिया में राजस्थान वेडिंग डेस्टिनेशन के लिए अलग पहचान रखता है. अब वेड इन राजस्थान को एक मुहीम बनाना है. जब यहां शादियां होंगी तो हर तरह के लोकल वेंडर को रोजगार मिलेगा. बता दें कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने गत दिनों कहा था कि देश के लोग विदेश में जाकर डेस्टिनेशन वेडिंग कर रहे हैं, उन्हें देश में ही विवाह करना चाहिए. हमारे देश में विदेश से बहुत अच्छी जगह हैं. इसी क्रम में अब राजस्थान का पर्यटन विभाग और पर्यटन से जुड़ी इंडस्ट्रीज के लोग इसी को आगे बढ़ाने जा रहे हैं.