जयपुर. आज उत्तर-पूर्वी राजस्थान के ऊपर स्थित है, मानसून ट्रफ लाइन बीकानेर पर परिसंचरण तंत्र से होकर गुजर रही है. पूर्वी राजस्थान के अनेक भागों में मध्यम से तेज बारिश होने की संभावना है. बीकानेर संभाग के कुछ भागों में आगामी 5 से 6 दिन मध्यम और तेज बारिश होने की संभावना है. शेखावाटी क्षेत्र में भी कहीं-कहीं भारी बारिश होने की संभावना है. मौसम विभाग की ओर से ऑरेंज और येलो अलर्ट जारी किया गया है.
राजधानी जयपुर समेत अजमेर, कोटा, उदयपुर व भरतपुर संभाग में कहीं-कहीं भारी बारिश की गतिविधियां आगामी 5-7 दिन दर्ज होने की प्रबल संभावना है. इस सिलसिले में मौसम विज्ञान केंद्र जयपुर ने पूर्वानुमान जताया है. शनिवार को मौसम विभाग के अलर्ट के मुताबिक कई जिलों में सामान्य से अधिक बारिश दर्ज की जा सकती है. प्रदेश के अधिकतर जिलों में भारी और अति भारी बारिश की संभावना है. 22 जिलों के लिए बारिश का अलर्ट जारी किया गया है. इनमें बारां, बूंदी, कोटा, सवाईमाधोपुर और टोंक जिले के लिए ऑरेंज अलर्ट जारी किया गया है. इन सभी जिलों में भारी से अति भारी बारिश होने की संभावना है. जबकि अजमेर, अलवर, भरतपुर, भीलवाड़ा, चित्तौड़गढ़, दौसा, धौलपुर, जयपुर, झालावाड़, झुंझुनू, करौली, सीकर, बीकानेर, चूरू, हनुमानगढ़, नागौर और श्रीगंगानगर जिले के लिए येलो अलर्ट जारी किया है. इन सभी जिलों में मध्यम से अधिक बारिश होने के आसार हैं.
पश्चिमी राजस्थान में यहां मेघ मेहरबान : मौसम विभाग के अनुसार आज से पश्चिमी राजस्थान में बारिश की गतिविधियां थोड़ी तेज होगी. फिलहाल जोधपुर जिले के ओसियां में लगातार बारिश के बाद निकटवर्ती पांचला खुर्द और महादेव नगर के गांवों के खेत अभी भी जलमगन है. जल भराव को देखते हुए आज सुबह प्रशासन हरकत में आया और 50 से ज्यादा घरों और ढाणियों के चारों ओर पानी को देख कर चेराई पांचला रोड को तोड़ कर निकासी की. जैसलमेर के भणियाणा में 5 दिन बाद भी किसानों के अरमानों पर पानी फिरा हुआ है. मौसम साफ होने के बावजूद आज भी खेतों में फसलें डूबी हुई है. भणियाणा, रातडिया, रातिया नाडा , मेघरिखसर, उंचपदरा, बागथल, फुलासर सहित आसपास के सैंकड़ों गांव ढाणियां अभी तक जलमग्न है. किसानों और ग्रामीणों ने फसल खराबे और गिरे मकानों का मुआवजा दिलाने की मांग की है.
पूर्वी राजस्थान में बरसात की तस्वीर : पूर्वी राजस्थान पर भी मेघ मेहरबान नजर आ रहे हैं. यहां शनिवार सुबह करौली में रिमझिम बारिश के साथ दिन का आगाज हुआ. अलसुबह से जारी कभी मध्यम कभी रिमझिम बारिश का दौर जारी है. सुबह बरसात से लोगों की दिनचर्या भी प्रभावित होती दिखी. क्षेत्र में बरसात से नदी, बांध और तालाबों में जलस्तर बढ़ रहा है. उधर भरतपुर जिले के कई इलाकों में हल्की बूंदाबांदी से कई इलाकों में अब तक अच्छी बारिश हो चुकी है. सुबह से ही आसमान में काले बादल छाए हुए हैं. बांध और एनीकटों में पानी की आवक बनी हुई है.
डीग जिले में 4 दिन से हो रही बारिश के कारण डीग मेला ग्राउंड में पानी भरा हुआ है. 7 अगस्त को मेला ग्राउंड में प्रशासन की ओर से लगाए गए पौधे नष्ट हो गए हैं. ग़ौरतलब है कि 31 अगस्त से डीग का मेला प्रारंभ होगा. बारिश के चलते मेला ग्राउंड की कोई सफाई नहीं हो सकी है. मेले में बाहर से व्यापारियों का आना शुरू हो गया है. डीग शहर सहित आसपास के क्षेत्र में अभी भी बारिश का दौर जारी है. उधर राजधानी जयपुर में सुबह से ही मध्यम से तेज बारिश का दौर जारी है. जिसके कारण मौसम खुशनुमा हो गया है.
बीसलपुर बांध से जुड़ी अपडेट : अगस्त महीने की शुरुआत के साथ जारी बरसात के दौर के बीच बीसलपुर बांध में 7 दिन के दौरान 3 महीने का पानी आ चुका है. गौरतलब है कि इस बांध से जयपुर, अजमेर और टोंक में पेयजल की सप्लाई होती है,जहां हर दिन 2 सेंटीमीटर पानी इन शहरों में जाता है. बांध की कुल भराव क्षमता 315.50 आरएल मीटर है .शनिवार सुबह 6:00 बजे तक बांध में 311.96 RL मीटर पानी मौजूद था. वहीं बांध के जल का मुख्य स्रोत त्रिवेणी नदी फ़िलहाल 2.50 मीटर की ऊंचाई पर बह रही है. बांध में कुल भराव क्षमता का 45.26 प्रतिशत पानी मौजूद है. बांध में धीमी गति से पानी की आवक जारी है.