रांची: झारखंड के आसमान में मानसून के बादल उमड़ने घुमड़ने लगे हैं. संथाल के रास्ते झारखंड में दस्तक देते ही शरीर झुलसाने वाली गर्मी से राहत मिल चुकी है. पिछले कुछ दिनों से राज्य के ज्यादातर हिस्सों में प्री मानसून की बूंदे बरस चुकी हैं. लेकिन असली बारिश अब होने वाली है.
मौसम केंद्र के मुताबिक कल यानी 26 जून को उत्तर-पूर्वी क्षेत्र यानी देवघर, धनबाद, गोड्डा, गिरिडीह, दुमका, जामताड़ा, पाकुड़ और साहिबगंज में तेज हवा के साथ भारी बारिश की संभावना है. साथ ही दक्षिण-पूर्वी क्षेत्र यानी पूर्वी सिंहभूम, पश्चिमी सिंहभूम, सरायकेला-खरसांवा, सिमडेगा में ही भारी बारिश का अनुमान है. इस दौरान तेज हवा, मेघ गर्जन और वज्रपात के मद्देनजर मौसम केंद्र ने ऑरेंज अलर्ट भी जारी किया है.
मौसम केंद्र, रांची का कहना है कि आने वाले 30 जून तक राज्य के अलग-अलग हिस्सों में हल्के से मध्यम दर्जे की बारिश के आसार है. 28 जून को उत्तर-पश्चिमी यानी पलामू प्रमंडल क्षेत्र में भारी बारिश की संभावना जताई गयी है. जबकि 29 जून को संथाल के जिलों के अलावा रांची, गुमला, खूंटी, बोकारो, रामगढ़ और हजारीबाग में कहीं-कहीं भारी बारिश हो सकती है.
वर्षापात के आंकड़े चिंताजनक
झारखंड में 1 जून से 25 जून के बीच 139.9 मिमी सामान्य वर्षापात के मुकाबले महज 46.6 मिमी ही बारिश हुई है. इस मामले में गढ़वा 91 प्रतिशत, पाकुड़ में 88 प्रतिशत, पूर्वी सिंहभूम में 87 प्रतिशत, साहिबगंज में 85 प्रतिशत, कोडरमा में 82 प्रतिशत कम बारिश हुई है. सिर्फ धनबाद, पश्चिमी सिंहभूम, सरायकेला-खरसांवा और सिमडेगा ऐसे जिले हैं जहां औसत से 60 प्रतिशत से कम बारिश बारिश हुई है. शेष सभी जिलों में भी बहुत कम बारिश हुई है. राहत के लिहाज से देखे तो मानसून की एंट्री के बाद चिलचिलाती धूप और अधिकतम तापमान में कमी आई है. राज्य के सभी जिलों में अधिकतम तापमान का पारा 40 डिग्री सेल्सियस से नीचे आ गया है. पिछले 24 घंटे में पलामू के मनातू में सबसे ज्यादा 48 मिमी बारिश रिकॉर्ड हुई है.
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