फिरोजाबाद: गंगा जी से कांवड़ लाने वाले कांवड़ियों को किसी तरह कोई दिक्कत न हो इसके लिए यूपी के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ से अफसरों को सख्त निर्देश दिए गये है. लेकिन, फिरोजाबाद जिले में सरकार के ही अफसर मुख्यमंत्री के आदेशों को अनदेखा कर रहे है. यहां शिकोहाबाद इलाके में कांवड़ यात्रा मार्ग पर नालों का पानी भर गया है, जिससे कांवड़ियों को पवित्र गंगाजल लेकर गंदे पानी से होकर निकलने को मजबूर होना पड़ रहा है. आइये जानते है, कि यह दिक्कत क्यों पैदा हो रही है. और नगर पालिका इसको लेकर क्या कदम उठा रही है.
कांवड़ यात्रा सकुशल तरीके से सम्पन्न हो और कांवड़ियों को किसी भी तरह की दिक्कतें फेस न करनी पड़े यह मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ की शीर्ष प्राथमिकता में है. कांवड़ यात्रा शुरू होने से पहले ही मुख्यमंत्री ने अफसरों को हिदायत दी थी, कि कांवड़ यात्रा मार्ग में जहां मार्ग जर्जर या फिर अन्य कोई समस्या हो तो उसे समय रहते दूर कर लिया जाए.
मुख्यमंत्री के निर्देश पर तैयारियां हुयीं भी थी. लेकिन, बरसात ने इन सभी तैयारियों की पोल खोलकर रख दी. फिरोजाबाद की बात करें तो, यहां का एटा-शिकोहाबाद,शिकोहाबाद-बटेश्वर मार्ग कांवड़ यात्रा मार्ग है. सौरों जी से शिवभक्त कांवड़ लाते है और एटा,जसराना शिकोहाबाद, नसीरपुर होते हुए आगरा की प्रसिद्ध धार्मिक स्थली बटेश्वर में भगवान भोलेनाथ का अभिषेक करते है.जिस रास्ते से कांवड़िये बटेश्वर को जाते है, उसमें शिकोहाबाद कोतवाली और तहसील के सामने बरसात के दौरान जल भराव हो जाता है. जो फिलहाल बना हुआ है.
दरअसल में बर्षा पूर्व नालो की सफाई न होने के कारण बरसात का पानी निकल नहीं पता और सड़कों पर भर जाता है.इसी गंदे पानी से होकर कांवड़िये निकलने को मजबूर होते है.कांवड़िया राजेश ने बताया, कि जलभराव में फिसलने का खतरा रहता है. जिससे कांवड़ भी खंडित हो सकती है. इसके अलावा गंदे पानी से होकर गुजरने पर हम लोगों की भावना भी आहत होती है.
इस संबंध में नगर पालिका शिकोहाबाद के एग्जीक्यूटिव ऑफिसर सुरेंद्र प्रताप सिंह का कहना है, कि तेज बरसात में कुछ स्थानों पर जलभराव हो जाता है, जिसे विशेष इंतजाम के जरिये निकाल भी दिया जाता है.