कुचामनसिटी. भीषण गर्मी को देखते हुए कुचामनसिटी नगर परिषद की ओर से शुक्रवार को शहर की सड़कों पर पानी का छिड़काव किया गया. जब तक तापमान में कमी नहीं आती, ये दौर जारी रहेगा. कस्बे सहित क्षेत्र में शुक्रवार को भी पारा करीब 46 डिग्री रहने से आसमान से आग बरसती रही. शिक्षानगरी भट्टी की तरह तपती रही.
अभी तापमान के 47 डिग्री तक पहुंचने की संभावना के मद्देनजर प्रशासन ने एडवाइजरी जारी कर लोगों को सर्तकता बरतने की अपील की है. वहीं पेयजल किल्लत के साथ बार-बार बिजली की ट्रिपिंग आग में घी डालने का काम कर रही है. नगर परिषद कुचामनसिटी के आयुक्त पिंटू लाल जाट ने इस संबंध में आदेश जारी किए हैं. उधर इन आदेशों की पालना में दमकल के कर्मचारियों ने नगर परिषद के वाहनों से पानी का छिड़काव सड़कों पर शुरू कर दिया है. सड़कों पर पानी का छिड़काव होने से लोगों को भीषण गर्मी और लू के थपेड़ों से थोड़ी राहत मिली.
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गौरतलब है कि करीब सप्ताह भर से कुचामनसिटी में लू और झुलसाने वाली तेज गर्मी का असर बना हुआ है. इसके चलते लोगों का दोपहर के समय घरों से बाहर निकलना मुश्किल हो रहा है. करीब सप्ताह भर से तापमान लगभग 46 डिग्री सेल्सियस तापमान बना हुआ है. लू के कारण लोग बीमार हो रहे हैं.
बूंदी में पारा 46 डिग्री सेल्सियश के पार: गर्मी के तेवर तीखे होने से बून्दी का अधिकतम तापमान 46 डिग्री सेल्सियस के पार पहुंच गया. वहीं न्यूनतम तापमान 33 डिग्री सेल्सियस रहा. जबकि गुरुवार का तापमान 47.2 डिग्री सेल्सियस रहा। शनिवार और रविवार को मौसम विभाग की ओर से जिले में रेड अलर्ट घोषित किया गया है. जिसके चलते तापमान 48 डिग्री सेल्सियस तक पहुंचने की संभावना है. वहीं, 15 किलोमीटर प्रति घंटे की रफ्तार से गर्म हवा चलने का अनुमान है. जिला प्रशासन ने शुक्रवार को सड़कों पर पानी का छिड़काव करवाया.
स्वास्थ्य विभाग ने भी लू के प्रकोप के चलते अपील जारी की है. सीएमएचओ डॉ सामर ने बताया कि जहां तक सम्भव हो धूप में न निकलें, धूप में शरीर पूरी तरह से ढका हो. धूप में बाहर जाते समय हमेशा सफेद या हल्के रंग के ढीले व सूती कपड़ों का उपयोग करें. बहुत अधिक भीड़ व गर्म घुटन भरे कमरों से बचें. बिना भोजन किए बाहर न निकलें. रंगीन चश्मे एवं छतरी का प्रयोग करें. लू, तापघात से कुपोषित बच्चे, वृद्धजन, गर्भवती महिलाएं, शुगर और बीपी आदि के मरीज शीघ्र प्रभावित होते हैं. स्वास्थ्य संबंधी जरूरत होने पर तत्काल 108 को कॉल करें या नजदीकी स्वास्थ्य केंद्र पर लेकर जाएं.