हल्द्वानी: गर्मी का पारा चढ़ते ही हल्द्वानी कई क्षेत्रों में पानी का संकट भी गहराने लगा है. गौला का जलस्तर कम होने से बैराज से मिलने वाले पानी का प्रेशर भी कम हो जाता है. जिससे शहर के आखिरी छोर वाले घरों व ऊंचाई पर स्थित घरों में पर्याप्त पानी नहीं पहुंच पा रहा है.शहर के दमुवाढूंगा,बजूनियां हल्दू, गौजाजाली, तल्ली हल्द्वानी, इंद्रानगर, राजपुरा आदि क्षेत्रों में पानी की सबसे अधिक दिक्कत है. इस साल पर्याप्त बारिश न होने के कारण गौला के जलस्तर में अप्रैल से ही काफी गिरावट देखने को मिल रही है. जिससे पेयजल संकट के साथ ही सिंचाई के लिए पानी की उपलब्धता में लगातार कमी हो रही है.
वहीं जल संस्थान के अधिशासी अभियंता आरएस लोशाली का कहना है कि शहर के क्षेत्र में पेयजल की समस्या बनी हुई है लेकिन इसको लेकर विभाग तरफ से पूरी तैयारी है. गौला नदी से होने वाली वाटर सप्लाई के लिए फिल्टर प्लांट को रोजाना 35 एमलडी पानी की आवश्यकता है. लेकिन नदी में पानी कम होने के चलते आवश्यकता के अनुरूप पानी कम मिल रहा है. लेकिन अभी उतना संकट नहीं है, लेकिन मौसम को देखते हुए लोगों को पानी की बर्बादी स्वयं रोकनी होगी. वरना आगामी दिनों मे पानी की किल्लत से जूझना पड़ सकता है.
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उन्होंने बताया कि जिन इलाकों में पानी की समस्या बनी हुई है, वहां पर टैंकर के माध्यम से लोगों को पानी उपलब्ध कराया जा रहा है. इसके अलावा शहर में जहां कहीं भी नलकूप हैं, खराब होने की स्थिति में उनको तुरंत ठीक किया जा रहा है. अधिक गर्मी पड़ने के चलते पानी की खपत बढ़ गई है. पेयजल की कोई परेशानी ना हो, इसके लिए विभाग लोगों के साथ समन्वय बनकर काम कर रहा है.
रुद्रप्रयाग में जल संकट: रुद्रप्रयाग के कई क्षेत्रों में जल संकट गहराने लगा है. प्राकृतिक जल स्रोतों के जल स्तर पर भारी गिरावट देखने को मिल रही है, जो भविष्य के लिए शुभ संकेत नहीं हैं. इन दिनों तल्लानागपुर व बाबा केदार के शीतकालीन गद्दीस्थल ऊखीमठ क्षेत्र में सबसे अधिक जल संकट बना हुआ है. जल संस्थान विभाग की ओर से टैंकरों के माध्यम से ग्रामीणों को जल संकट से राहत दिलाने का प्रयास जारी है.