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झारखंड में भारी बारिश, खतरनाक स्तर से ऊपर पहुंचा खरकई-स्वर्णरेखा नदी का जलस्तर, सरयू राय ने लिया जायजा - Heavy Rain In Jharkhand

Heavy Rain In Jharkhand. झारखंड में लगातार का असर जमशेदरपुर के स्वर्णरेखा और खरकई नदी पर दिखने लगा है. दोनों नदियों का जलस्तर खतरे के निशान से ऊपर पहुंच गया है. जिला प्रशासन ने तटीय इलाके के लोगों को सुरक्षित स्थान पर रहने की व्यवस्था की है. हालात को देखते हुए सरयू राय ने तटीय इलाकों का दौरा किया है.

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नदी के बढ़ते जलस्तर का जायजा लेते सरयू राय (ETV BHARAT)
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By ETV Bharat Jharkhand Team

Published : Sep 17, 2024, 7:13 AM IST

जमशेदपुर: पिछले दो दिनों से लगातार बारिश से लोगों का जनजीवन अस्त-व्यस्त हो गया है. लगातार बारिश होने के कारण शहर के बीच बहने वाली खरकई और स्वर्णरेखा नदियों का जलस्तर खतरे के निशान को पार कर गया है, जिससे बाढ़ जैसे हालात पैदा हो गए हैं. यहां के हालात को देखते हुए जिला प्रशासन पूरी तरह अलर्ट है.

नदी में बढ़ते जल स्तर को देखते हुए जमशेदपुर पूर्वी विधानसभा के विधायक सरयू राय नदी के तटीय इलाके का दौरा किया. जिला प्रशासन ने भी हालात को देखते हुए नदी के तटीय इलाके में रहने वाले लोगों के लिए सुरक्षित स्थान चिन्हित कर उनके रहने की व्यवस्था करने के निर्देश दिए हैं.

जमशेदपुर पश्चिम के विधायक सह स्वास्थ्य मंत्री बन्ना गुप्ता ने जिला उपायुक्त को तटीय इलाके के लोगों के लिए सुरक्षित स्थान पर रहने, खाने और दवा की व्यापक व्यवस्था करने के निर्देश दिए हैं. जिला उपायुक्त अनन्य मित्तल ने बताया कि खरकई और स्वर्णरेखा नदी का जलस्तर खतरे के निशान के ऊपर है. जिसे देखते हुए लोगों को सुरक्षित ऊंचे स्थानों में रहने को कहा गया है. सामुदायिक भवन स्कूल में लोगों के रहने की व्यवस्था की गई है.

उपायुक्त ने बताया कि स्वर्णरेखा नदी का डेंजर लेबल 121.50 मीटर है जबकि वर्तमान पानी 121.58 मीटर तक पहुंच गया है. वहीं, खरकई नदी का डेंजर लेबल 129.00 मीटर है, जबकि पानी का वर्तमान लेवल 131.71 मीटर है. बता दें कि ओडिशा के बयांगबिल डैम का दो गेट खोलने से खरकई नदी का जलस्तर तेजी से बढ़ा है. चांडिल डैम के भी दो गेट खोले गए हैं, जिससे स्वर्णरेखा का जलस्तर बढ़ गया है.

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नदी में बढ़ते जल स्तर को देखते हुए जमशेदपुर पूर्वी विधानसभा के विधायक सरयू राय नदी के तटीय इलाके का दौरा किया. जिला प्रशासन ने भी हालात को देखते हुए नदी के तटीय इलाके में रहने वाले लोगों के लिए सुरक्षित स्थान चिन्हित कर उनके रहने की व्यवस्था करने के निर्देश दिए हैं.

जमशेदपुर पश्चिम के विधायक सह स्वास्थ्य मंत्री बन्ना गुप्ता ने जिला उपायुक्त को तटीय इलाके के लोगों के लिए सुरक्षित स्थान पर रहने, खाने और दवा की व्यापक व्यवस्था करने के निर्देश दिए हैं. जिला उपायुक्त अनन्य मित्तल ने बताया कि खरकई और स्वर्णरेखा नदी का जलस्तर खतरे के निशान के ऊपर है. जिसे देखते हुए लोगों को सुरक्षित ऊंचे स्थानों में रहने को कहा गया है. सामुदायिक भवन स्कूल में लोगों के रहने की व्यवस्था की गई है.

उपायुक्त ने बताया कि स्वर्णरेखा नदी का डेंजर लेबल 121.50 मीटर है जबकि वर्तमान पानी 121.58 मीटर तक पहुंच गया है. वहीं, खरकई नदी का डेंजर लेबल 129.00 मीटर है, जबकि पानी का वर्तमान लेवल 131.71 मीटर है. बता दें कि ओडिशा के बयांगबिल डैम का दो गेट खोलने से खरकई नदी का जलस्तर तेजी से बढ़ा है. चांडिल डैम के भी दो गेट खोले गए हैं, जिससे स्वर्णरेखा का जलस्तर बढ़ गया है.

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