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गोशालाओं में पानी की किल्लत, टैंकरों से पहुंचाया जाएगा पानी, लंपी से बचाव के लिए शुरू होगा टीकाकरण - Water crisis in Cowshed

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By ETV Bharat Rajasthan Team

Published : May 24, 2024, 4:54 PM IST

Updated : May 24, 2024, 11:13 PM IST

गर्मी के मौसम में पानी की हर जगह किल्लत है. अब यह संकट गोशालाओं में भी सामने आया है. इसके लिए टैंकरों से पानी गोशालाओं में पहुंचाया जाएगा. इसके साथ ही 25 मई से लंपी से बचाव के लिए टीकाकरण शुरू होगा.

Water crisis in Cowshed
गोशालाओं में पानी की किल्लत (ETV Bharat Jaipur)
गोशालाओं में पानी की किल्लत को लेकर क्या बोले जिम्मेदार (ETV Bharat Jaipur)

जयपुर. राजस्थान में भीषण गर्मी का दौर जारी है. तेज गर्मी और लू के थपेड़ों से इंसान के साथ ही पशु भी व्याकुल हैं. इस बीच प्रदेश की कई गोशालाओं में गोवंश के लिए पीने के पानी की किल्लत है. ऐसे में अब गोशालाओं में टैंकरों के जरिए पीने का पानी मुहैया करवाया जाएगा. इसे लेकर गोपालन निदेशालय पानी की किल्लत वाली गोशालाओं को चिह्नित करने में जुटा है. जल्द ही इन गोशालाओं में पानी टैंकरों से पानी की आपूर्ति की जाएगी. दरअसल, इसे लेकर पिछले दिनों हाईकोर्ट ने गोपालन निदेशालय को निर्देश दिए हैं. इसके बाद से पानी की किल्लत वाली गोशालाओं को चिह्नित किया जा रहा है.

पशुपालन और गोपालन विभाग के प्रमुख सचिव विकास एस भाले ने बताया कि गोशालाओं में चारा और पानी की व्यवस्था करना गोपालन विभाग का काम है. अभी हाल ही में हाईकोर्ट ने आदेश दिया है कि गोशालाओं में गायों के लिए पीने के पानी के पुख्ता इंतजाम किए जाएं. इसके चलते सभी अधिकारियों की वीडियो कॉन्फ्रेंस के जरिए मीटिंग ली है. सभी अधिकारियों को निर्देश दिए हैं कि अगले चार दिन में जहां-जहां पानी की व्यवस्था माकूल नहीं हैं. वहां पानी का ट्रांसपोर्टेशन किया जाए. अगले चार दिन में जहां भी पानी की जरूरत है. उसका आंकलन किया जाएगा और ट्रांसपोर्टेशन के जरिए पानी पहुंचाया जाएगा.

पढ़ें: अलवर-चाकसू में पेयजल संकट गहराया, महिलाओं ने दी उग्र आंदोलन की चेतावनी - Summer Season

नए ट्यूबवैल खोदना संभव नहीं: उन्होंने कहा कि भीषण गर्मी के दौर में कई जगहों पर पानी की तत्काल जरूरत है. ऐसे में नया ट्यूबवेल खोदना फिलहाल संभव नहीं है. ऐसे में वैकल्पिक तौर पर पानी का ट्रांसपोर्टेशन कर गोशालाओं में पीने के पानी की उपलब्धता सुनिश्चित की जाएगी. जिस तरह कई जगहों पर लोगों के लिए पानी का ट्रांसपोर्टेशन किया जाता है. उसी तरह गायों के लिए भी इस बार पानी का ट्रांसपोर्टेशन किया जाएगा.

पढ़ें: पानी की किल्लत : 6 हजार हैंड पंपों में पानी सूखा, 1246 रिपेयर लायक भी नहीं - Water Crisis In Dungarpur

मानसून से पहले लंपी से बचाव का लगाएंगे टीका: लंपी से जुड़े सवाल के जवाब में उन्होंने कहा कि यह बीमारी आमतौर पर बारिश के मौसम में दस्तक देती है. हम पूरा प्रयास कर रहे हैं कि मानसून से पहले गोवंश का टीकाकरण हो. साल 2022 में लंपी से बड़े पैमाने पर गोवंश प्रभावित हुआ था. लेकिन उसके बाद 2023 में बारिश के मौसम में लंपी के नाममात्र के मामले आए. उसका कारण यह है कि हमने 1 करोड़ 10 हजार वैक्सीन लगाई थी.

पढ़ें: Water Crisis In Dholpur : ग्रामीणों ने हाईवे पर लगाया जाम, जोगिंदर सिंह अवाना ने अधिकारियों को लगाई फटकार

25 मई से 30 जून तक 1.25 करोड़ टीके लगाएंगे: प्रमुख सचिव विकास एस भाले ने बताया कि लंपी वैक्सीनेशन का हमारा कार्यक्रम 25 मई से शुरू हो रहा है. हालांकि, केंद्र सरकार के निर्देश हैं कि 1 जून से वैक्सीनेशन शुरू किया जाए. लेकिन हमने प्रो-एक्टिव स्टेप लेते हुए 25 मई से ही वैक्सीनेशन का कार्यक्रम शुरू करवाने का फैसला लिया है. हमारा लक्ष्य है कि 30 जून तक 80 फीसदी गोवंश को वैक्सीन लगा देंगे. इस अवधि में करीब 1.25 करोड़ वैक्सीन लगाई जाएंगी.

मानसून से पहले हर हाल में वैक्सीनेशन: वे बोले, ऐसा माना जाता है कि 80 फीसदी वैक्सीनेशन होने पर हर्ड इम्युनिटी होती है. ऐसे में हमें पूरा विश्वास है कि लंपी का जैसा प्रकोप 2022 में आया था. वैसा प्रकोप इस साल नहीं होगा. हम लोग मानसून से पहले वैक्सीनेशन पूरा करेंगे. पशु चिकित्सालयों में दवा व अन्य सुविधाओं के सवाल पर उन्होंने कहा कि इसे लेकर टेंडर प्रक्रिया चल रही है. जल्द ही दवाओं और अन्य संसाधनों की उपलब्धता सुनिश्चित की जाएगी.

गोशालाओं में पानी की किल्लत को लेकर क्या बोले जिम्मेदार (ETV Bharat Jaipur)

जयपुर. राजस्थान में भीषण गर्मी का दौर जारी है. तेज गर्मी और लू के थपेड़ों से इंसान के साथ ही पशु भी व्याकुल हैं. इस बीच प्रदेश की कई गोशालाओं में गोवंश के लिए पीने के पानी की किल्लत है. ऐसे में अब गोशालाओं में टैंकरों के जरिए पीने का पानी मुहैया करवाया जाएगा. इसे लेकर गोपालन निदेशालय पानी की किल्लत वाली गोशालाओं को चिह्नित करने में जुटा है. जल्द ही इन गोशालाओं में पानी टैंकरों से पानी की आपूर्ति की जाएगी. दरअसल, इसे लेकर पिछले दिनों हाईकोर्ट ने गोपालन निदेशालय को निर्देश दिए हैं. इसके बाद से पानी की किल्लत वाली गोशालाओं को चिह्नित किया जा रहा है.

पशुपालन और गोपालन विभाग के प्रमुख सचिव विकास एस भाले ने बताया कि गोशालाओं में चारा और पानी की व्यवस्था करना गोपालन विभाग का काम है. अभी हाल ही में हाईकोर्ट ने आदेश दिया है कि गोशालाओं में गायों के लिए पीने के पानी के पुख्ता इंतजाम किए जाएं. इसके चलते सभी अधिकारियों की वीडियो कॉन्फ्रेंस के जरिए मीटिंग ली है. सभी अधिकारियों को निर्देश दिए हैं कि अगले चार दिन में जहां-जहां पानी की व्यवस्था माकूल नहीं हैं. वहां पानी का ट्रांसपोर्टेशन किया जाए. अगले चार दिन में जहां भी पानी की जरूरत है. उसका आंकलन किया जाएगा और ट्रांसपोर्टेशन के जरिए पानी पहुंचाया जाएगा.

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नए ट्यूबवैल खोदना संभव नहीं: उन्होंने कहा कि भीषण गर्मी के दौर में कई जगहों पर पानी की तत्काल जरूरत है. ऐसे में नया ट्यूबवेल खोदना फिलहाल संभव नहीं है. ऐसे में वैकल्पिक तौर पर पानी का ट्रांसपोर्टेशन कर गोशालाओं में पीने के पानी की उपलब्धता सुनिश्चित की जाएगी. जिस तरह कई जगहों पर लोगों के लिए पानी का ट्रांसपोर्टेशन किया जाता है. उसी तरह गायों के लिए भी इस बार पानी का ट्रांसपोर्टेशन किया जाएगा.

पढ़ें: पानी की किल्लत : 6 हजार हैंड पंपों में पानी सूखा, 1246 रिपेयर लायक भी नहीं - Water Crisis In Dungarpur

मानसून से पहले लंपी से बचाव का लगाएंगे टीका: लंपी से जुड़े सवाल के जवाब में उन्होंने कहा कि यह बीमारी आमतौर पर बारिश के मौसम में दस्तक देती है. हम पूरा प्रयास कर रहे हैं कि मानसून से पहले गोवंश का टीकाकरण हो. साल 2022 में लंपी से बड़े पैमाने पर गोवंश प्रभावित हुआ था. लेकिन उसके बाद 2023 में बारिश के मौसम में लंपी के नाममात्र के मामले आए. उसका कारण यह है कि हमने 1 करोड़ 10 हजार वैक्सीन लगाई थी.

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25 मई से 30 जून तक 1.25 करोड़ टीके लगाएंगे: प्रमुख सचिव विकास एस भाले ने बताया कि लंपी वैक्सीनेशन का हमारा कार्यक्रम 25 मई से शुरू हो रहा है. हालांकि, केंद्र सरकार के निर्देश हैं कि 1 जून से वैक्सीनेशन शुरू किया जाए. लेकिन हमने प्रो-एक्टिव स्टेप लेते हुए 25 मई से ही वैक्सीनेशन का कार्यक्रम शुरू करवाने का फैसला लिया है. हमारा लक्ष्य है कि 30 जून तक 80 फीसदी गोवंश को वैक्सीन लगा देंगे. इस अवधि में करीब 1.25 करोड़ वैक्सीन लगाई जाएंगी.

मानसून से पहले हर हाल में वैक्सीनेशन: वे बोले, ऐसा माना जाता है कि 80 फीसदी वैक्सीनेशन होने पर हर्ड इम्युनिटी होती है. ऐसे में हमें पूरा विश्वास है कि लंपी का जैसा प्रकोप 2022 में आया था. वैसा प्रकोप इस साल नहीं होगा. हम लोग मानसून से पहले वैक्सीनेशन पूरा करेंगे. पशु चिकित्सालयों में दवा व अन्य सुविधाओं के सवाल पर उन्होंने कहा कि इसे लेकर टेंडर प्रक्रिया चल रही है. जल्द ही दवाओं और अन्य संसाधनों की उपलब्धता सुनिश्चित की जाएगी.

Last Updated : May 24, 2024, 11:13 PM IST
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