गिरिडीह: जिले के देवरी प्रखंड की गुनियाथर पंचायत अंतर्गत हथगढ़ गांव में इन दिनों पानी की विकराल समस्या उत्पन्न हो गई है. हालत यह है कि ग्रामीणों को नदी में चुआं खोदकर अपनी प्यास बुझानी पड़ रही है. नदी का पानी पीने से यहां के ग्रामीण बीमार भी पड़ रहे हैं.
गांव का चापाकल खराब, नहीं हुई मरम्मत
बताते चलें कि हथगढ़ गांव में कुल 800 लोगों की आबादी है. गांव की महिलाओं को हर रोज सुबह और शाम पेयजल के लिए भटकना पड़ता है. इस संबंध में ग्रामीण बच्चू दास, दिनेश दास, चंदन ठाकुर, दीपक साव, सोना साव, भीम ठाकुर, भागीरथ राय, सहदेव साव, सुंदर पंडित, अजय ठकुर, देवंती देवी, द्रोपदी देवी, कमलेशवा देवी, राजेंद्र ठाकुर आदि ने बताया कि हथगढ़ गांव में पेयजल के लिए दो चापाकल लगाया गया है, लेकिन वर्तमान में दोनों चापाकल खराब पड़ा हुआ है. इस कारण गांव में पानी के लिए हाहाकार मचा है.
गांव में नल जल योजना का बुरा हाल
वहीं जल जीवन योजना का लाभ भी ग्रामीणों को नहीं मिल पाया है. संवेदक की मनमानी के कारण आज भी ग्रामीण योजना के लाभ से वंचित हैं. योजना के तहत गांव में पांच स्थानों पर बोरिंग कर जलमीनार बनाने की योजना थी, लेकिन एक वर्ष पूर्व दो स्थान पर बोरिंग करने के बाद कार्य को अधूरा छोड़ दिया गया है. योजना के तहत गांव के हर घर में पानी पहुंचाने की योजना थी, लेकिन अभी तक एक भी परिवार को नल से जल नहीं मिल पा रहा है. फलस्वरूप लोगों को चुआं खोदकर पानी की व्यवस्था करनी पड़ रही है.
15 दिनों में सुधरेगी व्यवस्था: जेई
इस बाबत पेयजल एवं स्वच्छता विभाग के कनीय अभियंता नरोत्तम सिंह मुंडा ने बताया कि हथगढ़ गांव में पानी की समस्या को देखते हुए संवेदक को 15 दिनों के अंदर नल जल योजना का कार्य पूरा करने का निर्देश दिया गया है.
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