अयोध्या: अगले 24 घंटे के अंदर ही मर्यादा पुरुषोत्तम भगवान राम की पावन नगरी अयोध्या में बने भव्य राम मंदिर में प्रभु श्री राम के नवीन नूतन विग्रह की प्राण प्रतिष्ठा का कार्यक्रम संपन्न होगा. अयोध्या में बीते 16 जनवरी से ही धार्मिक अनुष्ठान जारी हैं. वहीं, इस पूरे आयोजन को भव्य रूप देने के लिए अलग-अलग स्थान पर सांस्कृतिक और धार्मिक अनुष्ठान चल रहे हैं. नवनिर्मित राम मंदिर को लगभग 1500 टन फूलों से सजाया गया है. इस सुंदरता के बीच मंदिर के अंदर किए गए निर्माण की छवि देखते ही बन रही है.
पूरे परिसर में दीवारों पर की गई नक्काशी के अलावा सागौन की लकड़ी के बने दरवाजे विशेष आकर्षण का केंद्र हैं. ईटीवी भारत के पास मौजूद एक्सक्लूसिव वीडियो में आप देख सकते हैं कि इन दरवाजों को कितनी सुंदरता के साथ बनाया गया है. 24 घंटे अनवरत मेहनत के बाद सागौन की लकड़ी पर बेहतरीन नक्काशी की गई है. निश्चित रूप से राम मंदिर में आने वाले राम भक्तों के लिए यह दरवाजे विशेष आकर्षण का केंद्र हैं.
सोने की परत और सागौन की लकड़ी से बने 46 दरवाजे: प्रभु श्री राम के मंदिर में तीन तल का निर्माण हो रहा है. हर मंजिल की ऊंचाई 20 फीट है. मंदिर में कुल 392 खंभे व 46 गेट हैं. इन खंभों व दीवारों में देवी-देवता और देवांगनाओं की मूर्तियां बनाई गई हैं. मंदिर में भूतल पर बने रामलला के गर्भगृह में सोने की परत लगे दरवाजे हैं. इन दरवाजों में से 18 दरवाजे गर्भगृह के हैं. राम मंदिर में लगाए जा रहे सभी दरवाजे सागौन की लकड़ी से बनाए जा रहे हैं. इन सुंदर दरवाजों का निर्माण अनुराधा टिंबर इंटरनेशनल हैदराबाद द्वारा किया गया है. कंपनी के निदेशक शरथ अनिरुद्ध ने बताया कि सभी निर्माण कार्य रामसेवक पुरम परिसर में किए गए हैं. इन दरवाजों को बनाने में हैदराबाद से आए विशेष कुशल कारीगरों की मदद ली गई है. दरवाजों पर बेहतरीन नक्काशी की गई है. सभी दरवाजों का निर्माण और उनकी डिजाइन इस प्रकार से रखी गई है जैसी प्राचीन काल के मंदिरों में होती है. दरवाजों पर बनी डिजाइन से दक्षिण भारत की झलक भी दिखाई देती है.
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