प्रयागराज: संगम नगरी प्रयागराज के एक नामी मिशनरी स्कूल में प्रिंसिपल की कुर्सी हथियाने को लेकर को किचकिच हुआ. पूरी घटना किसी फिल्मी ड्रामा का हिस्सा लग रहा था लेकिन शिक्षा के मंदिर में इस तरह की घटना शर्मसार करने वाला ज्यादा दिखा. प्रिंसिपल को लेकर चल रहे विवाद के बीच महिला प्रिंसिपल को जबरन कुर्सी से घसीटकर हटाने का जमकर वीडियो वायरल हो रहा है. वायरल वीडियो में साफ दिख रहा है कि, प्रिंसिपल के कमरे का दरवाजा तोड़कर कुछ लोग अंदर घुसे और प्रिंसिपल की कुर्सी पर बैठी हुई पारुल सोलोमन को जबरन कुर्सी से हटा दिया गया. प्रिंसिपल को कुर्सी से हटाने का दोनों पक्षों की तरफ से वीडियो बनाया गया. बिशप मॉरिस एडगर दान की मौजदूगी में पारुल सोलोमन को कुर्सी से जबरन हटाया गया और दूसरी महिला को कुर्सी पर बैठाकर उन्हें प्रिंसिपल घोषित करके तालियां बजाई गई. पारुल ने थाने में कई लोगों के खिलाफ मामला दर्ज कराया है.
दरअसल यह पूरी घटना प्रयागराज शहर के बिशप जॉनसन इंटर कॉलेज गर्ल्स विंग का है. जहां की प्रिंसिपल पारुल सोलोमन को कुर्सी से हटाकर शर्ली मसीह को प्रिंसिपल की कुर्सी पर बैठाया गया. जिसके बाद पारुल की तरफ से कर्नलगंज थाने में एनल दान, बिशप मॉरिस एडगर दान, विनीता इसूबियस, संजीत लाल, विशाल नावेल सिंह, आरके सिंह, अरुण मोजेज, तरुण व्यास, अभिषेक व्यास और अज्ञात लोगों पर मुकदमा दर्ज करवाया गया. पुलिस ने केस दर्ज कर मामले की जांच शुरू कर दी है.
शहर के कर्नलगंज इलाके में चल रहे बिशप जॉनसन गर्ल्स इंटर कॉलेज का संचालन डायोसिस ऑफ लखनऊ की तरफ से किया जाता है. हाल ही यहां के बिशप पीटर बलदेव की जगह मॉरिस एडगर दान ने बिशप की कुर्सी संभाली. जिसके बाद एडगर दान ने पूर्व बिशप पीटर बलदेव की बेटी पारुल सोलोमन को प्रिंसिपल पद से हटाकर उसकी जगह दूसरी महिला को प्रिंसिपल घोषित कर दिया. लेकिन पारुल ने प्रिंसिपल की कुर्सी नहीं छोड़ी, जिसके बाद बिशप मॉरिस एडगर दान ने कुछ लोगों के साथ स्कूल पहुंचकर शर्ली मसीह को प्रिंसिपल की कुसी पर बैठा दिया.
बता दें कि, चर्च ऑफ नार्थ इंडिया के डॉयोसिस ऑफ लखनऊ के बिशप और अन्य पदों को लेकर लंबे समय से खींचतान जारी है. संपत्ति और कुर्सी को लेकर निचली अदालत से लेकर हाईकोर्ट तक में दोनों तरफ से मुकदमेबाजी चल रही है. इस बीच कुछ महीने पहले ही बिशप पीटर बलदेव की जगह मॉरिस एडगर दान ने बिशप का चार्ज लिया है. जिसके बाद पहले से तैनात लोगों को हटाकर नए लोगों को जिम्मेदारी दी जा रही है. जिसको लेकर दोनों पक्षों में खींचतान चल रही है. डॉयसिस ऑफ लखनऊ से जुड़े कई मिशन के स्कूल, कॉलेज और अन्य संपत्ति पर किसका कब्जा रहे और कौन उन्हें संचालित करे, इसी को लेकर लंबे समय से विवाद चल रहा है.
प्रिंसिपल पद से हटायी गई पारुल सोलोमन के कार्यकाल में इस स्कूल के सेंटर से ही आरओ और एआरओ का पेपर भी लीक हुआ था. जिसके आरोप में स्कूल के एक कर्मचारी को एसटीएफ गिरफ्तार कर जेल भेज चुकी है. उस दौरान जांच में दायरे में प्रिंसिपल पारुल भी आई थी. जांच एजेंसी ने पूछताछ भी की थी. हालांकि कोई खिलाफ कोई ठोस सबूत अभी नहीं मिले हैं.
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