चंदौली : निजी नर्सिंग एंड पैरामेडिकल काॅलेज के डायरेक्टर पर उनके यहां कार्यरत महिला वार्डन ने छेड़खानी और जबरदस्ती गहने छीनने का आरोप लगाया है. एडीजी वाराणसी से शिकायत के बाद चंदौली कोतवाली पुलिस ने डायरेक्टर के खिलाफ मुकदमा पंजीकृत कर जांच शुरू कर दी है, वहीं दूसरी तरफ शनिवार को काॅलेज के डायरेक्टर ने पत्रकार वार्ताकर अपना पक्ष रखते हुए सभी आरोपों को निराधार और दुर्भावना से प्रेरित बताया है. उन्होंने महिला पर लाखों रुपए के गबन का भी आरोप लगाया, हालांकि कोतवाली पहुंची महिला से जब बातचीत करने का प्रयास किया गया तो उन्होंने कुछ भी बोलने से साफ इंकार कर दिया.
पुलिस के मुताबिक, महिला ने प्रार्थना पत्र देकर आरोप लगाया कि वह नर्सिंग काॅलेज में 2015 से तैनात है. उसके साथ डायरेक्टर ने कई बार गलत कार्य करने की कोशिश की. महिला का आरोप है कि डायरेक्टर ने ऑफिस बुलाकर कहा कि तुमने कितने का गहना बनवाया है. इसके बाद उन्होंने गले की चेन और अंगूठी निकलवा लिया और अनाप शनाप बयान बाजी करने लगे. आरोप है कि जब पीड़िता ने विरोध किया तो उन्होंने गार्ड को बुलाकर बंधक बनाने की बात कही.
इस मामले में प्रबंधक ने बताया कि एक माह पूर्व फीस जमा करने में गड़बड़ी की बात सामने आई तो ऑडिट करवाया, जिसमें लगभग 40 से 45 लाख का घोटाला सामने आया. आरोपी महिला से पूछताछ की गई तो उसने स्वीकार किया कि कूटरचित तरीके अपने निजी कार्य के लिए उसने फीस के पैसों में गड़बड़ी की है. पहले तो महिला ने पैसे लौटाने की बात कही. पिछले एक महीने से पैसे देने में टालमटोल कर रही थी, जब दबाव बनाया गया तो उसने गबन किए पैसे लौटाने से साफ तौर पर इनकार कर दिया और रातो रात कॉलेज कैम्पस छोड़कर चली गई.
उन्होंने बताया कि पांच सितंबर को संस्था के मैनेजर के जरिये डायरेक्टर ने महिला के खिलाफ सदर कोतवाली में तहरीर दिलाई. इस कार्रवाई की जानकारी मिलने के अगले ही दिन महिला कुछ प्रभावशाली लोगों के साथ एडीजी कार्यालय पहुंची और फर्जी आरोप लगाते हुए डायरेक्टर पर मुकदमा दर्ज करवाया. डायरेक्टर ने मामले की निष्पक्ष जांच और गबन किया गया धन वापस दिलाने की मांग की है.
इस बाबत सीओ सदर राजेश राय ने बताया कि तहरीर मिली है, तहरीर के आधार पर मुकदमा पंजीकृत के जांच की जा रही है.
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