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1965-71 के युद्ध में पाकिस्तान को धूल चटाने वाला भीम टैंक अयोध्या के साकेत कॉलेज में स्थापित, स्टूडेंट लेंगे प्रशिक्षण - war trophy in ayodhya

अयोध्या के साकेत कॉलेज में T55 भीम टैंक को सैन्य विभाग से मिली मंजूरी के बाद स्थापित किया गया है. इस टैंक ने पाकिस्तान को युद्ध में धूल चटाई थी. इसके माध्यम से विद्यार्थियों के अंदर देश भक्ति की भावना बढ़ेगी. साथ ही युवा सेना में भर्ती होकर इस प्रकार के टैंकों के साथ प्रशिक्षण कर देश की सेवा कार्य में शामिल होगें.

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By ETV Bharat Uttar Pradesh Team

Published : Jun 25, 2024, 12:54 PM IST

Updated : Jun 25, 2024, 2:45 PM IST

अयोध्या: 1965 और 1971 के युद्ध में पाकिस्तान को धूल चटाने वाला भीम टैंक अयोध्या में स्थापित किया गया है. भारत सरकार द्वारा युवाओं को प्रेरणा और राष्ट्रीय सुरक्षा में योगदान देने की भावना को जगाने के लिए साकेत महाविद्यालय ने सैन्य विभाग के प्रस्ताव पर एक वार ट्रॉफी (सेना टैंक T-55 भीम) को स्थापित किया है. इसके लिए भारत सरकार और सेना मुख्यालय के द्वारा 3 माह पहले स्वीकृति प्रदान की गई थी. जिसे सोमवार को पुणे से अयोध्या लाया गया. एसपीएम लॉजिस्टिक्स प्राइवेट लिमिटेड द्वारा इसे लगभग डेढ़ लाख में खरीदा गया है. लेकिन, इसे लाने के साथ लगाए जाने के लिए भी लगभग 4 लाख रुपये खर्च हुआ है.


इसे भी पढ़े-यूपी के 13 जिलों के बेरोजगारों के लिए गुड न्यूज, अयोध्या में भारतीय सेना में भर्ती 24 जून से होगी शुरू - Agniveer Bharti 2024

प्रधानाचार्य अभय सिंह ने कहा, कि देश के पांच प्रमुख स्थानों पर वार ट्रॉफी लगाए जाने के लिए भारत सरकार के द्वारा स्वीकृति दिया गया था. उन्होंने कहा, कि अयोध्या की साकेत महाविद्यालय में सैन्य विभाग के द्वारा पिछले 2 वर्ष पहले से ही भारत सरकार और सेना मुख्यालय के साथ पत्राचार किया जा रहा था. इसके माध्यम से सैन्य विज्ञान के विद्यार्थियों के अंदर देश भक्ति की भावना बढ़ेगी. इसके साथ ही युवा सेना में भर्ती होकर इस प्रकार के टैंकों के साथ प्रशिक्षण कर देश की सेवा कार्य में शामिल होगें. यह टैंक महाविद्यालय के गेट के पास लगाया गया है. उन्होंने बताया, कि यह टैंक 9 मीटर लंबी, 4 मीटर चौड़ी और लगभग 40 टन का है.

मिली जानकारी के मुताबिक इस टैंक को रूस के द्वारा निर्मित किया गया था. इस टैंक को 1965 और 1971 में भारत-पाकिस्तान युद्ध के समय इस्तेमाल किया गया था. जिसके बाद इस टैंक को पुणे में सुरक्षित रखा गया था.

यह भी पढ़े-सेना चिकित्सा कोर में 219 रंगरूट बने सैनिक, दी गईं ट्रॉफियां - Recruits became soldiers in AMC

अयोध्या: 1965 और 1971 के युद्ध में पाकिस्तान को धूल चटाने वाला भीम टैंक अयोध्या में स्थापित किया गया है. भारत सरकार द्वारा युवाओं को प्रेरणा और राष्ट्रीय सुरक्षा में योगदान देने की भावना को जगाने के लिए साकेत महाविद्यालय ने सैन्य विभाग के प्रस्ताव पर एक वार ट्रॉफी (सेना टैंक T-55 भीम) को स्थापित किया है. इसके लिए भारत सरकार और सेना मुख्यालय के द्वारा 3 माह पहले स्वीकृति प्रदान की गई थी. जिसे सोमवार को पुणे से अयोध्या लाया गया. एसपीएम लॉजिस्टिक्स प्राइवेट लिमिटेड द्वारा इसे लगभग डेढ़ लाख में खरीदा गया है. लेकिन, इसे लाने के साथ लगाए जाने के लिए भी लगभग 4 लाख रुपये खर्च हुआ है.


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प्रधानाचार्य अभय सिंह ने कहा, कि देश के पांच प्रमुख स्थानों पर वार ट्रॉफी लगाए जाने के लिए भारत सरकार के द्वारा स्वीकृति दिया गया था. उन्होंने कहा, कि अयोध्या की साकेत महाविद्यालय में सैन्य विभाग के द्वारा पिछले 2 वर्ष पहले से ही भारत सरकार और सेना मुख्यालय के साथ पत्राचार किया जा रहा था. इसके माध्यम से सैन्य विज्ञान के विद्यार्थियों के अंदर देश भक्ति की भावना बढ़ेगी. इसके साथ ही युवा सेना में भर्ती होकर इस प्रकार के टैंकों के साथ प्रशिक्षण कर देश की सेवा कार्य में शामिल होगें. यह टैंक महाविद्यालय के गेट के पास लगाया गया है. उन्होंने बताया, कि यह टैंक 9 मीटर लंबी, 4 मीटर चौड़ी और लगभग 40 टन का है.

मिली जानकारी के मुताबिक इस टैंक को रूस के द्वारा निर्मित किया गया था. इस टैंक को 1965 और 1971 में भारत-पाकिस्तान युद्ध के समय इस्तेमाल किया गया था. जिसके बाद इस टैंक को पुणे में सुरक्षित रखा गया था.

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Last Updated : Jun 25, 2024, 2:45 PM IST
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