विकासनगर: साल 2023 में मॉनसून सीजन के दौरान प्राथमिक विद्यालय सहिया पाटन का रास्ता और बाउंड्रीवाल भूस्खलन की चपेट में आने से क्षतिग्रस्त हो गया था. एक साल बीत जाने के बाद भी विद्यालय का रास्ता और बाउंड्रीवाल की मरम्मत नहीं हो पाई है, जिससे स्कूल में बढ़ने वाले नौनिहालों और शिक्षकों को काफी परेशानी झेलनी पड़ रही है. दूसरी तरफ अभिभावकों को भी नौनिहालों के लिए डर सता रहा है.
पिछले साल भारी बरिश से उत्तराखंड में काफी नुकसान हुआ था. जौनसार बावर के सहिया के बीचों बीच बहने वाली अमलावा नदी का जलस्तर बढ़ने के कारण कई आवासीय मकानों और कृषि भूमि को भी बहा ले गया था. नदी के इस विकराल रूप का बड़ा जलस्तर से सहिया समाल्टा मोटर मार्ग का एक किमी का रास्ता कटाव होने से सहिया से पाटन प्राथमिक विद्यालय के मुख्य रास्ते, बाउंड्रीवाल भी भारी भूस्खलन के चपेट में आने से क्षतिग्रस्त हो गए थे. वहीं सरकारी अस्पताल भी अमलावा नदी के ऊफान से कटाव के कारण खतरा पैदा हो गया था.
इसके बाद प्रशासन के अधिकारियों और क्षेत्रीय जनप्रतिनिधियों ने मौका मुआयना कर अमलावा नदी के जल स्तर के सामान्य होने पर सुरक्षा कार्यों को करवाया था. नदी के दोनों ओर सिंचाई विभाग द्वारा सीसी ब्लॉक का निर्माण करवा दिया गया था. लोक निर्माण विभाग द्वारा भूस्खलन से क्षतिग्रस्त मार्ग को यातायात के लिए खुलवाया गया था. वहीं शिक्षा विभाग द्वारा विद्यालय को जौनसार बावर अटल उत्कृष्ट राजकीय इंटर कॉलेज के एक कमरा छात्रों को शिक्षा ग्रहण करने के लिए उपल्बध करवाया गया है.
हालांकि, अब मॉनसून सीजन आने के मद्देनजर स्कूल प्रशासन और नौनिहालों के अभिभावकों को फिर से डर सताने लगा है. प्राथमिक विद्यालय सहिया पाटन की प्रधानाध्यापक रजनी का कहना है कि छात्र-छात्राओं को इंटर कॉलेज में एक कक्ष उपलब्ध करवाया गया था. छोटे बच्चों को शिक्षा ग्रहण करने में परेशानी झेलनी पड़ रही थी. स्कूल प्रबंधन समिति की बैठक में दोबारा प्राथमिक विद्यालय में शिक्षा संचालन की सहमति बनी है. जिसमें स्कूल का रास्ता, क्षतिग्रस्त बाउंड्रीवाल के पास सुरक्षा के लिए विद्युत विभाग के क्षतिग्रस्त पोल लगाए गए हैं. इस संबंध में खंड शिक्षा अधिकारी कालसी को भी अवगत करवाया गया है.
दूसरी तरफ खंड शिक्षा अधिकारी कालसी भुवनेश्वर प्रसाद जदली ने बताया कि सहिया पाठन स्कूल के बाउंड्रीवाल बरसात में भूस्खलन से क्षतिग्रस्त हो गई थी. जिसके लिए सीईओ कार्यालय को पत्राचार द्वारा भी अवगत करवाया गया है. उम्मीद है कि शीघ्र ही धन स्वीकृत हो जाएगा. अगर समस्या बनी रही तो विद्यालय में अध्यनरत छात्र- छात्राओं को अन्य भवन उपलब्ध करवाया जाएगा.
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