जयपुर : प्रदेश की सात विधानसभा सीटों पर उप चुनाव के तहत आज वोट डाले जा रहे हैं. सुबह 7 बजने के साथ मतदान शुरू हो गया. 7 सीटों पर 19 लाख 37 हजार से ज्यादा मतदाता 69 प्रत्याशियों के भाग्य का फैसला करेंगे. वोटिंग के लिए राज्य निर्वाचन विभाग ने सभी तैयारियां पूरी की है. मुख्य निर्वाचन अधिकारी नवीन महाजन ने मतदाताओं से अधिक से अधिक मतदान में भाग लेने की अपील की है.
लाइव वेबकास्ट कैमरे से मतदान कक्ष के बाहर भी नजर : 7 विधानसभा क्षेत्रों में निष्पक्ष, निर्भीक एवं पारदर्शी चुनाव के लिए मतदान कक्ष से मतदान प्रक्रिया की सीसीटीवी फीड के साथ ही कक्ष के बाहर से भी लाइव कवरेज की मदद से मतदाताओं की कतार और कानून-व्यवस्था का प्रबंधन किया गया है. साथ ही पूरी मतदान पक्रिया को इको-फ्रेंडली बनाने के लिए विशेष प्रयास किए गए हैं. मुख्य निर्वाचन अधिकारी नवीन महाजन ने बताया कि राजस्थान निर्वाचन विभाग ने पोलिंग स्टेशन से वेबकास्टिंग कवरेज के विस्तार की योजना बनाई है. इसमें मतदान कक्ष में हो रही मतदान प्रक्रिया के साथ-साथ कक्ष के बाहर से भी लाइव स्ट्रीमिंग की जाएगी. वेबकास्ट कवरेज के विस्तार से भारत निर्वाचन आयोग, निर्वाचन विभाग और जिला निर्वाचन अधिकारी सहित अन्य प्राधिकारी मतदान प्रक्रिया के सुचारू संचालन पर बारीक नजर रख सकेंगे. साथ ही आवश्यकता होने पर सुधारात्मक कार्यवाही के लिए समुचित निर्देश दे सकेंगे.
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इको-फ्रेंडली चुनाव के लिए कार्ययोजना तैयार : मुख्य निर्वाचन अधिकारी ने बताया कि प्रदेश में विधानसभा उपचुनाव के दौरान पूरी मतदान प्रक्रिया को पर्यावरण के अनुकूल (इको-फ्रेंडली) बनाने के लिए भी एक कार्ययोजना तैयार की गई है. इसके तहत चुनाव के दौरान क्रियांवित होने वाली विभिन्न गतिविधियों को पर्यावरणीय अनुकूलता के मापदंडों के अनुरूप संपन्न कराया जाएगा. इसमें मतदान दलों को दी जाने वाली चुनावी सामग्री की पैकेजिंग प्लास्टिक-फ्री मैटेरियल से की जाएगी. साथ ही खाने-नाश्ते के लिए कागज के पैकेट एवं दोने-पत्तल, पेयजल के लिए प्लास्टिक बोतल की जगह घड़े से पानी और चाय आदि के लिए केतली एवं कुल्हड़ का उपयोग किया जाएगा. महाजन ने कहा कि इको-फ्रेंडली चुनाव के तहत आवश्यकता होने पर पोस्टर-बैनर आदि की छपाई कागज पर की जाएगी. मतदान और मतगणना केंद्रों को 'क्लीन एवं ग्रीन' तथा तम्बाकू-मुक्त क्षेत्र घोषित किया जाएगा, जिसके तहत यहां बीड़ी-सिगरेट, गुटखा, पान-मसाला आदि के उपयोग पर प्रतिबंध रहेगा.
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सुरक्षा के पुख्ता इंतजाम होंगे : नवीन महाजन ने बताया कि वोटिंग के लिए सुरक्षा के पुख्ता इंतजाम किए गए हैं. इन क्षेत्रों में 9 हजार से अधिक सुरक्षाकर्मी नियुक्त किए गए हैं. इनमें केंद्रीय पुलिस बलों की 43 कंपनियां मतदान के दौरान कानून-व्यवस्था की निगरानी एवं सुरक्षा करेंगी. रामगढ़ और दौसा में 9-9, खींवसर में 8, देवली-उनियारा में 6, चौरासी में 5, झुंझुनू में 4 और सलूम्बर में 2 कंपनियों को संवेदनशील मतदान केंद्रों में तैनात किया जाएगा. इसके अतिरिक्त आरएसी (राजस्थान आर्म्ड कांस्ट्यूबलरी) की कुल 17 कम्पनियां तैनात होंगी, जिनमें रामगढ़, झुंझुनू, सलूम्बर, चौरासी और देवली-उनियारा में 2-2, दौसा में 3 तथा खींवसर में 4 कंपनियां तैनात होंगी. इसके अतिरिक्त, सभी राज्य पुलिस के कुल 6,275 कार्मिक और होमगार्ड के 650 जवान तैनात किए गए हैं.
महाजन ने बताया कि मतदान दिवस पर सघन जांच एवं निगरानी के लिए प्रत्येक विधानसभा क्षेत्र में फ्लाइंग स्क्वॉड, एसएसटी दल तैनात किए गए हैं. एक ही लोकेशन पर 3 मतदान केंद्रों पर एक कैमरा और तीन मतदान केंद्रों से अधिक पर दो कैमरे मतदान कक्ष के बाहर लगाकर मतदाताओं की लाइन और कानून व्यवस्था का जायजा लाइव स्ट्रीमिंग के माध्यम से किया जाएगा. साथ ही विधानसभा निर्वाचन क्षेत्र से संबंधित संपूर्ण जिले में भी कानून व्यवस्था के विशेष इंतजाम किए गए हैं. बाहरी अवांछित व्यक्तियों के प्रवेश को रोकने के उद्देश्य से सीलिंग और चेकिंग की कार्रवाई की जाएगी.
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604 मतदान लोकेशन संवेदनशील : मुख्य निर्वाचन अधिकारी ने बताया कि इन 7 विधानसभा क्षेत्रों के सभी 1,915 मतदान केंद्र कुल 1,366 लोकेशन पर हैं, जिनमें से 604 मतदान लोकेशन को संवेदनशील माना गया है. इन सभी लोकेशन पर केंद्रीय सुरक्षा बल तैनात की जाएगी. इनके अतिरिक्त 239 कानून व्यवस्था की दृष्टि से संवेदनशील लोकेशन हैं, जिन पर आरएसी की तैनाती रहेगी. इस प्रकार, कुल 843 मतदान केंद्र लोकेशन ऐसे हैं, जहां सुरक्षा बल की कड़ी निगरानी रहेगी. दौसा और खींवसर के सभी मतदान लोकेशन पर कड़ी सुरक्षा व्यवस्था की गई है. महाजन ने बताया कि प्रत्येक 10 मतदान केंद्रों पर एक विशेष पुलिस टीम तैनात की गई. साथ ही प्रति 10-12 बूथों पर एक सेक्टर मजिस्ट्रेट नियुक्त किया गया है.
महाजन ने बताया कि मतदान दिवस पर सघन जांच और निगरानी के लिए तीन संवेदनशील विधानसभा क्षेत्रों रामगढ़, दौसा एवं खींवसर में 12-12 उड़न दस्ते (एफएस) और स्थैतिक निगरानी दल (एसएसटी) तैनात किए गए हैं. शेष 4 विधानसभा क्षेत्रों में 9-9 एफएस और एसएसटी लगाए गए हैं. 7 निर्वाचन क्षेत्रों में 313 माइक्रो ऑब्जर्वर नियुक्त किए गए हैं. राज्य में इन 7 विधानसभा क्षेत्रों में उपचुनाव के दृष्टिगत से 12 अंतरराज्यीय पुलिस नाके और आबकारी विभाग के 11 नाके लगाए गए हैं, जबकि अंतर जिला और अन्तः जिला पुलिस नाकों की संख्या 30 है, इन सभी 53 नाकों पर सीसीटीवी कैमरों से भी नजर रखी जा रही है.
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7 विधानसभा क्षेत्रों में अब 69 प्रत्याशी चुनाव मैदान में : राजस्थान में उपचुनाव के लिए 7 विधानसभा क्षेत्रों में 69 प्रत्याशी चुनाव मैदान में हैं. इनमें 10 महिला और 59 पुरुष प्रत्याशी हैं. नवीन महाजन ने बताया कि दौसा और खींवसर विधानसभा क्षेत्रों में सर्वाधिक 12-12 प्रत्याशी और सलूंबर में सबसे कम 6 प्रत्याशी चुनाव मैदान में हैं. इसी प्रकार, झुंझुनू विधानसभा क्षेत्र में 11, रामगढ़ और चौरासी विधानसभा क्षेत्र में 10-10 तथा देवली-उनियारा में 8 प्रत्याशी चुनाव मैदान में हैं.