लातेहार: जिले में सोमवार को मतदान के लिए सभी मतदान केन्द्रों पर मतदाताओं को गर्मी से बचने के लिए टेंट की व्यवस्था की गई थी. परंतु मतदाताओं की भीड़ इतनी अधिक हो गई थी कि कई मतदान केंद्रों पर टेंट भी छोटा पड़ गया था. इसके बावजूद मतदाताओं के उत्साह में कोई कमी नहीं आई. भीषण गर्मी के बाद भी मतदाता चिलचिलाती धूप में मतदान के लिए खड़े रहे और अपनी बारी का इंतजार करते रहे. मतदाताओं के इस उत्साह को देखकर लोग यह भी कहते दिखे कि मतदाताओं के उत्साह के आगे भीषण गर्मी भी हार गई.
मतदान केंद्रों में मतदाताओं के भीड़ का आलम यह था कि सभी मतदान केंद्र में मतदाताओं की लंबी लाइन लगी हुई थी. चाहे बात शहरी क्षेत्र के मतदान केंद्र का किया जाए या फिर ग्रामीण क्षेत्र के मतदान केंद्र की बात हो, सभी केंद्र में मतदाताओं की भीड़ देखी गई. बूढ़ा पहाड़ के नजदीक इलाकों में स्थित अति सुदूरवर्ती मतदान केंद्र में भी मतदाताओं की भीड़ काफी अधिक देखी गई.
बूढ़ा पहाड़ से सटे बंदुआ मतदान केंद्र पर मतदाताओं की भारी भीड़ थी. इस मतदान केंद्र पर बूढ़ा पहाड़ के तिसिया समेत आसपास के अन्य गांव के मतदाता का मतदान केंद्र यहां बनाया गया था. इसी प्रकार चेतमा गांव में स्थित मतदान केंद्र पर भी मतदाताओं की भारी भीड़ देखी गई यह इलाका भी बूढ़ा पहाड़ से सटा हुआ है. वहीं जिले के मनिका प्रखंड अंतर्गत बिजलीदाग गांव के मतदान केंद्र में दोपहर 1 बजे तक ही लगभग 60% मतदाता मतदान कर चुके थे.
वही चंदवा प्रखंड के सेरक मतदान केंद्र में दो मतदान केंद्र बनाए गए थे और दोनों मतदान केन्द्रों में मतदाताओं की लंबी लाइन लगी हुई थी. हालांकि बालूमाथ प्रखंड के बालू गांव स्थित मतदान केंद्र में मतदाताओं के लिए टेंट की व्यवस्था नहीं थी. इसके बावजूद यहां मतदाताओं की भीड़ काफी अधिक देखी गई. लातेहार सदर प्रखंड के सबानो गांव के मतदान केंद्र में दोपहर 3:00 बजे भी मतदाताओं की लंबी लाइन लगी हुई थी. इस मतदान केंद्र में 1100 से अधिक वोटर हैं. मतदाताओं का कहना था कि यहां धीमी गति से मतदान हो रहा है. इसी कारण मतदाता लाइन में खड़े हैं. तेज धूप होने के बाद भी मतदाताओं का उत्साह चरम पर था.
डीसी एसपी दिन भर लेते रहे व्यवस्था की जानकारी
इधर, लातेहार डीसी गरिमा सिंह और एसपी अंजनी अंजन पूरे दिन व्यवस्था की जानकारी लेते रहे. अधिकारियों को जहां भी कुछ सूचना मिल रही थी, वहां तत्काल आवश्यक कार्रवाई की जा रही थी. इसी का परिणाम रहा कि मतदाताओं को मतदान में ज्यादा परेशानियों का सामना नहीं करना पड़ा. प्रशासनिक व्यवस्था से मतदाता भी प्रसन्न नजर आए.
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