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वोटरों के लिए राहत की खबर: इस मोबाइल एप से लोगों को मिलेगी पोलिंग बूथ पर भीड़ की जानकारी, जानें क्या है इसका प्रोसेस - Voters In Queue App

Ranchi Lok Sabha Seat. चुनाव आयोग की पहल से इस एप के जरिए मतदाता घर बैठे अपने मोबाइल पर पोलिंग बूथ पर भीड़ की जानकारी ले सकते हैं. यह सुविधा केवल रांची लोकसभा क्षेत्र के 954 बूथों पर 25 मई को होने वाले मतदान के लिए दी जा रही है.

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Voters In Queue App से लोगों को बूथ पर भीड़ की जानकारी मिलेगी (ETV BHARAT)
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By ETV Bharat Jharkhand Team

Published : May 22, 2024, 7:04 PM IST

ईटीवी भारत संवाददाता को Voters In Queue App के बारे में जानकारी देते हुए (ETV BHARAT)

रांची: चुनाव आयोग की पहल से राजधानी के मतदाताओं को मतदान केंद्र पर होने वाली भीड़ की परेशानियों से छुटकारा मिलेगा. आयोग ने एक मोबाइल एप Voters In Queue App की शुरुआत की है. इससे मतदाता घर बैठे अपने मोबाइल पर पोलिंग बूथ पर भीड़ की जानकारी ले सकते हैं, जिससे उन्हें मतदाताओं की कतार में खड़ा नहीं होना पड़ेगा. यह सुविधा केवल रांची लोकसभा क्षेत्र के 954 बूथों पर 25 मई को होने वाले मतदान के लिए दी जा रही है. इसके लिए मतदाताओं को अपने मोबाइल प्ले स्टोर में जाकर इस एप डाउनलोड करना होगा.

इसके बाद इस एप में पोलिंग बूथ पर लगे कैमरे से पल-पल आने वाली तस्वीरों के जरिए कंट्रोल रूम हर 15 मिनट में अपने आप डेटा अपडेट कर देगा, जिससे आपको यह पता चल जाएगा कि बूथ पर किस समय कितनी भीड़ है. इसके अलावा यदि मतदाता अपने क्षेत्र का नाम, मतदान केंद्र का नाम और मतदाता का नाम मोबाइल एप के माध्यम से दर्ज करता है तो उसे एक ओटीपी मिलेगा और फिर ओटीपी दर्ज करने के बाद वह बूथ पर सीधे बीएलओ से जुड़ सकता है. आयोग का मानना ​​है कि जिन मतदान केंद्रों पर उम्मीद से कम वोटिंग हुई, उसे देखते हुए यह एप आगामी वोटिंग में काफी उपयोगी साबित होगा. इससे कारणों का पता लगाने में भी मदद मिलेगी.

आयोग के अनुसार, इससे पहले मांडर विधानसभा उपचुनाव में पायलट प्रोजेक्ट के तहत Voters In Queue App का इस्तेमाल किया गया था, जो क्षेत्र के लोगों के लिए काफी मददगार साबित हुआ. इसके बाद लोकसभा चुनाव में पहली बार इस एप को अपनाया गया. मुख्य निर्वाचन पदाधिकारी के रवि कुमार के अनुसार मतदाताओं के लिए यह बहुत ही उपयोगी होगा, क्योंकि उन्हें घर बैठे बूथों पर कतार में खड़े लोगों की संख्या का पता चल सकेगा. वहीं, रांची के डीआईओ राजीव रंजन के अनुसार इस एप के जरिए शहरी मतदाताओं को काफी लाभ मिलने वाला है. फिलहाल 954 बूथों के लिए तैयारी की गई है. इसके अलावे वाट्सएप नंबर भी जारी करने की तैयारी है, जिसके जरिए वोटरों को मतदान संबंधी की जानकारी मिले सकेगी.

मुख्य निर्वाचन पदाधिकारी ने बताया कि चुनाव आयोग की टीम वोटिंग के दौरान कम वोटिंग के कारणों का पता लगाने में जुटी है. इसके लिए बीआईटी मेसरा की रिसर्च टीम को जिम्मेदारी दी गई है. डॉ. कीर्ति अभिषेक के नेतृत्व में गठित इस टीम में डॉ. मनीष पांडे और विशाल शाह शामिल हैं. ये लोग हाल ही में वोटिंग के दिन हज़ारीबाग, चतरा और कोडरमा में बूथों का दौरा कर चुके हैं. डायनेमिक्स ऑफ वोटिंग पैटर्न थ्रू टाइम लाइन मोशन स्टडी एंड डाटा एनालिसिस विषय पर काम करने वाले विशाल शाह ने बताया कि इस संबंध में 1 जून को चुनाव आयोग को रिपोर्ट सौंपी जाएगी.

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ईटीवी भारत संवाददाता को Voters In Queue App के बारे में जानकारी देते हुए (ETV BHARAT)

रांची: चुनाव आयोग की पहल से राजधानी के मतदाताओं को मतदान केंद्र पर होने वाली भीड़ की परेशानियों से छुटकारा मिलेगा. आयोग ने एक मोबाइल एप Voters In Queue App की शुरुआत की है. इससे मतदाता घर बैठे अपने मोबाइल पर पोलिंग बूथ पर भीड़ की जानकारी ले सकते हैं, जिससे उन्हें मतदाताओं की कतार में खड़ा नहीं होना पड़ेगा. यह सुविधा केवल रांची लोकसभा क्षेत्र के 954 बूथों पर 25 मई को होने वाले मतदान के लिए दी जा रही है. इसके लिए मतदाताओं को अपने मोबाइल प्ले स्टोर में जाकर इस एप डाउनलोड करना होगा.

इसके बाद इस एप में पोलिंग बूथ पर लगे कैमरे से पल-पल आने वाली तस्वीरों के जरिए कंट्रोल रूम हर 15 मिनट में अपने आप डेटा अपडेट कर देगा, जिससे आपको यह पता चल जाएगा कि बूथ पर किस समय कितनी भीड़ है. इसके अलावा यदि मतदाता अपने क्षेत्र का नाम, मतदान केंद्र का नाम और मतदाता का नाम मोबाइल एप के माध्यम से दर्ज करता है तो उसे एक ओटीपी मिलेगा और फिर ओटीपी दर्ज करने के बाद वह बूथ पर सीधे बीएलओ से जुड़ सकता है. आयोग का मानना ​​है कि जिन मतदान केंद्रों पर उम्मीद से कम वोटिंग हुई, उसे देखते हुए यह एप आगामी वोटिंग में काफी उपयोगी साबित होगा. इससे कारणों का पता लगाने में भी मदद मिलेगी.

आयोग के अनुसार, इससे पहले मांडर विधानसभा उपचुनाव में पायलट प्रोजेक्ट के तहत Voters In Queue App का इस्तेमाल किया गया था, जो क्षेत्र के लोगों के लिए काफी मददगार साबित हुआ. इसके बाद लोकसभा चुनाव में पहली बार इस एप को अपनाया गया. मुख्य निर्वाचन पदाधिकारी के रवि कुमार के अनुसार मतदाताओं के लिए यह बहुत ही उपयोगी होगा, क्योंकि उन्हें घर बैठे बूथों पर कतार में खड़े लोगों की संख्या का पता चल सकेगा. वहीं, रांची के डीआईओ राजीव रंजन के अनुसार इस एप के जरिए शहरी मतदाताओं को काफी लाभ मिलने वाला है. फिलहाल 954 बूथों के लिए तैयारी की गई है. इसके अलावे वाट्सएप नंबर भी जारी करने की तैयारी है, जिसके जरिए वोटरों को मतदान संबंधी की जानकारी मिले सकेगी.

मुख्य निर्वाचन पदाधिकारी ने बताया कि चुनाव आयोग की टीम वोटिंग के दौरान कम वोटिंग के कारणों का पता लगाने में जुटी है. इसके लिए बीआईटी मेसरा की रिसर्च टीम को जिम्मेदारी दी गई है. डॉ. कीर्ति अभिषेक के नेतृत्व में गठित इस टीम में डॉ. मनीष पांडे और विशाल शाह शामिल हैं. ये लोग हाल ही में वोटिंग के दिन हज़ारीबाग, चतरा और कोडरमा में बूथों का दौरा कर चुके हैं. डायनेमिक्स ऑफ वोटिंग पैटर्न थ्रू टाइम लाइन मोशन स्टडी एंड डाटा एनालिसिस विषय पर काम करने वाले विशाल शाह ने बताया कि इस संबंध में 1 जून को चुनाव आयोग को रिपोर्ट सौंपी जाएगी.

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