रांची: झारखंड में भी चौथे चरण में चार सीटों पर वोटिंग हो रही है. लोहरदगा, सिंहभूम, पलामू और खूंटी लोकसभा सीटों पर शाम पांच बजे तक 63.14 प्रतिशत मतदान हुआ. मतदान के दौरान तकनीकी खामियों की वजह से कई मतदान केंद्रों पर ईवीएम बदले गए हैं. अपर मुख्य निर्वाचन पदाधिकारी डॉ नेहा अरोड़ा में जानकारी देते हुए कहा कि मतदान के दौरान अब तक 14 बैलट यूनिट, 14 कंट्रोल यूनिट और 42 वीवीपैट बदले गए हैं.
दोपहर 3 बजे तक झारखंड में कुल 56.42 प्रतिशत वोटिंग हुई. खूटी में- 59.97 प्रतिशत, लोहरदगा में 56.72 प्रतिशत, पलामू में 53.35 प्रतिशत और सिंहभूम में 57.62 प्रतिशत मतदान हुए.
दोपहर एक बजे तक झारखंड में कुल 43.80 प्रतिशत वोटिंग हुई. खूटी में- 47.41 प्रतिशत, लोहरदगा में 43.46 प्रतिशत, पलामू में 41.85 प्रतिशत और सिंहभूम में 43.83 प्रतिशत मतदान हुए. पलामू लोकसभा सीट पर दोपहर एक बजे तक सबसे कम वोटिंग हुई.
सुबह 11 बजे तक झारखंड में कुल 27.40 प्रतिशत वोटिंग हुई. खूटी में- 29.14 प्रतिशत, लोहरदगा में 27.77 प्रतिशत, पलामू में 26.95 प्रतिशत और सिंहभूम में 26.16 प्रतिशत मतदान हुए. सबसे अधिक खूंटी लोकसभा क्षेत्र में वोटिंग हुई है.
सुबह 9 बजे तक झारखंड में कुल 11.78 प्रतिशत वोटिंग हुई. खूंटी में- 12.20 प्रतिशत, लोहरदगा में 10.97 प्रतिशत, पलामू में 11.47 प्रतिशत और सिंहभूम में 12.67 प्रतिशत मतदान हुए. इस तरह से पहले दो घंटे में सर्वाधिक मतदान सिंहभूम में हुआ है.
कांग्रेस विधायक शिल्पी नेहा तिर्की पर कांड दर्ज
चुनाव प्रचार समाप्त होने के बाद 12 मई को दिन के 12 बजे मांडर में चुनावी सभा करने के आरोप में कांग्रेस विधायक शिल्पी नेहा तिर्की के खिलाफ एफआईआर दर्ज किया गया है. अपर मुख्य निर्वाचन पदाधिकारी डॉ नेहा अरोड़ा ने जानकारी देते हुए बताया कि कांग्रेस विधायक के खिलाफ आयोग तक शिकायत मिलने के बाद यह कार्रवाई की गई है.
गौरतलब है कि चौथे चरण का चुनाव प्रचार 11 मई को शाम 5:00 बजे खत्म हो चुका था उसके बाद 12 मई को 12 बजे दिन में चुनावी सभा करने का आरोप लगाते हुए भारतीय जनता पार्टी का एक शिष्टमंडल ने चुनाव आयोग के समक्ष लिखित शिकायत की थी. भाजपा ने चुनाव आयोग को ज्ञापन सौंपते हुए कांग्रेस विधायक पर मांडर प्रखंड के गांव भोबरो, थाना नरकोपी पंचायत सरवा में चुनावी सभा साइलेंस पीरियड में करने का आरोप लगाते हुए कार्रवाई करने की मांग की थी.
मॉकपोल में बदले गए कई ईवीएम
मॉकपोल के दौरान चारों संसदीय क्षेत्र में कई जगह ईवीएम में तकनीकी खराबी की वजह से उसे बदला गया है. अपर मुख्य निर्वाचन पदाधिकारी नेहा अरोड़ा ने जानकारी देते हुए कहा कि सबसे ज्यादा सिंहभूम में बैलेट यूनिट बदले गए हैं. जानकारी के मुताबिक सुबह 5:30 बजे मॉक पोल की शुरुआत हुई जिस दौरान 31 वॉलेट यूनिट, 34 कंट्रोल यूनिट और 17 वीवीपैट तकनीकी कारणों से बदले गए हैं. अपर मुख्य निर्वाचन पदाधिकारी नेहा अरोड़ा ने चारों संसदीय क्षेत्र में मतदान शांतिपूर्ण एवं निष्पक्ष होने का दावा करते हुए कहा है कि कहीं से भी गड़बड़ी की शिकायतें नहीं आई है और उम्मीद की जा रही है कि पिछले लोकसभा चुनाव की तुलना में इस बार मतदान का प्रतिशत झारखंड में सर्वाधिक होगा.
2019 में इस तरह रहे हैं वोटिंग प्रतिशत
2019 के लोकसभा चुनाव पर नजर दौराएं तो इन चारों संसदीय सीटों पर मतदान का प्रतिशत 65 फीसदी के करीब रहा था. यदि लोकसभा क्षेत्रवार देखें तो सिंहभूम में 69.26%, खूंटी में 69.25%, लोहरदगा में 66.30% और पलामू में 64.34 फीसदी मतदान हुए थे. उम्मीद की जा रही है कि इस बार 2024 के चुनाव में मतदान का प्रतिशत इससे बढ़ेगा इसके लिए चुनाव आयोग ने काफी मेहनत की है. लोगों के बीच जागरूकता अभियान चलाया गया है और जिला स्तर पर कई तरह के कार्यक्रम मतदान को लेकर किए गए हैं ऐसे में संभावना व्यक्त की जा रही है कि मतदान का प्रतिशत पिछले 2019 की तुलना में अधिक होगी. इन सबके बीच आज सात बजे वोटिंग शुरू हुआ जिस दौरान बूथों पर लंबी लंबी कतारें देखी जा रही हैं.
लोकसभा चुनाव के चौथे चरण में झारखंड की चार लोकसभा सीटों पर मतदान हो रहे हैं. सिंहभूम खूंटी, पलामू और लोहरदगा क्षेत्र में वोट डाले जा रहे हैं. इसके लिए राज्य में कुल 7595 पोलिंग बूथ बनाए गए हैं. सभी को आदर्श मतदान केंद्र बनाया गया है. इस चरण में कुल 9874 वीवीपैट, 9114 बीयू और 9114 सीयू का इस्तेमाल किया गया है. झारखंड की चार सीटों पर 67,37,640 मतदाता अपने वोट के अधिकार का इस्तेमाल करेंगे.
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