नई दिल्ली : दिल्ली विश्वविद्यालय (डीयू) का विवेकानंद कॉलेज जिला विधिक सेवा प्राधिकरण (डीएलएसए) शाहदरा के साथ मिलकर एक लीगल अवेयरनेस पर सर्टिफिकेट कोर्स शुरू करने जा रहा है. इस कोर्स की शुरुआत 18 सितंबर से होगी. यह कोर्स 25 अक्टूबर तक चलेगा. कोर्स में अधिकतर क्लासेस ऑनलाइन होगी. इसके साथ ही इसमें शामिल छात्र-छात्राओं को कोर्ट, जेल और कोर्ट के कामकाज से जुड़े हुए कार्यालयों का दौरा भी कराया जाएगा. जिससे विद्यार्थी कामकाज के बारे में समझ सकें.
ये है उद्देश्य
कोर्स का मुख्य उद्देश्य इसमें शामिल छात्रों को, महिलाओं के अधिकार, बच्चों के अधिकार, बुजुर्गों के अधिकार और ट्रांसजेंडर के कानूनी अधिकारों के बारे में बताना और इनके साथ होने वाली हिंसा के खिलाफ जागरूकता फैलाना है. ताकि वह उसके खिलाफ कानूनी मदद ले सकें. जिला विधिक सेवा प्राधिकरण शाहदरा के सचिव अंशुल सिंघल ने बताया कि इस कोर्स में स्नातक और स्नातकोत्तर का कोई भी छात्र-छात्रा भाग ले सकता है. यह कोर्स 30 घंटे का होगा. कोर्स में शामिल होने के लिए मात्र 500 रुपये का शुल्क रखा गया है.
जानें, कोर्स के लिए रजिस्ट्रेशन प्रॉसेस
कोर्स पूरा करने के बाद सभी छात्र-छात्राओं को सर्टिफिकेट भी प्रदान किया जाएगा. विवेकानंद कॉलेज से दी गई जानकारी के अनुसार इस कोर्स के लिए 14 तारीख तक 120 से ज्यादा छात्र-छात्राओं ने अपना पंजीकरण कराया है, जिसका काफी अच्छा रिस्पांस है. वैसे इस कोर्स के लिए रजिस्ट्रेशन का समय 16 सितंबर तक है. विवेकानंद कॉलेज की वेबसाइट पर जाकर के इच्छुक छात्राएं कोर्स में रजिस्ट्रेशन कर सकते हैं.
18 सितंबर से कोर्स को शुरू करने की तैयारी
18 सितंबर से कोर्स को शुरू करने की तैयारी को अंतिम रूप दिया जा रहा है. 18 सितंबर को उद्घाटन कार्यक्रम में डीएलएसए शाहदरा के सचिव और विवेकानंद कॉलेज की प्राचार्या और अन्य शिक्षक विद्यार्थियों को संबोधित करके उन्हें अधिकारों के बारे में जानकारी देंगे. कोर्स से संबंधित कक्षाओं की शुरुआत कॉलेज का समय खत्म होने के बाद हुआ करेगी, जिससे छात्र-छात्राओं को कॉलेज की कक्षाओं को लेने में किसी तरीके का व्यवधान न हो.
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पाठ्यक्रम का समापन एक असाइनमेंट के साथ होता है, इसके बाद सर्टिफिकेट प्रदान किया जाएगा.कोर्स उन लोगों के लिए फायदेमंद है जो अपने कानूनी ज्ञान को बढ़ाना चाहते हैं और सामाजिक न्याय की वकालत करना चाहते हैं और कानून में अपना करियर बनाना चाहते हैं.
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