सागर: केंद्रीय सामाजिक न्याय एवं अधिकारिता मंत्री वीरेंद्र कुमार की मुश्किलें कम होने का नाम नहीं ले रही है. एक तरफ उनके संसदीय क्षेत्र टीकमगढ़ में भाजपा के पूर्व विधायकों और विधायकों ने उनके द्वारा नियुक्त किए गए सांसद प्रतिनिधियों के खिलाफ मोर्चा खोल दिया है. केंद्रीय मंत्री के खिलाफ प्रेस वार्ता कर ऐसे लोगों को सांसद प्रतिनिधि बनाने पर सवाल उठाए हैं. जिन्होंने विधानसभा चुनाव में पार्टी के अधिकृत उम्मीदवारों के खिलाफ काम किया. वहीं दूसरी तरफ उनके द्वारा बनाए गए सांसद प्रतिनिधि आशीष तिवारी पर 7 साल की नाबालिग के साथ अश्लील हरकत करने पर पॉक्सो एक्ट के तहत मामला दर्ज किया गया है.
हालांकि मंत्री ने कहा है कि 'उन्होंने प्रतिनिधि को पद से हटा दिया है, लेकिन मंत्री का विरोध कर रहे नेता और प्रमुख विपक्ष कांग्रेस फिर एक बार मंत्री पर हमलावर हो गया है.
सांसद प्रतिनिधि पर पॉक्सो एक्ट में मामला दर्ज
टीकमगढ़ लोकसभा से सांसद और मोदी सरकार के सामाजिक न्याय एवं अधिकारिता मंत्री वीरेंद्र कुमार द्वारा हाल ही में नियुक्त किए गए 104 सांसद प्रतिनिधियों में से एक आशीष तिवारी पर टीकमगढ़ के कोतवाली थाने में पॉक्सो एक्ट के तहत मामला दर्ज किया गया है. एसपी रोहित केसवानी ने आशीष तिवारी के खिलाफ कोतवाली में पॉक्सो एक्ट के तहत मामला दर्ज किए जाने की पुष्टि की है. आशीष तिवारी को हाल ही में केंद्रीय मंत्री वीरेन्द्र कुमार ने शासकीय उत्कृष्ट विद्यालय क्रमांक -1 का प्रतिनिधि बनाया था.
आशीष तिवारी पर आरोप है कि वह 7 साल की नाबालिग को बहला फुसलाकर अपने घर ले गया और कमरे में बंद कर उसके साथ अश्लील हरकतें की. नाबालिग के परिजनों की शिकायत पर आशीष तिवारी और उसके एक सहयोगी पर पॉक्सो एक्ट के तहत मामला दर्ज किया गया है.
पार्टी जनों के आरोपी को मिला बाल
इस घटना के बाद टीकमगढ़ के पूर्व विधायक राकेश गिरी खरगापुर के पूर्व विधायक राहुल सिंह लोधी छतरपुर विधायक ललिता यादव और कांग्रेस से भाजपा में गए पूर्व मंत्री मानवेंद्र सिंह के आरोप एक तरह से सच साबित हुए हैं. इन लोगों ने सार्वजनिक तौर पर केंद्रीय मंत्री पर ऐसे लोगों को सांसद प्रतिनिधि बनाने का आरोप लगाया था. जिन्होंने पार्टी के खिलाफ काम किया और कई अवैधानिक गतिविधियों में शामिल है.
केंद्रीय मंत्री ने दिया ये जवाब
लोकसभा नेता प्रतिपक्ष राहुल गांधी के खिलाफ प्रेस वार्ता करने सागर पहुंचे केंद्रीय मंत्री वीरेंद्र खटीक से जब सवाल किया गया, तो 'उन्होंने कहा कि सांसद का अधिकार है कि वह किसको अपना प्रतिनिधि बनाता है. आशीष तिवारी पर मामला दर्ज होने के सवाल पर उन्होंने कहा कि मैंने उन्हें तत्काल प्रतिनिधि पद से हटा दिया है. पार्टी अनुशासनहीनता के तहत कार्रवाई कर रही है और कानून अपना काम करेगा. जब उनसे पूछा गया कि आशीष तिवारी के मामले से साफ है कि पार्टी के नेताओं द्वारा लगाए जा रहे आरोप सही साबित हो रहे हैं, तो उन्होंने कहा कि मैं सागर से टीकमगढ़ गया था. आशीष तिवारी पहले से ही भाजपा के लिए काम कर रहा था. मैं यहां से कोई कार्यकर्ता अपने साथ लेकर नहीं गया. टीकमगढ़ में मुझे जो पार्टी के कार्यकर्ता मिले, उनके साथ मैंने काम किया है.'
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कांग्रेस ने कहा -आरोप सिद्ध हुए
एमपी कांग्रेस के मुख्य प्रवक्ता भूपेंद्र गुप्ता ने घटना को लेकर कहा है कि "केंद्रीय मंत्री वीरेंद्र खटीक आरोप लगाने वाले पार्टी के नेताओं को चुनौती दे रहे थे कि सिद्ध करके बताएं कि उनके द्वारा बनाए गए प्रतिनिधि गलत हैं, लेकिन आज आशीष तिवारी के मामले से साफ हो गया है कि पार्टी के नेताओं के आरोप सही थे. टीकमगढ़ में उनके प्रतिनिधि पर पॉक्सो एक्ट में मामला दर्ज किया गया है. इससे साबित होता है कि भाजपा ऐसी प्रवृत्ति के लोगों को संरक्षण देती है. आज देश में जहां भी ऐसे मामले सामने आते हैं. उसमें 90% भाजपा से जुड़े लोग पाए जाते हैं. 80% मामलों में तो ये भी नहीं बताया जाता है कि वह भाजपा से जुड़े हैं. आज आप महु में हुई घटना देख लीजिए और ओडिशा में हुई घटना देख लीजिए. देश में आर्मी के लोग भी सुरक्षित नहीं हैं.'