ETV Bharat / state

पार्टी में विरोध के चलते बैकफुट पर वीरेंद्र कुमार, सांसद प्रतिनिधियों को लेकर किया बड़ा फैसला - Virendra Kumar MP Representative

author img

By ETV Bharat Madhya Pradesh Team

Published : 2 hours ago

टीकमगढ़ लोकसभा सीट से सांसद और केंद्रीय मंत्री डॉ. वीरेंद्र कुमार ने अपने सभी सांसद प्रतिनिधियों को हटा दिया है. केंद्रीय मंत्री के सांसद प्रतिनिधि पर पॉक्सो एक्ट के तहत मामला दर्ज किया गया है.

VIRENDRA KUMAR MP REPRESENTATIVE
वीरेंद्र कुमार ने सांसद प्रतिनिधियों को लेकर किया बड़ा फैसला (virendra kumar x profile)

सागर: बुंदेलखंड के दिग्गज नेताओं में शुमार और मोदी सरकार के सामाजिक न्याय एवं अधिकारिता मंत्री वीरेन्द्र कुमार अपने ही लोकसभा क्षेत्र में ऐसे घिरे कि बैकफुट पर आ गए. हालांकि, शुरुआत में तो उन्होंने तीखे तेवर दिखाए, लेकिन स्थानीय नेताओं के सामूहिक विरोध और खुद के बनाए प्रतिनिधि पर पॉक्सो एक्ट में मामला दर्ज होने के बाद वीरेन्द्र कुमार ने सोमवार रात पत्र जारी कर विभिन्न विभागों और कार्यालयों में बनाए गए 104 सांसद प्रतिनिधियों को हटा दिया है. माना जा रहा है कि केंद्रीय मंत्री वीरेन्द्र कुमार अब नए सिरे से सबकी सहमति से अपने प्रतिनिधि की सूची जारी करेंगे.

मंत्री के प्रतिनिधियों की सूची पर मचा बवाल

मोदी सरकार के मंत्री वीरेन्द्र कुमार वैसे तो सादगी भरी राजनीति के लिए जाने जाते हैं, लेकिन पिछले एक पखवाडे से उनके संसंदीय क्षेत्र टीकमगढ़ में उन्हें काफी विरोध का सामना करना पड़ा है. उसको देखकर लगता है कि टीकमगढ के भाजपा नेताओं को केंद्रीय मंत्री वीरेन्द्र कुमार की कामकाज की शैली ठीक नहीं लगी. हालात ये बने कि केंद्रीय मंत्री के विरोध में भाजपा के विधायक, पूर्व विधायक और कई जनप्रतिनिधि खड़े हो गए. दरअसल, पिछले दिनों केंद्रीय मंत्री वीरेन्द्र कुमार ने सांसद प्रतिनिधि के तौर पर टीकमगढ संसदीय क्षेत्र के तीनों जिलों में करीब 104 सांसद प्रतिनिधियों की नियुक्ति की थी. सूची सामने आते ही टीकमगढ़ भाजपा में हडकंप मच गया और पार्टी के नेता खुली तौर पर बगावत पर उतर आए.

भाजपा के कई नेताओं ने किया था विरोध

भाजपा के टीकमगढ़ से पूर्व विधायक राकेश गिरी, उमा भारती के भतीजे व पूर्व विधायक राहुल सिंह लोधी, छतरपुर की विधायक ललिता यादव और कांग्रेस से भाजपा में शामिल हुए मानवेन्द्र सिंह ने खुले तौर पर बयानबाजी की. दोनों पूर्व विधायकों ने तो बाकायदा टीकमगढ़ में प्रेसवार्ता बुलाकर मंत्री के बनाए प्रतिनिधियों पर जमकर एतराज जताया. उनका कहना था कि हमें इस बात से एतराज नहीं है कि मंत्री ने अपने प्रतिनिधि नियुक्त किए हैं, लेकिन जिन नेताओं को प्रतिनिधि बनाया है उनकी जानकारी और करतूतों के बारे में पता कर लेना चाहिए था. मंत्री के बनाए प्रतिनिधियों ने विधानसभा चुनाव में भाजपा के अधिकृत उम्मीदवारों के खिलाफ काम किया. कई प्रतिनिधि अवैध और गैर कानूनी क्रियाकलापों में लिप्त हैं. ऐसे लोगों को प्रतिनिधि नहीं बनाना था.

Virendra Kumar MP Representative
केंद्रीय मंत्री डॉ. वीरेंद्र कुमार ने सांसद प्रतिनिधियों को लेकर किया बड़ा फैसला (ETV Bharat)

पहले सख्त तेवर में दिखे थे केंद्रीय मंत्री

इस तरह खुलेआम विरोध होने पर पहले तो केंद्रीय मंत्री वीरेन्द्र कुमार ने भी सख्त तेवर अपना लिए थे. उनका कहना था कि ''मैंने पार्टी के ही कार्यकर्ताओं के बीच में से प्रतिनिधि नियुक्त किए हैं. मैं सागर से टीकमगढ़ राजनीति करने पहुंचा और पार्टी के जो कार्यकर्ता टीकमगढ़ में मिले, उनके साथ ही काम किया. मैं कोई सागर से नेता लेकर नहीं गया था.'' उनका कहना था कि राजनीति में सब को खुश नहीं किया जा सकता है.

सांसद प्रतिनिधि के खिलाफ पॉक्सो एक्ट में मामला दर्ज

इस मामले में नया मोड़ तब आया, जब शनिवार को वीरेन्द्र कुमार द्वारा टीकमगढ़ के शासकीय उत्कृष्ट विद्यालय में सांसद प्रतिनिधि नियुक्त किए गए आशीष तिवारी और उसके एक साथी के खिलाफ पॉक्सो एक्ट के तहत मामला दर्ज किया गया. आशीष तिवारी पर आरोप है कि वह एक 7 साल की नाबालिग को बहला फुसलाकर अपने घर ले गया और उसके साथ अश्लील हरकत की. इस खबर के सामने आते ही सागर में मौजूद केंद्रीय मंत्री ने तुरंत आशीष तिवारी को हटाने की बात कही. उन्होंने कहा कि पार्टी उनके खिलाफ अनुशासनात्मक कार्रवाई करेगी और कानून अपना काम करेगा.

ये भी पढ़ें:

घिर गए केंद्रीय मंत्री वीरेंद्र कुमार, सांसद प्रतिनिधि पर पॉक्सो एक्ट में मामला दर्ज

छतरपुर में बीजेपी के दिग्गजों के बीच तूफान के बाद शांति, धधक रहीं राख में दबी चिंगारियां

केंद्रीय मंत्री ने बीजेपी नेता के खानदान को दी खुली चुनौती, समझिए क्या है पूरा माजरा

सोमवार रात को जारी किया पत्र

अपने प्रतिनिधि पर पॉक्सो एक्ट जैसे गंभीर एक्ट में मामला दर्ज होते ही वीरेन्द्र कुमार बैकफुट पर आ गए. प्रतिनिधि पर मामला दर्ज होते ही पार्टी नेताओं द्वारा लगाए जा रहे आरोपों को बल मिल गया और विपक्ष भी जमकर हमलावर हो गया. ऐसे में टीकमगढ पहुंचे केंद्रीय मंत्री ने विचार विमर्श के बाद सोमवार देर रात एक पत्र जारी करके सांसद प्रतिनिधियों की सूची रद्द करने का ऐलान कर दिया.

सागर: बुंदेलखंड के दिग्गज नेताओं में शुमार और मोदी सरकार के सामाजिक न्याय एवं अधिकारिता मंत्री वीरेन्द्र कुमार अपने ही लोकसभा क्षेत्र में ऐसे घिरे कि बैकफुट पर आ गए. हालांकि, शुरुआत में तो उन्होंने तीखे तेवर दिखाए, लेकिन स्थानीय नेताओं के सामूहिक विरोध और खुद के बनाए प्रतिनिधि पर पॉक्सो एक्ट में मामला दर्ज होने के बाद वीरेन्द्र कुमार ने सोमवार रात पत्र जारी कर विभिन्न विभागों और कार्यालयों में बनाए गए 104 सांसद प्रतिनिधियों को हटा दिया है. माना जा रहा है कि केंद्रीय मंत्री वीरेन्द्र कुमार अब नए सिरे से सबकी सहमति से अपने प्रतिनिधि की सूची जारी करेंगे.

मंत्री के प्रतिनिधियों की सूची पर मचा बवाल

मोदी सरकार के मंत्री वीरेन्द्र कुमार वैसे तो सादगी भरी राजनीति के लिए जाने जाते हैं, लेकिन पिछले एक पखवाडे से उनके संसंदीय क्षेत्र टीकमगढ़ में उन्हें काफी विरोध का सामना करना पड़ा है. उसको देखकर लगता है कि टीकमगढ के भाजपा नेताओं को केंद्रीय मंत्री वीरेन्द्र कुमार की कामकाज की शैली ठीक नहीं लगी. हालात ये बने कि केंद्रीय मंत्री के विरोध में भाजपा के विधायक, पूर्व विधायक और कई जनप्रतिनिधि खड़े हो गए. दरअसल, पिछले दिनों केंद्रीय मंत्री वीरेन्द्र कुमार ने सांसद प्रतिनिधि के तौर पर टीकमगढ संसदीय क्षेत्र के तीनों जिलों में करीब 104 सांसद प्रतिनिधियों की नियुक्ति की थी. सूची सामने आते ही टीकमगढ़ भाजपा में हडकंप मच गया और पार्टी के नेता खुली तौर पर बगावत पर उतर आए.

भाजपा के कई नेताओं ने किया था विरोध

भाजपा के टीकमगढ़ से पूर्व विधायक राकेश गिरी, उमा भारती के भतीजे व पूर्व विधायक राहुल सिंह लोधी, छतरपुर की विधायक ललिता यादव और कांग्रेस से भाजपा में शामिल हुए मानवेन्द्र सिंह ने खुले तौर पर बयानबाजी की. दोनों पूर्व विधायकों ने तो बाकायदा टीकमगढ़ में प्रेसवार्ता बुलाकर मंत्री के बनाए प्रतिनिधियों पर जमकर एतराज जताया. उनका कहना था कि हमें इस बात से एतराज नहीं है कि मंत्री ने अपने प्रतिनिधि नियुक्त किए हैं, लेकिन जिन नेताओं को प्रतिनिधि बनाया है उनकी जानकारी और करतूतों के बारे में पता कर लेना चाहिए था. मंत्री के बनाए प्रतिनिधियों ने विधानसभा चुनाव में भाजपा के अधिकृत उम्मीदवारों के खिलाफ काम किया. कई प्रतिनिधि अवैध और गैर कानूनी क्रियाकलापों में लिप्त हैं. ऐसे लोगों को प्रतिनिधि नहीं बनाना था.

Virendra Kumar MP Representative
केंद्रीय मंत्री डॉ. वीरेंद्र कुमार ने सांसद प्रतिनिधियों को लेकर किया बड़ा फैसला (ETV Bharat)

पहले सख्त तेवर में दिखे थे केंद्रीय मंत्री

इस तरह खुलेआम विरोध होने पर पहले तो केंद्रीय मंत्री वीरेन्द्र कुमार ने भी सख्त तेवर अपना लिए थे. उनका कहना था कि ''मैंने पार्टी के ही कार्यकर्ताओं के बीच में से प्रतिनिधि नियुक्त किए हैं. मैं सागर से टीकमगढ़ राजनीति करने पहुंचा और पार्टी के जो कार्यकर्ता टीकमगढ़ में मिले, उनके साथ ही काम किया. मैं कोई सागर से नेता लेकर नहीं गया था.'' उनका कहना था कि राजनीति में सब को खुश नहीं किया जा सकता है.

सांसद प्रतिनिधि के खिलाफ पॉक्सो एक्ट में मामला दर्ज

इस मामले में नया मोड़ तब आया, जब शनिवार को वीरेन्द्र कुमार द्वारा टीकमगढ़ के शासकीय उत्कृष्ट विद्यालय में सांसद प्रतिनिधि नियुक्त किए गए आशीष तिवारी और उसके एक साथी के खिलाफ पॉक्सो एक्ट के तहत मामला दर्ज किया गया. आशीष तिवारी पर आरोप है कि वह एक 7 साल की नाबालिग को बहला फुसलाकर अपने घर ले गया और उसके साथ अश्लील हरकत की. इस खबर के सामने आते ही सागर में मौजूद केंद्रीय मंत्री ने तुरंत आशीष तिवारी को हटाने की बात कही. उन्होंने कहा कि पार्टी उनके खिलाफ अनुशासनात्मक कार्रवाई करेगी और कानून अपना काम करेगा.

ये भी पढ़ें:

घिर गए केंद्रीय मंत्री वीरेंद्र कुमार, सांसद प्रतिनिधि पर पॉक्सो एक्ट में मामला दर्ज

छतरपुर में बीजेपी के दिग्गजों के बीच तूफान के बाद शांति, धधक रहीं राख में दबी चिंगारियां

केंद्रीय मंत्री ने बीजेपी नेता के खानदान को दी खुली चुनौती, समझिए क्या है पूरा माजरा

सोमवार रात को जारी किया पत्र

अपने प्रतिनिधि पर पॉक्सो एक्ट जैसे गंभीर एक्ट में मामला दर्ज होते ही वीरेन्द्र कुमार बैकफुट पर आ गए. प्रतिनिधि पर मामला दर्ज होते ही पार्टी नेताओं द्वारा लगाए जा रहे आरोपों को बल मिल गया और विपक्ष भी जमकर हमलावर हो गया. ऐसे में टीकमगढ पहुंचे केंद्रीय मंत्री ने विचार विमर्श के बाद सोमवार देर रात एक पत्र जारी करके सांसद प्रतिनिधियों की सूची रद्द करने का ऐलान कर दिया.

ETV Bharat Logo

Copyright © 2024 Ushodaya Enterprises Pvt. Ltd., All Rights Reserved.