गुरुग्राम: गुरुग्राम नगर निगम के नवनियुक्त निगम कमिश्नर एक्शन मोड में आ गए हैं. उन्होंने निगम में साफ सफाई को लेकर एक खास पहल शुरू की है. नगर निगम कमिश्नर ने सफाई व्यवस्था की शुरुआत अपने कार्यालय से की है. निगम कमिश्नर ने आदेश जारी किए हैं कि कोई भी निगम अधिकारी प्राइवेट टॉयलेट का इस्तेमाल नहीं करेगा.
तमाम अधिकारी पब्लिक टॉयलेट यानी कॉमन टॉयलेट का इस्तेमाल करेंगे. ताकि पब्लिक टॉयलेट को स्वच्छ रखा जा सके. यानी कि अब गुरुग्राम निगम में वीआईपी कल्चर खत्म होने वाला है. यहां निगम कमिश्नर सहित अधिकारियों और कर्मचारियों को भी कॉमन टॉयलेट का ही इस्तेमाल करना होगा.
अधिकारी करेंगे कॉमन टॉयलेट का इस्तेमाल: गुरुग्राम निगम कमिश्नर के आदेश के बाद अब इन टॉयलेट को ताला लगा दिया गया है. अब अधिकारियों को भी नगर निगम कर्मचारियों के लिए बनाए गए कॉमन टॉयलेट का इस्तेमाल करना होगा. निगम कमिश्नर ने यह आदेश पब्लिक टॉयलेट को भी स्वच्छ रखने के उद्देश्य से दिए हैं. निगम कमिश्नर की मानें तो इससे न केवल सफाई व्यवस्था दुरुस्त करने में मदद मिलेगी, बल्कि अधिकारियों को भी सफाई व्यवस्था को लेकर संतुष्टि होगी.
गंदगी की शिकायत के बाद जारी किया आदेश: जानकारी के मुताबिक निगम कमिश्नर अशोक कुमार गर्ग के पास सूचना आई थी कि नगर निगम की ओर से शहर में जगह-जगह बनाए गए पब्लिक टॉयलेट गंदे रहते हैं. कुछ टॉयलेट तो ऐसे भी हैं जिन पर कुछ लोगों ने कब्जा कर सामान भरा हुआ है. इसके अलावा कई कार्यालयों में कर्मचारियों के लिए बने टॉयलेट भी गंदे रहते हैं. इन शिकायतों के बाद निगम कमिश्नर ने यह आदेश दिए हैं. कमिश्नर की मानें तो उनके इस आदेश से कॉमन टॉयलेट में सफाई देखने को मिलेगी.
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