दौसा. जिले में पिछले तीन दिनों से हो रही मूसलाधार ने कई गावों को टापू में तब्दील कर दिया है. कई जगह बारिश कहर बरपा रही है. जिले के प्रशासनिक अधिकारी भी बारिश के चलते हो रहे नुकसान का आंकलन करने में जुटे हुए हैं. इधर, कई वर्षों से सूखे पड़े मोरेल बांध में पानी की आवक होने से क्षेत्र के लोगों में खुशी देखी जा रही है.
बता दें कि दौसा जिले में पिछले तीन दिन से रुक-रुककर बारिश का दौर जारी है. इससे लालसोट उपखंड के कई गांव टापू बन गए है. यहां लोगों ने प्रशासन से गांव में भरे पानी की समस्या का समाधान करने की मांग की है. ग्रामीणों ने समस्या का जल्द ही समाधान नहीं होने पर हाईवे जाम करने की चेतावनी भी दी है.
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नाले पर कर दिया निर्माण,अब घरों में भरा पानी: लालसोट के मित्रपुरा गांव निवासी एक ग्रामीण ने बताया कि सारी समस्या गांव के नाले पर निर्माण होने से उत्पन्न हुई है. गांव का मुख्य नाला है, जिससे गांव का पानी निकलता है. इस नाले पर मेडिकल कॉलेज का निर्माण कर दिया. जिससे बारिश का पानी गांव से बाहर नहीं निकल रहा. इसके चलते नाले का पानी अब घरों में घुस रहा है. इस बारे में कई बार प्रशासन को भी लिखित में शिकायत दे चुके हैं, लेकिन प्रशासन सोया हुआ है.
हाईवे जाम की चेतावनी: ग्रामीणों ने आरोप लगाया कि इस मामले में सांसद मुरारीलाल को भी फोन पर सूचना दी है. ऐसे में जिला कलेक्टर ने स्थानीय प्रशासन के 4 आदमी भेजे, जो घूमकर वापस चले गए. यहां मवेशी भी दिन रात पानी में खड़े रहते हैं. ऐसे में अगर जल्द ही हमारी समस्या का समाधान नहीं हुआ तो हाईवे जाम करने के लिए मजबूर होना पड़ेगा.
परिवार बाहर खा रहा था खाना, भरभरा कर गिरा मकान: जिले के सिकराय उपखंड में स्थित टोरडा गांव में बीती रात एक मकान की दीवार भरभरा कर ढह गई. इससे घर में रखा काफी सामान क्षतिग्रस्त हो गया. हालांकि गनीमत रही कि किसी प्रकार की जनहानि नहीं हुई. इधर, सूचना मिलने पर स्थानीय जनप्रतिनिधि सहित सिकंदरा थाना पुलिस मौके पर पहुंची. पुलिस के अनुसार थाना क्षेत्र के टोरडा गांव निवासी जगदीश बैरवा रात को अपने परिवार के साथ घर के बाहर बैठकर खाना खा रहा था. इस दौरान अचानक से घर की दीवारें और छत भरभरा कर नीचे गिर गई. इससे पीड़ित को लाखों रुपए का नुकसान हुआ है.