गिरिडीहः जिला में सरकारी अनाज का घोटाला हुआ है. 87 हजार क्विंटल अनाज की गड़बड़ी हुई है. इस मामले में जांच चल रही है. इस बीच इस घोटाले में शामिल लोगों को गिरफ्तार करने और बैकलॉग अनाज को जनता के बीच वितरित करने की मांग को लेकर जमुआ में झारखंड यूथ फोर्स के बैनर तले जोरदार प्रदर्शन हुआ. यहां सैकड़ों की संख्या में पहुचे महिला-पुरुष ने प्रखंड मुख्यालय में तालाबंदी करने का प्रयास किया. इस क्रम में काफी हंगामा हुआ तो पुलिस को सख्ती दिखानी पड़ी और थोड़ी लाठियां भी भांजनी पड़ी.
क्या है पूरा मामलाः
इस संदर्भ में झारखंड यूथ फोर्स के नेता अजय द्विवेदी ने बताया कि जमुआ प्रखंड के गोदाम से 20 हजार क्विंटल अनाज की कालबाजारी हुई है. जिसकी अनुमानित कीमत 8.35 करोड़ है. इसे लेकर 20 दिनों पूर्व ही डीसी के साथ साथ खोरीमहुआ एसडीओ को आवेदन देते हुए दोषियों पर सख्त करवाई की मांग की गई थी. 20 दिन बाद भी कोई कदम नहीं उठाया गया तो प्रखंड मुख्यालय में तालाबंदी करने का निर्णय लिया गया. इसी के तहत वे लोग जनता के साथ आंदोलन कर रहे हैं. उन्होंने कहा कि आंदोलन के दौरान पुलिस ने बल भी प्रयोग किया है.
इस मौके पर पहुंचे डीएसओ गुलाम समदानी ने आंदोलकारियों से वार्ता की. वार्ता के दौरान आंदोलन का नेतृत्व कर रहे नेताओं ने साफ कहा कि गड़बड़ी करनेवालों के प्रति प्रशासन का रवैया नरम है. यहां जिला आपूर्ति पदाधिकारी ने उपस्थिति लोगों को सम्बोधित करते हुए कहा कि अनाज की गड़बड़ी का मामला पुराना है. इस मामले की जांच हो रही है. वर्तमान में बिरनी के एजीएम के खिलाफ कार्रवाई हुई है. इसके अलावा जमुआ और धनवार में भी गड़बड़ी करनेवालों के खिलाफ सख्त कार्रवाई होगी.
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