नई दिल्ली/नोएडा: ग्रेटर नोएडा प्राधिकरण की टीम बुधवार को अतिक्रमण हटाने बिसरख थाना क्षेत्र के इटेडा गांव पहुंची. इस दौरान सुरक्षा व्यवस्था को देखते हुए भारी संख्या में बिसरख पुलिस भी मौके पर मौजूद रही. अतिक्रमण हटाने के दौरान ग्रामीण और प्राधिकरण के अधिकारियों में नोंकझोंक हो गई. इसके बाद ग्रामीणों ने पुलिस पर पथराव कर दिया. इस दौरान एक किसान के सर में चोट लग गई और प्राधिकरण के सुरक्षा कर्मी भी घायल हो गए.
दरअसल, ग्रेटर नोएडा प्राधिकरण के अंतर्गत बिसरख थाना क्षेत्र के इटेडा गांव में प्राधिकरण द्वारा अधिग्रहण की गई खसरा नम्बर 435 जमीन पर ग्रामीणों ने अवैध अतिक्रमण कर लिया. ग्रामीणों ने आचार संहिता के दौरान जमीन पर अतिक्रमण करते हुए अवैध दुकान बना ली. प्राधिकरण की टीम पुलिस की मौजूदगी में अतिक्रमण हटाने पहुंची तो ग्रामीणों ने इसका विरोध किया.
एडिशनल डीसीपी सेंट्रल नोएडा हिरदेश कठेरिया ने बताया कि पुलिस की मौजूदगी में प्राधिकरण की टीम ने अवैध बनी दुकानों को तोड़ना शुरू किया. जिसके बाद गुस्साए ग्रामीणों ने पुलिस व प्राधिकरण के अधिकारियों पर पथराव शुरू कर दिया. इस दौरान कुछ किसान ग्रेटर नोएडा प्राधिकरण के खिलाफ अपनी शिकायत लेकर बिसरख कोतवाली आए. उनके द्वारा एक प्रार्थना पत्र भी पुलिस को दिया गया. प्रार्थना पत्र की जांच एसीपी दो सेंट्रल नोएडा द्वारा की जा रही है.
ये भी पढ़ें: ग्रेटर नोएडा में चला प्राधिकरण का बुलडोजर, 10 करोड़ की जमीन को कराया कब्जा मुक्त
जानकारी के अनुसार, ग्रेटर नोएडा प्राधिकरण के द्वारा इटेडा गांव के खसरा नंबर 435 की जमीन लगभग 15 साल पहले अधिग्रहण की जा चुकी है. अधिकांश किसानों को मुआवजा भी दे दिया गया है. कुछ किसानों ने मुआवजा नहीं उठाया है तो उनका मुआवजा भी प्राधिकरण ने एडीएम एलए के यहां जमा कर रखा है. कुछ अवैध कब्जा धारकों द्वारा गांव की खसरा नंबर 435 की 1.68 हेक्टेयर जमीन पर अवैध दुकानें बनाकर कब्जाने की कोशिश की जा रही थी. प्राधिकरण के द्वारा अवैध कब्जा हटाने के लिए पूर्व में भी नोटिस दिए जा चुके हैं. प्राधिकरण के ओएसडी हिमांशु वर्मा ने बताया कि प्राधिकरण की तरफ से इस घटना की तहरीर बिसरख पुलिस को दे दी गई है.
ये भी पढ़ें: ग्रेटर नोएडा प्राधिकरण ने 5000 वर्ग मीटर जमीन से हटाया अतिक्रमण, दस करोड़ की जमीन कराई मुक्त