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लोकतंत्र के सच्चे प्रहरी हैं सोहदाग के ग्रामीण, 5 किमी पैदल चलकर डालने जाते हैं वोट - Sohdag Village of Latehar

Sohdag Village of Latehar. लातेहार के सोहदाग गांव के ग्रामीण सुविधाओं के अभाव में भी वोटिंग करने जरूर जाते हैं. यह गांव उन सभी के लिए एक सबक है जो वोटिंग करने नहीं जाते.

Sohdag Village of Latehar
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By ETV Bharat Jharkhand Team

Published : Mar 20, 2024, 9:41 AM IST

लोकतंत्र के सच्चे प्रहरी हैं सोहदाग के ग्रामीण

लातेहार : लातेहार सदर प्रखंड के अंतिम छोर पर स्थित सोहदाग गांव के ग्रामीण लोकतंत्र के सच्चा प्रहरी हैं. तमाम दिक्कतों के बावजूद यहां के ग्रामीण वोट देने जरूर जाते हैं. लोकतंत्र को मजबूत करने के प्रति ग्रामीणों के जज्बे को स्थानीय जन प्रतिनिधि भी सलाम करते हैं.

दरअसल, वोटिंग प्रतिशत बढ़ाने के लिए सरकार और जिला प्रशासन की ओर से कई तरह के जागरूकता अभियान चलाए जाते हैं. मतदान केंद्र पर मतदाताओं को सभी प्रकार की सुविधाएं भी उपलब्ध कराई जाती हैं. इसके बावजूद मतदान प्रतिशत अपेक्षाकृत नहीं बढ़ पाता है. समाज में अभी भी कई लोग ऐसे हैं जो मतदान का महत्व नहीं समझते हैं. लातेहार जिले के सोहदाग गांव के ग्रामीण ऐसे लोगों के लिए एक सबक हैं.

इस गांव के ग्रामीणों को वोट देने के लिए गांव से करीब 5 किलोमीटर दूर कैमा गांव जाना पड़ता है. मतदाताओं को मतदान केंद्र तक पहुंचने के लिए दो नदियों को भी पार करना पड़ता है. इसके बावजूद गांव के अधिकतर मतदाता अनिवार्य रूप से वोट डालने जाते हैं.

अभाव के बावजूद वोटिंग को लेकर उत्साह

सदर प्रखंड के सोहदाग गांव में सुविधाओं का घोर अभाव है. बावजूद इसके यहां के ग्रामीणों में मतदान के प्रति जबरदस्त उत्साह बना हुआ रहता है. स्थानीय मतदाता फागो देवी, रंजीत उरांव, जमुना सिंह, आशीष सिंह आदि ग्रामीणों ने कहा कि गांव के लोग कई समस्याओं के बावजूद वोट जरूर करते हैं. उन्होंने बताया कि वे दो नदियों को पार करने के बाद 5 किलोमीटर पैदल चलकर मतदान केंद्र तक पहुंचते हैं और वोट डालते हैं. अच्छी सरकार बनाने के लिए सभी को मतदान अवश्य करना चाहिए.

मुखिया भी करते हैं तारीफ

स्थानीय मुखिया अमरेश उरांव भी मतदान के प्रति ग्रामीणों के उत्साह की सराहना करते हैं. मुखिया अमरेश उरांव ने बताया कि यहां के ग्रामीण चुनाव को उत्सव के रूप में लेते हैं. चाहे वह विधानसभा चुनाव हो, लोकसभा चुनाव हो या कोई अन्य चुनाव. इस गांव के लोग उत्साह से मतदान करते हैं. उन्होंने कहा कि गांव तक पहुंचने के लिए दो नदियों को पार करना पड़ता है. आज तक नदियों पर पुल नहीं बने. इससे ग्रामीणों को परेशानी भी होती है. लेकिन किसी भी मामले में यहां के ग्रामीण मतदान करने में पीछे नहीं रहते हैं.

सोहदाग में रहते हैं सभी समुदाय के लोग

सोहदाग गांव में मतदाताओं की संख्या करीब 700 है. यह गांव दो वार्डों में बंटा हुआ है. यहां टाना भगत समुदाय के अलावा आदिवासी समुदाय, अल्पसंख्यक समुदाय और अन्य समुदाय के लोग भी रहते हैं. मतदान को लेकर सभी समुदाय के लोग काफी जागरूक हैं. इसी वजह से इस गांव का वोटिंग प्रतिशत 75 फीसदी से भी ज्यादा रहता है. लातेहार जिला मुख्यालय से इस गांव की दूरी करीब 15 किलोमीटर है.

यह भी पढ़ें: लातेहार के किसान कर रहे हैं ड्रैगन फ्रूट की खेती, 25 साल तक होगी कमाई

यह भी पढ़ें: प्रधानमंत्री की गारंटी और सांसद के वादों की सच्चाई, 10 साल पहले गोद लिया था गांव, आज तक नहीं बन पाई सड़क

यह भी पढ़ें: लातेहार के इस गांव के लोग 5 किलोमीटर दूर जाकर डालते हैं वोट, मुश्किलों के बावजूद मतदान के लिए ग्रामीण रहते हैं उत्साहित

लोकतंत्र के सच्चे प्रहरी हैं सोहदाग के ग्रामीण

लातेहार : लातेहार सदर प्रखंड के अंतिम छोर पर स्थित सोहदाग गांव के ग्रामीण लोकतंत्र के सच्चा प्रहरी हैं. तमाम दिक्कतों के बावजूद यहां के ग्रामीण वोट देने जरूर जाते हैं. लोकतंत्र को मजबूत करने के प्रति ग्रामीणों के जज्बे को स्थानीय जन प्रतिनिधि भी सलाम करते हैं.

दरअसल, वोटिंग प्रतिशत बढ़ाने के लिए सरकार और जिला प्रशासन की ओर से कई तरह के जागरूकता अभियान चलाए जाते हैं. मतदान केंद्र पर मतदाताओं को सभी प्रकार की सुविधाएं भी उपलब्ध कराई जाती हैं. इसके बावजूद मतदान प्रतिशत अपेक्षाकृत नहीं बढ़ पाता है. समाज में अभी भी कई लोग ऐसे हैं जो मतदान का महत्व नहीं समझते हैं. लातेहार जिले के सोहदाग गांव के ग्रामीण ऐसे लोगों के लिए एक सबक हैं.

इस गांव के ग्रामीणों को वोट देने के लिए गांव से करीब 5 किलोमीटर दूर कैमा गांव जाना पड़ता है. मतदाताओं को मतदान केंद्र तक पहुंचने के लिए दो नदियों को भी पार करना पड़ता है. इसके बावजूद गांव के अधिकतर मतदाता अनिवार्य रूप से वोट डालने जाते हैं.

अभाव के बावजूद वोटिंग को लेकर उत्साह

सदर प्रखंड के सोहदाग गांव में सुविधाओं का घोर अभाव है. बावजूद इसके यहां के ग्रामीणों में मतदान के प्रति जबरदस्त उत्साह बना हुआ रहता है. स्थानीय मतदाता फागो देवी, रंजीत उरांव, जमुना सिंह, आशीष सिंह आदि ग्रामीणों ने कहा कि गांव के लोग कई समस्याओं के बावजूद वोट जरूर करते हैं. उन्होंने बताया कि वे दो नदियों को पार करने के बाद 5 किलोमीटर पैदल चलकर मतदान केंद्र तक पहुंचते हैं और वोट डालते हैं. अच्छी सरकार बनाने के लिए सभी को मतदान अवश्य करना चाहिए.

मुखिया भी करते हैं तारीफ

स्थानीय मुखिया अमरेश उरांव भी मतदान के प्रति ग्रामीणों के उत्साह की सराहना करते हैं. मुखिया अमरेश उरांव ने बताया कि यहां के ग्रामीण चुनाव को उत्सव के रूप में लेते हैं. चाहे वह विधानसभा चुनाव हो, लोकसभा चुनाव हो या कोई अन्य चुनाव. इस गांव के लोग उत्साह से मतदान करते हैं. उन्होंने कहा कि गांव तक पहुंचने के लिए दो नदियों को पार करना पड़ता है. आज तक नदियों पर पुल नहीं बने. इससे ग्रामीणों को परेशानी भी होती है. लेकिन किसी भी मामले में यहां के ग्रामीण मतदान करने में पीछे नहीं रहते हैं.

सोहदाग में रहते हैं सभी समुदाय के लोग

सोहदाग गांव में मतदाताओं की संख्या करीब 700 है. यह गांव दो वार्डों में बंटा हुआ है. यहां टाना भगत समुदाय के अलावा आदिवासी समुदाय, अल्पसंख्यक समुदाय और अन्य समुदाय के लोग भी रहते हैं. मतदान को लेकर सभी समुदाय के लोग काफी जागरूक हैं. इसी वजह से इस गांव का वोटिंग प्रतिशत 75 फीसदी से भी ज्यादा रहता है. लातेहार जिला मुख्यालय से इस गांव की दूरी करीब 15 किलोमीटर है.

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