कुल्लू: जिला की सैंज घाटी में आपदा के 13 महीनों के बाद भी पांच पंचायत को जोड़ने वाले तरेड़ा पुल का निर्माण न होने से लोगों को दिक्कत का सामना करना पड़ रहा है. ऐसे में अब ग्रामीणों ने लोक निर्माण मंत्री विक्रमादित्य सिंह के साथ मुलाकात की और कहा कि जल्द इस पुल का निर्माण किया जाए. ग्रामीणों ने बताया कि घाटी में 5 पंचायत के हजारों लोगों को सैंज नदी पार करने के लिए जान जोखिम में डालनी पड़ रही है. स्कूली छात्रों को भी नदी पार करने में भारी दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है और इससे कोई हादसा पेश आ सकता है.
ग्रामीणों ने कहा कि उन्होंने कई बार प्रशासनिक अधिकारियों से पुल निर्माण को लेकर आग्रह किया, लेकिन प्रशासन ने उनकी एक नहीं सुनी गई. अब ग्रामीण की मांग है कि जल्द तरेड़ा के पास सैंज नदी के ऊपर पुल लगाकर ग्रामीणों को आवाजाही के लिए सुविधाएं प्रदान की जाएं. ग्राम पंचायत भलाण 2 के प्रधान पूरन चंद ने कहा कि सौजनघाटी की ग्राम पंचायत भलाण 2, तलाड़ा, देवगढ़ गोही, कनौण सहित साथ लगती रैला-1 और 2 पंचायत के हजारों ग्रामीणों को नदी पार करने के लिए भारी दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है. बीते वर्ष सरकार प्रशासन की तरफ से झूला पुल लगाया गया था, लेकिन उसमें तकनीकी खराबी के कारण झूला पुल भी बंद हो गया है, जिसके चलते ग्रामीणों को नदी के बीच जान जोखिम में डालकर नदी पार करनी पड़ रही है.
स्थानीय ग्रामीण तारा चंद ने कहा पिछले वर्ष जुलाई माह में बाढ़ के कारण तरेडा के पास पुल बह गया था और उसके बाद कैबिनेट मंत्री विक्रमादित्य सिंह अगस्त महीने वहां पर पहुंचे थे, लेकिन एक साल के बाद भी पुल का निर्माण नहीं हुआ है. ग्रामीणों ने अपने स्तर पर पैदल चलने के लिए वहां पर लकड़ी का पुल लगाया था, लेकिन वह भी इस बार बाढ़ में बह गया. स्कूली छात्रों और आम जनता को नदी पार करने के लिए भारी दिक्कत का सामना करना पड़ रहा है.
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