दुमकाः जिले के जरमुंडी प्रखंड क्षेत्र के चोरडीहा के ग्रामीणों ने वोट बहिष्कार का ऐलान किया है. यहां पर एक जून को मतदान होना है. ग्रामीणों का कहना है कि 16 नंबर रेल फाटक पार कर प्रतिदिन इलाके के दर्जनों गांव के ग्रामीण आवाजाही करते हैं. रेल फाटक बंद हो जाने से काफी परेशानी होती है. ग्रामीणों ने कहा कि या तो रेल फाटक पर आरओबी का निर्माण किया जाए या पूर्व की भांति रेलवे का 16 नंबर फाटक को खुला रखा जाए.
ग्रामीणों को प्रखंड मुख्यालय जाने और बच्चों को स्कूल जाने में होती है परेशानी
ग्रामीणों ने कहा कि रेल फाटक बंद रहने के कारण ग्रामीणों को प्रखंड मुख्यालय जाने, बच्चों को विद्यालय जाने और हाट-बाजार जाने में काफी परेशानी हो रही है. फाटक बंद होने पर लोगों को लंबी दूरी तय करनी पड़ती है. ग्रामीणों ने कहा कि हम रेलवे और स्थानीय प्रशासन से मांग करते हैं कि 16 नंबर फाटक को हमेशा के लिए खुला रखा जाए या ओवरब्रिज का निर्माण कराया जाए.
ग्रामीणों ने वोट बहिष्कार संबंधित की नारेबाजी
इस दौरान स्थानीय ग्रामीणों ने अपनी मांगों को लेकर आवाज बुलंद की और वोट बहिष्कार संबंधित नारेबाजी की. ग्रामीणों ने बताया कि जरमुंडी प्रखंड क्षेत्र के दुमका-जसीडीह रेल लाइन में गेट नंबर 16 रेलवे फाटक बंद होने के कारण चोरडीहा, तिलबरिया, सोगरा सहित आसपास के कई गांव के लोगों को आवागमन में काफी परेशानी का सामना करना पड़ रहा है.
रेलवे फाटक पर आरओबी निर्माण कराने की मांग
ग्रामीणों ने कहा कि यदि रेलवे फाटक पर आरओबी नहीं बनाया जा सकता है तो पूर्व की भांति व्यवस्था को पुनर्बहाल किया जाए, ताकि लोगों को प्रखंड मुख्यालय जाने के लिए लंबी दूरी तय नहीं करना पड़े और बच्चों को भी स्कूल जाने में सहूलियत हो सके.
जनप्रतिनिधियों को गांव नहीं घुसने की दी चेतावनी
इस दौरान ग्रामीणों ने कहा कि यदि हमारी समस्या का शीघ्र समाधान नहीं किया गया तो लोकसभा चुनाव में कोई भी ग्रामीण वोट नहीं डालेगा. साथ ही किसी भी जनप्रतिनिधि को गांव में घुसने नहीं देंगे. इस मौके पर दिवाकांत पत्रलेख, नागर वैध, अमरेंद्र वैद्य, प्रकाश कुमार, राकेश कुमार बड़ी संख्या में स्थानीय ग्रामीण मौजूद थे.
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