कोडरमा: कोडरमा थर्मल पावर प्लांट से ऐश ढुलाई को लेकर विवाद एक बार फिर गहरा गया है. दरअसल, यह पूरा विवाद ठेकेदारी को लेकर है जिसमें स्थानीय और बाहरी लोगों के साथ-साथ वर्चस्व को लेकर दो गुट आमने-सामने हैं. फिलहाल कोडरमा थर्मल पावर प्लांट से ऐश ढुलाई का काम पूरी तरह से बंद है.
आपको बता दें कि ऐश ढुलाई नहीं होने से प्लांट के आसपास के गांवों में प्रदूषण फैल रहा है और इससे ग्रामीणों को परेशानी हो रही है. परेशान विस्थापित ग्रामीणों ने बैठक कर ऐश ढुलाई नहीं किए जाने पर नाराजगी जताई. ग्रामीणों की मानें तो मई में ही ऐश ढुलाई का नया टेंडर अलॉट हो चुका है, लेकिन गांव के कुछ राजनेता प्लांट से ऐश ढुलाई नहीं होने दे रहे हैं, जिसका खामियाजा आसपास के गांवों के लोगों को भुगतना पड़ रहा है.
ग्रामीणों ने बताया कि पूर्व भाजपा जिला अध्यक्ष सुरेश यादव, अरुण यादव और उमेश यादव प्लांट से निकलने वाली ऐश को नहीं उठाने दे रहे हैं और बाधा उत्पन्न कर रहे हैं. उन्होंने बताया कि नई ऐश ढुलाई वाली एजेंसी ने विस्थापित गांव के बेरोजगार युवकों को ऐश उठाने में रोजगार मुहैया कराया है, लेकिन सुरेश यादव, अरुण यादव और उमेश यादव ऐश ढुलाई नहीं होने दे रहे हैं. वे तरह-तरह की बाधा उत्पन्न कर एजेंसी को परेशान कर रहे हैं.
ग्रामीणों ने मांग की है कि जल्द से जल्द प्लांट से ऐश ढुलाई की जाए, ताकि प्रदूषण से उन्हें राहत मिल सके. ग्रामीणों ने बताया कि नई एजेंसी ने विस्थापित युवकों को रोजगार मुहैया कराया है, जिसका ये लोग विरोध कर रहे हैं और खुद एजेंसी से काम की मांग कर रहे हैं. गौरतलब है कि अगर प्लांट से निकलने वाली ऐश की ढुलाई नहीं की गई तो ऐश प्लांट में पूरी तरह भर जाएगा और प्लांट से बिजली उत्पादन भी प्रभावित होगा.
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