धनबादः जिले के टुंडी थाना क्षेत्र की बरवाटांड़ पंचायत के खाखुडीह गांव के ग्रामीणों ने वोट बहिष्कार का ऐलान किया है. ग्रामीणों का कहना है कि 15 साल से स्थानीय जनप्रतिनिधियों से गांव में सड़क निर्माण कराने की मांग कर रहे हैं, लेकिन अब तक कोई पहल नहीं की गई है. इस कारण ग्रामीणों ने वोट बहिष्कार करने का ऐलान किया है.
ग्रामीणों ने रोड नहीं तो वोट नहीं के नारे लगाए
आक्रोशित ग्रामीणों ने मंगलवार को अपना विरोध दर्ज कराने के लिए जुलूस भी निकाला. जिसमें सैकड़ों ग्रामीण शामिल हुए. इस दौरान ग्रामीणों ने रोड नहीं तो वोट नहीं के नारे भी लगाए. जुलूस में शामिल महिलाओं और पुरषों ने डुगडुगी बजाते हुए स्थानीय जनप्रतिनिधियों के खिलाफ जमकर नारेबाजी की.
स्थानीय जनप्रतिनिधियों और प्रशासन पर लगाया अनदेखी का आरोप
खाखुडीह से निकाला गया जुलूस विभिन्न मार्गों से होते हुए कमारडीह पहुंचा. ग्रामीणों का आरोप है कि स्थानीय जनप्रतिनिधियों से कई बार सड़क निर्माण के लिए व्यक्तिगत रूप से मिलकर सड़क निर्माण कराने का अनुरोध किया गया, लेकिन 15 वर्षों से सिर्फ आश्वासन ही मिल रहा है. अब तक समस्या का समाधान नहीं हुआ. इस कारण ग्रामीणों में आक्रोश है. साथ ही ग्रामीणों ने यह भी बताया कि स्थानीय जनप्रतिनिधियों के अलावे प्रखंड और जिला स्तर तक लिखित आवेदन देकर सड़क निर्माण कराने के लिए गुहार लगाई गई थी. लेकिन किसी ने कुछ नहीं किया. ग्रामीणों ने कहा कि सिर्फ विकास का दावा किया जाता है, लेकिन टुंडी की सुदूरवर्ती गांव में आवागमन की सुविधा अब तक उपलब्ध नहीं करायीगई है.
ग्रामीणों ने बैठक कर वोट बहिष्कार का लिया है निर्णय
विरोध-प्रदर्शन कर रहे ग्रामीणों ने बताया कि सड़क के मुद्दे पर बीते दिनों खाखुडीह गांव में एक बैठक की गई थी. जिसमें सर्वसम्मति से निर्णय लिया गया कि जब तक सड़क का निर्माण नहीं कराया जाएगा, तब तक गांव का कोई भी व्यक्ति चुनाव में अपना वोट नहीं डालेंगे और वोट का बहिष्कार करेंगे. इस दौरान ग्रामीणों ने चेतावनी देते हुए कहा कि यदि कोई भी जनप्रतिनिधि इस गांव में वोट मांगने के लिए आना चाहेगा तो उसे गांव में प्रवेश करने नहीं दिया जाएगा.
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