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स्ट्रीट वेंडर्स के लगाई जाएगी ब्लू लाइन, एक्शन मोड में सुक्खू सरकार, अब तक इतने तहबाजारियों की हुई पहचान - Sukhu Govt on Street Vendors

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By ETV Bharat Himachal Pradesh Team

Published : 3 hours ago

Blue Line for Street Vendors in Shimla: हिमाचल प्रदेश में अब स्ट्रीट वेंडर को रेगुलेट करने के लिए सरकार एक्शन मोड में आ गई है. शिमला नगर निगम को तहबाजारियों की पहचान करने और स्ट्रीट वेंडर्स के लिए ब्लू लाइन लगाने के निर्देश दिए हैं. इस काम को पूरा करने के लिए 3 महीनों की डेडलाइन दी गई है.

Blue Line for Street Vendors in Shimla
स्ट्रीट वेंडर को रेगुलेट करने के लिए एक्शन मोड में सरकार (ETV Bharat)

शिमला: हिमाचल में मस्जिद के अवैध निर्माण से बाहरी लोगों को लेकर उपजे विवाद के बाद सरकार एक्शन मोड में आ गई है. प्रदेश सरकार ने सबसे पहले नगर निगम शिमला की परिधि के तहत स्ट्रीट वेंडर को रेगुलेट करने की प्रक्रिया शुरू कर दी है. जिसके तहत शहरी विकास मंत्री विक्रमादित्य सिंह ने शिमला शहर के विधायक हरीश जनारथा, नगर निगम मेयर सुरेंद्र चौहान, शिमला व्यापार मंडल व शहर की स्ट्रीट वेंडर्स एसोसिएशन के साथ एक महत्वपूर्ण बैठक की. जिसमें विक्रमादित्य सिंह ने नगर निगम को तहबाजारियों की पहचान करके, शहर में स्ट्रीट वेंडर जोन चिन्हित व स्ट्रीट वेंडर्स के लिए ब्लू लाइन लगाने के निर्देश दिए हैं. जहां पर वेंडिंग होगी. जिसके लिए तहबाजारियों को परमिट जारी किए जाएंगे. जिसका हर तीन साल में कमेटी की ओर से रिव्यू किया जाएगा.

30 दिसंबर तक की डेडलाइन

शहरी विकास मंत्री विक्रमादित्य सिंह ने कहा कि वेंडिंग के लिए जोनिंग और ब्लू लाइन का कार्य पूरा करने के लिए नगर निगम आयुक्त को 30 दिसंबर की डेडलाइन दी गई है. जिसमें विकलांग, विधवा, आर्थिक रूप से कमजोर वर्गों, अनुसूचित जाति व अनुसूचित जनजाति को प्राथमिकता दी जाएगी. इसकी बकायदा नियमित तौर पर मॉनिटरिंग भी की जाएगी. उन्होंने कहा कि सभी स्ट्रीट वेंडर को अपने लाइसेंस फोटो के साथ दुकान के आगे लगाने होंगे. बिना लाइसेंस वालों को शहर में नहीं बैठने दिया जाएगा.

विक्रमादित्य सिंह, शहरी विकास मंत्री (ETV Bharat)

इतने स्ट्रीट वेंडर्स की पहचान

विक्रमादित्य सिंह ने कहा कि नगर निगम शिमला ने अभी तक शहर में 1060 तक स्ट्रीट वेंडर की पहचान की है. जिनमें से 540 नए तहबाजारी और जुड़े हैं. उन्होंने कहा कि इसमें कुछ त्रुटियां भी रह गई हैं. शहर में कई ऐसे वेंडर भी हैं, जिनकी वैरिफिकेशन हो चुकी है, लेकिन ऐसे लोग अब मौके पर नहीं बैठ रहे हैं. इनकी भी पहचान करने के लिए कहा गया है. विक्रमादित्य सिंह ने कहा कि स्ट्रीट वेंडरों के लिए विभाग ने नगर निगम को किराया तय करने के निर्देश दिए हैं. उन्होंने कहा कि लोअर बाजार, लक्कड़ बाहर और मिडल बाजार आदि भीड़ भाड़ वाले क्षेत्रों में अधिक रेट और बाकी जगहों पर कम किराया रखने के लिए कहा गया है, ताकि व्यापारी व स्ट्रीट वेंडर को कोई नुकसान नहीं हो. व्यापारियों की शिकायत है कि शिमला में रविवार को संडे मार्केट सजती है. जिसमें बाहरी राज्यों से भी लोग दुकानें सजाते हैं, लेकिन उनकी ना तो कोई पहचान होती है, ना ही नगर निगम को आय होती है. ऐसे में नगर निगम आयुक्त को इन्हें रेगुलेट किए जाने के निर्देश दिए गए हैं. उन्होंने कहा कि स्ट्रीट वेंडिंग में हिमाचल के लोगों को प्राथमिकता दी जाएगी.

ये भी पढ़ें: हिमाचल के सरकारी कर्मियों व पेंशनर्स को अगले मंगलवार खाते में वेतन और पेंशन का इंतजार, क्या इस बार पहली तारीख को आएगा सुख का संदेश

शिमला: हिमाचल में मस्जिद के अवैध निर्माण से बाहरी लोगों को लेकर उपजे विवाद के बाद सरकार एक्शन मोड में आ गई है. प्रदेश सरकार ने सबसे पहले नगर निगम शिमला की परिधि के तहत स्ट्रीट वेंडर को रेगुलेट करने की प्रक्रिया शुरू कर दी है. जिसके तहत शहरी विकास मंत्री विक्रमादित्य सिंह ने शिमला शहर के विधायक हरीश जनारथा, नगर निगम मेयर सुरेंद्र चौहान, शिमला व्यापार मंडल व शहर की स्ट्रीट वेंडर्स एसोसिएशन के साथ एक महत्वपूर्ण बैठक की. जिसमें विक्रमादित्य सिंह ने नगर निगम को तहबाजारियों की पहचान करके, शहर में स्ट्रीट वेंडर जोन चिन्हित व स्ट्रीट वेंडर्स के लिए ब्लू लाइन लगाने के निर्देश दिए हैं. जहां पर वेंडिंग होगी. जिसके लिए तहबाजारियों को परमिट जारी किए जाएंगे. जिसका हर तीन साल में कमेटी की ओर से रिव्यू किया जाएगा.

30 दिसंबर तक की डेडलाइन

शहरी विकास मंत्री विक्रमादित्य सिंह ने कहा कि वेंडिंग के लिए जोनिंग और ब्लू लाइन का कार्य पूरा करने के लिए नगर निगम आयुक्त को 30 दिसंबर की डेडलाइन दी गई है. जिसमें विकलांग, विधवा, आर्थिक रूप से कमजोर वर्गों, अनुसूचित जाति व अनुसूचित जनजाति को प्राथमिकता दी जाएगी. इसकी बकायदा नियमित तौर पर मॉनिटरिंग भी की जाएगी. उन्होंने कहा कि सभी स्ट्रीट वेंडर को अपने लाइसेंस फोटो के साथ दुकान के आगे लगाने होंगे. बिना लाइसेंस वालों को शहर में नहीं बैठने दिया जाएगा.

विक्रमादित्य सिंह, शहरी विकास मंत्री (ETV Bharat)

इतने स्ट्रीट वेंडर्स की पहचान

विक्रमादित्य सिंह ने कहा कि नगर निगम शिमला ने अभी तक शहर में 1060 तक स्ट्रीट वेंडर की पहचान की है. जिनमें से 540 नए तहबाजारी और जुड़े हैं. उन्होंने कहा कि इसमें कुछ त्रुटियां भी रह गई हैं. शहर में कई ऐसे वेंडर भी हैं, जिनकी वैरिफिकेशन हो चुकी है, लेकिन ऐसे लोग अब मौके पर नहीं बैठ रहे हैं. इनकी भी पहचान करने के लिए कहा गया है. विक्रमादित्य सिंह ने कहा कि स्ट्रीट वेंडरों के लिए विभाग ने नगर निगम को किराया तय करने के निर्देश दिए हैं. उन्होंने कहा कि लोअर बाजार, लक्कड़ बाहर और मिडल बाजार आदि भीड़ भाड़ वाले क्षेत्रों में अधिक रेट और बाकी जगहों पर कम किराया रखने के लिए कहा गया है, ताकि व्यापारी व स्ट्रीट वेंडर को कोई नुकसान नहीं हो. व्यापारियों की शिकायत है कि शिमला में रविवार को संडे मार्केट सजती है. जिसमें बाहरी राज्यों से भी लोग दुकानें सजाते हैं, लेकिन उनकी ना तो कोई पहचान होती है, ना ही नगर निगम को आय होती है. ऐसे में नगर निगम आयुक्त को इन्हें रेगुलेट किए जाने के निर्देश दिए गए हैं. उन्होंने कहा कि स्ट्रीट वेंडिंग में हिमाचल के लोगों को प्राथमिकता दी जाएगी.

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