भोपाल: विजयपुर से जीत दर्ज करने वाले कांग्रेस विधायक मुकेश मल्होत्रा ने बीजेपी पर सनसनीखेज आरोप लगाया है. कांग्रेस प्रदेश कार्यालय में उन्होंने आरोप लगाया कि "उम्मीदवार के तौर पर मेरा नाम आने के बाद मुझे बीजेपी ने 5 करोड़ का ऑफर दिया था, लेकिन इसके बाद भी जब मैंने चुनाव लड़ा तो मुझे मारने की कोशिश की गई." उधर, कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष ने कहा कि चुनाव में पुलिस और प्रशासन के अधिकारियों ने बीजेपी का पट्टा गले में डालकर काम किया.
अवैध मार्केट बचाने बीजेपी में गए थे रावत
विजयपुर से जीत दर्ज करने वाले कांग्रेस विधायक मुकेश मल्होत्रा का कांग्रेस प्रदेश कार्यालय में अभिनंदन किया गया. कार्यक्रम को संबोधित करते हुए जीतू पटवारी ने आरोप लगाया कि "रामनिवास रावत बीजेपी में इसलिए गए थे, ताकि वे कॉलेज की लीज और बनाए गए अवैध मार्केट को बचा सकें. लेकिन यह जनता देख रही थी और यह चुनाव इसी का नतीजा है."
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एक एक कार्यकर्ता के आगे जीतू पटवारी नतमस्तक, क्या था 50 करोड़ का दांव?
जीतू पटवारी ने आरोप लगाया कि "विजयपुर चुनाव में नरेन्द्र सिंह तोमर ने भी संवैधानिक पद की मर्यादा नहीं रखी. अपने कार्यकर्ताओं को ट्रेनिंग दी कि पोलिंग लूटना है तो क्या तरीका हो सकता है. तो सीआरपीएफ की वर्दी किराए पर लाओ, अपने कार्यकर्ताओं को भगाओ. यह हथकंडे भी चुनाव में अपनाए गए." जीतू पटवारी ने कहा कि "उपचुनाव में बीजेपी के लिए काम करने वाले चुनाव आयोग के अधिकारी और जिले में पदस्थ अधिकारी का नाम लाल डायरी में है, इनको सजा मिलेगी ही मिलेगी."
चुनाव में हुई मारने की कोशिश
विजयपुर से जीत दर्ज करने वाले विधायक महेश मल्होत्रा ने आरोप लगाया कि "चुनाव में उम्मीदवार का नाम आने के बाद से ही डराने-धमकाने का काम शुरू हो गया था. रामनिवास रावत के रिश्तेदार टीआई, एसडीओपी ने धमकाया था कि तम्हें चुनाव नहीं लड़ना है, नहीं तो तुम समझ सकते हो हम क्या कर सकते हैं. बाद में जब चुनाव लड़ा तो 5 करोड़ का ऑफर दिया. बोले 2 अभी ले लो, बाकी बाद में ले लेना. बात नहीं मानी तो मुझे मारने की कोशिश की. डकैतों को बुलाकर मुझे मारने की कोशिश की, लेकिन मैं नहीं डरा और चुनाव लड़ा."