नई दिल्ली: पूर्वी दिल्ली के लक्ष्मी नगर थाने के एसआई को विजिलेंस विभाग ने 10,000 हजार की रिश्वत लेते रंगे हाथ पकड़ लिया. व्यवसायी के साथ धोखाधड़ी पर कार्यवाही करने के लिए 10,000 रुपए मांगे थे.
शिकायतकर्ता ने बताया कि बांग्लादेश में ट्रेडिंग के दौरान उनके साथ 32 लाख रुपए का फ्रॉड किया, जिसकी शिकायत पीड़ित ने लक्ष्मी नगर थाने में की लेकिन थाने के एसआई श्री पाल ने कार्यवाही करने के लिए पीड़ित से 20 हजार रुपए की रिश्वत मांगी.
पीड़ित महिला ने क्या कहा
रिश्वत मांगने के बाद पीड़ित ने विजिलेंस विभाग को शिकायत दी जिसके बाद विजिलेंस विभाग ने त्वरित कार्यवाही करते हुए लक्ष्मीनगर थाने के एसआई को जाल बिछाकर 10 हजार रुपए की रिश्वत लेते हुए रंगे हाथ पकड़ लिया. फिलहाल पुलिस ने एस आई श्री पाल के खिलाफ संबंधित धाराओं में मुकदमा दर्ज कर गिरफ्तार कर लिया है और आगे की कार्रवाई में जुट गई है. इससे पहले कृष्णा नगर थाना के पुलिसकर्मी को भी रिश्वत मांगने के आरोप में रंगे हाथों गिरफ्तार किया था.
मोती नगर पुलिस ने चार बदमाशों को दबोचा:
वेस्ट जिले के मोती नगर थाना की पुलिस ने डकैती की वारदात को अंजाम देने वाले आठ बदमाशों में से चार बदमाशों को गिरफ्तार किया है. जिनकी पहचान पंकज कुमार, राकेश, राजेंद्र प्रसाद और श्याम बाबू के रूप में हुई है. इनके पास से गोल्ड की ज्वेलरी और 50 हजार कैश बरामद किया गया है. बाकी इनके चार और फरार साथियों के बारे में पता लगाया जा रहा है.
वेस्ट जिले के डीसीपी विचित्र वीर ने बताया कि 28 अक्टूबर को शाम में सभी बदमाश एक घर में घुसकर वहां से 11 लाख रुपये और ज्वेलरी लेकर फरार हो गए थे. वारदात को अंजाम देने के दौरान डराने के लिए उन्होंने हथियार का भी इस्तेमाल किया था. मामले में सूचना मिलते ही पुलिस ने मामला दर्ज कर जांच शुरू की गई. सीसीटीवी फुटेज और टेक्निकल सर्विलांस की मदद से पता लगाना शुरू किया. लगभग 10 दिनों के बाद पुलिस इस मामले को सुलझाने में कामयाब हुई. पुलिस ने एक-एक करके चार बदमाशों को गिरफ्तार किया. बाकी और के बारे में पता लगा रही है. पूछताछ में पुलिस को इनसे यह पता चला कि यह सभी उत्तर प्रदेश की गोंडा के रहने वाले हैं. दिल्ली के अलग-अलग इलाकों में कुक और हेल्पर के रूप में काम करते हैं.
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