सिरोंज (विदिशा)। विदिशा जिले के सिरोंज स्थित शासकीय कस्तूरबा गांधी बालिका छात्रावास फिर सुर्खियों में है. इस छात्रावास में कक्षा 9 से 12वीं तक की छात्राएं रहती हैं. इन्हें यहां खाने के नाम पर सड़ी-गड़ी सब्जियां परोसी जाती हैं. शिक्षा विभाग के अधिकारी छात्रावास का कागजों में ही निरीक्षण कर लेते हैं. कभी यहां आने की और यहां की अव्यवस्था देखने की जहमत नहीं उठाई गई. छात्राओं का कहना है कि खाना तो खराब मिलता ही है छात्रावास अधीक्षिका द्वारा प्रताड़ित भी किया जाता है.
दो जगहों से लिया वेतन तो मिला नोटिस
बतायाा जाता है कि छात्रावास अधीक्षिका अंगूरी साहू ने 3 अक्टूबर 2024 को पदभार ग्रहण किया था. इसके पूर्व 2018 से लेकर 2021 तक अंगूरी साहू कस्तूरबा गांधी बालिका छात्रावास की अधीक्षिका के साथ ही सर्व शिक्षा अभियान के अंतर्गत संचालित शासकीय नेताजी सुभाष चन्द्र बोस बालिका छात्रावास की भी अधीक्षिका थी. आरोप है कि अंगूरी साहू ने दोनों ही छात्रावासों से मानदेय लिया. जबकि शासन का नियम यह है कि एक ही छात्रावास से मानदेय लिया जाए. सर्व शिक्षा अभियान विभाग द्वारा अंगूरी साहू को मानदेव की राशि वापस जमा करने का नोटिस भी दिया गया है.
विधायक ने भी निरीक्षण के दौरान नाराजगी जताई थी
कस्तूरबा गांधी बालिका छात्रवास में खाना बनाने वाली रसोइया गुडडी बाई कुशवाह ने बताया "जो सब्जियां आती है वह सड़ी गली हैं. यही सब्जियां हम बालिकाओं को कैसे खिला दें. छात्रावास में आने वाले दाल, चावल गेहूं में भी फफूंद और इल्लियां भरी रहती हैं. जब हम सड़ी गली सब्जियों व दाल चावल में इल्लियां होने की बात मैडम से बोलते है तो वह हमें धमकाती हैं. मैडम हमें हटाने की भी धमकी देती हैं." बता दें कि क्षेत्रीय विधायक उमाकांत शर्मा ने भी यहां का एक बार निरीक्षण किया था. उस दौरान विधायक ने नाराजगी जताई थी. इस बारे में कलेक्टर रोशन कुमार सिंह का कहना है "मामले की जांच कराएंगे."