भोपाल। लोकसभा चुनाव के पहले मध्य प्रदेश में कांग्रेस को एक और बड़ा झटका लगा है. विदिशा से कांग्रेस के पूर्व विधायक शशांक भार्गव ने अपने समर्थकों के साथ मंगलवार को बीजेपी का दामन थाम लिया है. मुख्यमंत्री डॉ मोहन यादव ने कांग्रेस के पूर्व विधायक शशांक भार्गव और कांग्रेस नेताओं को बीजेपी की सदस्यता दिलाई. शशांक भार्गव नए साल 2018 की विधानसभा चुनाव में वर्तमान विधायक मुकेश टंडन को हराया था. शशांक भार्गव पूर्व मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान के खिलाफ भी चुनाव लड़ चुके हैं. शशांक भार्गव को विदिशा लोकसभा सीट से कांग्रेस का दावेदार माना जा रहा था.
मुख्यमंत्री बोले परिवार में पूरा मान सम्मान मिलेगा
कांग्रेस के पूर्व विधायक और अन्य कांग्रेस नेताओं को बीजेपी की सदस्यता दिलाने के बाद मुख्यमंत्री डॉ मोहन यादव ने कहा कि 'मैं आप सभी को आश्वस्त करता हूं कि आपका परिवार में पूरा मान सम्मान रहेगा. आपके जो भी सुझाव होंगे. उनका हमेशा स्वागत किया जाएगा.' पूर्व मुख्यमंत्री और विदिशा लोकसभा सीट से बीजेपी के उम्मीदवार शिवराज सिंह चौहान ने कहा कि 'विदिशा में कांग्रेस का नेतृत्व करने वाले शशांक भार्गव सबसे सशक्त चेहरा हैं. आज भी बीजेपी की रीति नीति से प्रभावित होकर पार्टी में शामिल हुए हैं. शिवराज सिंह चौहान ने कहा कि शशांक भार्गव ने बड़ी निष्ठा से जनता की सेवा करने का प्रयास किया है, लेकिन वर्तमान में कांग्रेस के जो हालात हैं. उससे वह परेशान थे. उन्होंने मोदी के नेतृत्व में भरोसा जताया है. उनके पार्टी में आने से बीजेपी विदिशा में और मजबूत होगी.'
यहां पढ़ें... कांग्रेस प्रदेश उपाध्यक्ष लालचंद गुप्ता ने छोड़ी कांग्रेस, लगाए कई आरोप, BJP कर सकते हैं ज्वाइन कमलनाथ के करीबी सैयद जफर ने भी थामा BJP का दामन, कुल 64 नेताओं ने कांग्रेस छोड़ी |
40 साल बाद भेदा था बीजेपी का किला
शशांक भार्गव विदिशा क्षेत्र में कांग्रेस के जाने पहचाने चेहरे रहे हैं. वह कांग्रेस के टिकट पर चार बार विधानसभा का चुनाव लड़ चुके हैं. हालांकि उन्हें तीन बार हार का मुंह देखना पड़ा. शशांक भार्गव ने 2018 के विधानसभा चुनाव में वर्तमान भाजपा विधायक मुकेश टंडन को धूल चटाई थी. जबकि साल 1980 के बाद से ही यह सीट बीजेपी का सबसे मजबूत गढ़ रही है. शशांक भार्गव को विदिशा लोकसभा सीट से कांग्रेस के मजबूत दावेदारों में माना जा रहा था, लेकिन लोकसभा सीट पर उम्मीदवार के एलान की पहले ही शशांक भार्गव बीजेपी में शामिल हो गए.