विदिशा। चिलचिलाती गर्मी में बारिश ने लोगों को कुछ ठंडक दी. लेकिन मुक्तिधाम श्मशान में जो कुछ घटा उससे किसी के भी दिल में उबाल आ सकता है. मुक्तिधाम में अंतिम संस्कार के दौरान बारिश की वजह से शव आधा जला रह गया. मुक्तिधाम का टीन शेड पूरी तरह टूटा हुआ है. आसमान से बरसता पानी उस शव के जलने में बाधक बन गया. मृत शरीर का बड़ा हिस्सा अधजला रह गया. जानकारी लगने के बाद जो परिवार अपने परिजन की मृत्यु पर पहले से दुखी था. इस घटना के बाद और भी ज्यादा विचलित हो गया.
दाह संस्कार स्थल पर शेड नहीं है
मुक्तिधाम श्मशान घाट विदिशा का एकमात्र श्मशान घाट है. जहां रोजाना चार से पांच और कभी-कभी इससे ज्यादा व्यक्तियों के अंतिम संस्कार होते हैं. समाजसेवियों, जनप्रतिनिधियों, अधिकारिओं और कर्मचारियों द्वारा दावा किया जाता है कि मुक्तिधाम में उनके द्वारा कई काम किए गए हैं. ढेर सारा सहयोग दिया गया है, लेकिन इन सब दावों की पोल कुछ मिनट की बारिश ने खोल कर रख दी. यहां के शेड पूरी तरह टूटे हुए हैं, जिसकी वजह से शव अधजला रह गया. खास बात यह है कि पहले भी यह दावे किए गए हैं कि, यहां की लकड़ी, कंडों और अन्य चीजों को भी ढ़क करके रखा जाएगा, ताकि पानी में यह ना भीगे. हैरानी की बात यह है कि जिस स्थान पर शव को जलाया जाता है, वहां भी शेड नहीं है.
पेमेंट ना होने की वजह से ठेकेदार ने रोका काम
इस मामले को लेकर वार्ड नंबर- 7 के पार्षद प्रतिनिधि का कहना है कि "वह अपने एक परिचित के देहांत पर यहां आए थे. करीब 2 घंटे बाद जब दोबारा आए तो बारिश हो रही थी, और उस बारिश की वजह से उनका शव आधा जला रह गया. परिवार को बुलाकर उन्होंने अपने स्तर पर प्रयास किया लेकिन वह आसफल रहे". वहीं, उनका यह भी कहना है कि, इस काम के लिए जो ठेकेदार नियुक्त हुआ था नगर पालिका से पेमेंट ना होने की वजह से काम आधूरा ही छोड़ दिया.''
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जल्द काम पूरा करवाया जायेगा
इस मामले में तहसीलदार अमित ठाकुर का कहना है कि "वह सीएमओ से बात करके जो भी जरूरी कदम है जल्द से जल्द उठायेंगे. अगर ठेकेदार का भुगतान रुका है तो उसे भी जल्द करवाएंगे और रूके हुये काम को पूरा करवाया जायेगा". बारिश शुरु होने से पहले अगर अधूरे पड़े काम को पूरा नहीं किया गया तो जो घटना आज घटी है वह रोज देखने को मिल सकती है.