विदिशा। मध्यप्रदेश के विदिशा में बेतवा नदी के किनारे राम घाट पर एक प्राचीन हनुमान जी का मंदिर है. बीते कई दिनों से इस मंदिर में एक चमत्कार देखने को मिल रहा है. चमत्कार यह है कि इस मंदिर के शिखर का निर्माण कार्य काफी दिनों से चल रहा है. जब से यह कार्य शुरू हुआ है तब से यहां एक बंदर आ जाता है और जब तक काम चलता है तब तक वह बंदर यहीं बैठकर मंदिर का निर्माण कार्य देखता रहता है. इस दौरान वह न किसी को नुकसान पहुंचाता है न कोई विघ्न डालता है. शिखर का निर्माण कर रहे ठेकेदार और श्रद्धालु इसे हनुमान जी का स्वरूप मानकर चमत्कार के रूप में देख रहे हैं.
हनुमान जी के रूप में बंदर करता है देखभाल
विदिशा की बेतवा नदी के किनारे रामघाट पर पूर्व मुखी अति प्राचीन हनुमान मंदिर में शिखर नहीं है, सिर्फ मंदिर ही बना हुआ है. इसलिए शिखर बनाने का कार्य किया जा रहा है. लोगों का कहना है कि जब से कार्य शुरू हुआ है तब से ही ये बंदर भगवान हनुमान के इस कार्य की देखभाल कर रहा है. मंगलवार के दिन यहां दर्शन के लिए आए श्रद्धालु खेमचंद रैकवार ने बताया कि ''इस प्राचीन मंदिर में शिखर नहीं थी. कई सालों पुराना मंदिर है. शिखर बनाने का काम चल रहा है और यहां पर एक बंदर भी कई दिनों से आ रहा है. वह यहां की देखरेख करता रहता है और यहां के मंदिर पर बड़ी संख्या में श्रद्धालु भी आते हैं और प्रसाद चढ़ाकर बब्बा महाराज का आशीर्वाद लेते हैं.''
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यहां काम कर रहे देवराज ठेकेदार का कहना है कि ''इस मंदिर में शिखर बनाने का काम सभी के सहयोग से किया जा रहा है. इस मंदिर के कार्य को पूरा करने में थोड़ा टाइम लग जाएगा. प्राचीन मंदिर है. 35 वर्ष से बिना शिखर का ऐसा ही था. किसी ने शिखर का सोचा ही नहीं था. इसके बाद हमने सोचा और बना रहे हैं. यहां एक बंदर भी बहुत दिनों से है. ऐसा लग रहा है जैसे देखरेख कर रहा है. न जाने कितने दिनों से है. हम लोग जब से यहां काम कर रहे हैं. तब से यह बंदर यहीं देखा है. भगता भी नहीं है, यहीं रहता है.''