विदिशा। विदिशा और उसके आसपास के ग्रामीण क्षेत्र से किसान अपनी गेहूं की फसल लेकर कृषि उपज मंडी पहुंच रहे हैं. लेकिन यहां अव्यवस्थाओं को लेकर किसानों ने नाराजगी जाहिर की हैं. किसान वीरेंद्र बघेल किसान का कहना है कि ट्रैक्टर ट्रॉली खड़ी करने के लिए ना तो मंडी प्रशासन आगे आ रहा है और ना ही सूचना देने के बाद भी पुलिस यहां आई. सबसे ज्यादा नाराज किसानों को गेहूं के दामों को लेकर है. किसानों का कहना है कि समर्थन मूल्य से कम दामों पर गेहूं की फसल खरीदी जा रही है.
गेहूं के रेट तय करने का कोई हिसाब नहीं
एक ही किसान के एक ही खेत की दो ट्रॉलियों में आई गेहूं की उपज के ही दाम अलग-अलग मिल रहे हैं. किसान वीर सिंह ने बताया कि उनकी एक ट्रॉली 2300 रुपए प्रति क्विंटल के हिसाब से बिकी है तो वहीं दूसरी ट्रॉली 2600 रुपए के हिसाब से बिकी. दो से तीन दिन तक मंडी में ट्रॉली लेकर खड़े होने के बाद नंबर आ रहा है. उस पर भी व्यवस्था नाम की चीज नहीं है. मंडी समिति का कहना है कि दाम ऊपर से चलते हैं. यहा की सभी व्यवस्थाओ को उन्होंने सुव्यवस्थित बताया.
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मंडी समिति का दावा- सुविधाएं पर्याप्त हैं, रेट हमारे हाथ में नहीं
मंडी समिति के अनुसार मंगलवार को तकरीबन 30 हजार बोरी आवक हुई. मंडी की सेक्रेटरी ने बताया कि समर्थन मूल्य से अधिक में ही खरीदी की जा रही है. यह कहना गलत होगा कि कृषि उपज मंडी में समर्थन मूल्य पर गेहूं नहीं खरीदा जा रहा है. यदि क्वालिटी घटिया है तो उसके थोड़े रेट कम हो सकते हैं. दावा किया गया है कि पानी के लिए रविवार को ही टंकियां साफ करा दी हैं. पेयजल की अच्छी सुविधा दे रहे हैं.