विदिशा। श्री हरि वृद्धाश्रम और पुलिस की पहल आखिरकार रंग लाई. तीन दिन पहले पुलिस को मिली एक भटकती महिला को उसके पति से मिला दिया गया. मूक बधिर यह महिला कोई जानकारी नहीं दे पा रही थी. यह महिला अपने लड़के के पास सिंरोज जाने के लिए एक बस में बैठ गई थी और रास्ते में कहीं उतर गई और भटक गई. मूक-बधिर होने के कारण यह कुछ बता नहीं पा रही थी. ऐसे में पुलिस इस महिला को विदिशा के श्री हरि वृद्धाश्रम छोड़ आए थे.
महिला को पहुंचाया श्री हरि वृद्ध आश्रम
3 दिन पहले थाना नटेरन पुलिस को उनके क्षेत्र मियां खेड़ी चौराहे पर एक भटकती महिला दिखाई दी और जब पुलिस ने उससे बात करना चाहा तो महिला की ओर से कोई जवाब नहीं मिला. पुलिसकर्मी इस महिला को थाना नटेरन ले गए जहां थाना प्रभारी आशुतोष सिंह राजपूत ने अपने प्रयास करते हुए गांव में पता करने की कोशिश की. यह महिला बोल सुन नहीं सकती है ऐसी स्थिति में पुलिस को कोई सफलता नहीं मिली. इसके बाद महिला को देर रात में ही 30 किलोमीटर दूर पुलिस के वाहन से ही महिला आरक्षक के साथ पुलिसकर्मियों ने विदिशा के श्री हरि वृद्ध आश्रम पहुंचा दिया.
सोशल मीडिया से लगी जानकारी
मूक-बधिर महिला कुछ बोल सुन नहीं पा रही थी ऐसे में नटेरन थाना प्रभारी एवं उनकी टीम तथा वृद्धाश्रम की अध्यक्ष इंदिरा शर्मा के निर्देशन में आश्रम प्रबंधन समिति ने सोशल मीडिया पर जानकारी शेयर की और यहीं से इस महिला के पति को जानकारी मिल गई. इसके बाद पति कंछेदी अहिरवार अपनी बहन के साथ अपनी पत्नी मीराबाई को लेने वृद्ध आश्रम पहुंच गए. दरअसल कंछेदी लाल को सोशल मीडिया के माध्यम से यह जानकारी लगी कि उसकी पत्नी वृद्ध आश्रम में सुरक्षित है. अपनी पत्नी को वृद्ध आश्रम में देखकर पति कंछेदी लाल फूले नहीं समा रहे थे वहीं पति को सामने देख पत्नी की भी खुशी का ठिकाना नहीं रहा.
ये भी पढ़ें: विदिशा: वर्दी भी हमदर्दी भी, पुलिस ने घर से भटकी एक वृद्ध महिला को सकुशल पहुंचाया वृद्ध आश्रम |
पुलिस और वृद्धाश्रम संचालक को दिया धन्यवाद
पति कंछेदीलाल ने बताया कि "उनकी पत्नी अकेली सिरोंज में बहू के पास जाने के लिए बस में बैठ गई थी और बीच रास्ते में ही उतर गई और भटक गई. वह बोल और सुन नहीं पाती है." कंछेदी अहिरवार ग्राम नाउकुंड कुरवाई तहसील के रहने वाले हैं. गुमशुदा महिला के प्रचार प्रसार के दौरान उन्हें यह जानकारी मिली कि उनकी पत्नी मीराबाई पुलिस के माध्यम से विदिशा के श्री हरि वृद्ध आश्रम में पहुंच गई है और पूरी तरह सुरक्षित है. पति का कहना है कि हमें हमारी खोई हुई पत्नी मिल गई. मेरी पत्नी को बहुत सुरक्षित और सम्मान के साथ रखा और नटेरन पुलिस प्रशासन और आश्रम प्रबंधन समिति का धन्यवाद दिया. आश्रम के संचालक वेद प्रकाश शर्मा ने बताया कि "अभी तक करीब घर से भटकी 40 महिलाओं को पुलिस और जिला प्रशासन की मदद से वापस उनके घर सकुशल भेजा जा चुका है."