विदिशा: केंद्रीय कृषि मंत्री शिवराज सिंह चौहान मंगलवार की शाम श्रीमंत माधवराव सिंधिया जिला चिकित्सालय पहुंचे. उन्होंने यहां एम्स के पायलट प्रोजेक्ट के तहत टेलीमेडिसिन यूनिट का शुभारंभ किया. बताया गया कि पूरे देश में सिर्फ 5 जिलों को पायलट प्रोजेक्ट के रूप में शामिल किया गया है, जिनमें मध्य प्रदेश का सिर्फ विदिशा जिला शामिल है. अब यहां गंभीर मरीजों का भी इलाज किया जा सकेगा.
मरीजों को नहीं करना पड़ेगा रेफर
टेलीमेडिसिन का उद्घाटन करते हुए शिवराज सिंह चौहान ने कहा, " गंभीर मरीजों को विदिशा से भोपाल रेफर किया जाता था. कई बार रास्ते में ही मरीज दम तोड़ देता था. अब गंभीर मरीजों को रेफर करने की जगह इस केंद्र पर टेलीमेडिसिन के माध्यम से एम्स के डॉक्टरों की सलाह लेकर इलाज किया जाएगा. वेंटिलेटर की आवश्यकता होने पर भी यह व्यवस्था मरीज के लिए काफी लाभकारी होगी." इसके अलावा शिवराज सिंह चौहान जन औषधि केंद्र का भी निरीक्षण करने पहुंचे.
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गंभीर मरीजों को भी मिलेगा उत्तम इलाज
भोपाल एम्स के कार्यपालक निदेशक डॉ. अजय सिंह ने कहा, " स्वास्थ्य सेवाओं में और मध्य प्रदेश में आज एक क्रांतिकारी दिवस है, जिसमें विदिशा के जिला अस्पताल में टेलीमेडिसिन का शुभारंभ किया गया है. अब एम्स भोपाल के सभी डॉक्टर ई-आईसीयू के माध्यम से विदिशा के जिला चिकित्सालय के मरीजों के उपलब्ध हो सकेंगे. जिससे मरीज को अब रेफर नहीं करना पड़ेगा और विशेषज्ञ के माध्यम से गंभीर मरीज को भी उत्तम इलाज विदिशा जिला अस्पताल में ही मिल सकेगा."