विदिशा: जिले में बेतवांचल इंडिया निधि लिमिटेड कंपनी की 2 करोड़ 40 लाख रुपये से अधिक की संपत्ति सीज की गई है. लोगों ने कंपनी के खिलाफ पैसा वापस नहीं लौटाने की शिकायत की थी. पुलिन ने मामला दर्ज करने के बाद आरोपी कंपनी के खिलाफ कार्रवाई की है.
तीन लोग हुए गिरफ्तार
पुलिस ने बताया कि चिटफंड कंपनी के माध्यम से करोड़ों का गबन किया गया था. जमाकर्ताओं की पूंजी लेकर कंपनी के डायरेक्टर रातों-रात फरार हो गए थे. शिकायत मिलने के बाद मामले में एफआईआर दर्ज कर कार्रवाई शुरू की गई है. एसपी रोहित काशवानी ने बताया कि "नीलेश राजपूत, बृजेश राजपूत और गोरेलाल को पुलिस ने गिरफ्तार किया है."
दोगुना ब्याज समेत पैसा वापस करने का वादा
बेतवांचल इंडिया निधि लिमिटेड कम्पनी के मुख्य संचालक महेन्द्र सराठे, नीलेश राजपूत और बृजेश राजपूत तीनों ने साल 2020 में विदिशा समेत कई शहरों में कंपनी खोली थी. आरोप है कि इन लोगों ने व्हाटसएप ग्रुप, वेबसाइट और इश्तेहार के जरिए लोगों को तरह-तरह का लालच दिया था. बड़े-बड़े होटलों में पार्टी देकर लोगों को अमीर बनाने का ख्वाब दिखाया. कंपनी में पैसा जमा करने के लिए लोगों को लालच दिए थे कि जल्द आपका पैसा ब्याज के साथ दो गुना वापस कर दिया जाएगा. लोगों ने झांसा में आकर पैसा जमा किये लेकिन आरोपियों ने खुद के लिए देशभर में जमीन, मकान, गाड़ी और अपने परिजनों के नाम से भी संपत्ति खरीद लिया.
ये भी पढ़ें साइबर फ्रॉड केस में CBI की बड़ी कार्रवाई, 32 जगहों पर छापेमारी, 26 लोग गिरफ्तार UPI ठगी से सावधान ! भूलकर भी नहीं करें ये गलती, बैंक खाते हो जाते हैं खाली |
जब्त संपत्ति
अचल संपत्ति में तीन तीन जमीनों को जब्त किया गया है जिसकी कीमत लगभग 55 लाख रुपये के करीब है. वहीं, 1 करोड़ 80 लाख रुपये से ज्यादा की अचल संपत्ति जब्त कर ली गई है. जब्त की गई संपत्तियों में एक जेसीबी, एक हार्वेस्टर, महिंद्रा एक्सयूवी कार, स्कॉर्पियो कार समेत कई चीजें शामिल हैं.