विदिशा। विदिशा का प्रमुख और बड़ा नाला शहर के बीच से निकलता है. ये नाला शहर के बड़े भाग से होता हुआ बेतवा नदी में जाकर मिलता है. लेकिन विदिशा नगर पालिका ने इसे अपने हाल पर छोड़ दिया है. इस नाले पर लोगों ने अतिक्रमण कर अपने हिसाब से इसे या तो मोड़ दिया है या छोटा कर दिया है. रहवासियों का आरोप है कि इस नाले की वर्षों से सफाई नहीं हुई है. जिस कारण यहां बदबू और मच्छर फैल रहे हैं. नाला लगभग 8 से 10 फिट चौड़ा और खुला है, जिससे आए दिन लोग इसमें गिरकर घायल होते हैं. विधानसभा चुनाव के पहले इस नाले को बनाने का वायदा भी किया गया था. काम भी शुरू हुआ लेकिन ठेकेदार अधूरा काम छोड़कर भाग गया.
नाले में जानवर व बच्चे गिरकर हो रहे घायल
शहर की नंदवाना निवासी सुमित्रा बाई का कहना है "इसमें जानवर और बच्चे गिर जाते हैं. हम बदबू के कारण दुकान नहीं खोल पा रहे हैं. नाले के ऊपर रखी फरसियां टूट चुकी हैं. बदबू के कारण बैठना मुश्किल हो रहा है. मच्छर भी बहुत ज्यादा हो रहे हैं. नाला बनते-बनते रुक गया. हम सब्जी का धंधा करते हैं. यहां ग्राहक नहीं आ पा रहे हैं. हम धंधा ही नहीं कर पा रहे हैं. हमने पार्षद और नगर पालिका में बहुत शिकायत की लेकिन कोई सुनता ही नहीं है. बारिश के एक पानी में ही हमारी दुकान के अंदर पानी भर जाता है. पिछले वर्ष दुकान में 20हजार रुपए का नुकसान हुआ था."
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कलेक्टर- बोले नगरपालिका सीएमओ से करेंगे चर्चा
शहर के राजाराम यादव का कहना है "नल का काम आधा अधूरा छोड़ कर चले गए हैं. ठेकेदार से संपर्क किया. इंजीनियर से बात की तो वह बोले की पैसा नहीं है. नगर पालिका के पास पेमेंट नहीं हुआ." भूपेंद्र का कहना है "ढलकपुरा और नंदवाना के बीच में नाला है. ये सबसे बड़ा नाला है. प्रशासन इस पर ध्यान नहीं दे रहा." वहीं, कलेक्टर बुद्धेश्वर कुमार वैद्य का कहना है "नालों की साफ-सफाई को लेकर विस्तार से समीक्षा करके नगरपालिका के सीएमओ से चर्चा करेंगे. चर्चा करने के बाद हम कोशिश करेंगे कि नाले के जो ब्लॉकेज हैं उसे ठीक करवाएं."