विदिशा: मध्य प्रदेश में पिछले कुछ दिनों से लगातार बारिश का दौर जारी है. प्रदेश की बड़ी नदियों का जलस्तर बढ़ गया है. जिससे नदियों के आस-पास के इलाकों में भी पानी घुस गया. विदिशा में बेतवा नदी उफान पर है. नदी पर बने कई पुलों के उपर से पानी बह रहा है. पुराने छोटे पुल के पास वाले मुक्तिधाम के चारों तरफ पानी हो गया है. जिससे मुक्तिधाम में जाने का रास्ता भी बंद हो गया है. आस पास के कई मंदिर पूरी तरह डूब गए हैं तो कई मंदिरों की सिर्फ शिखा दिख रही है. बाढ़ जैसे हालात से निपटने के लिए प्रशासन ने पूरे इंतजाम किए हैं.
बेतवा नदी में बाढ़ जैसे हालात
पिछले तीन दिन से बेतवा नदी के ऊपरी क्षेत्र, भोपाल, रायसेन और विदिशा में बारिश हो रही है. लगातार बारिश से बेतवा नदी का जलस्तर बढ़ गया है. विदिशा में बाढ़ जैसे हालात बन गए हैं. बेतवा नदी के उपर बने पुलों के तीन फीट उपर से पानी बह रहा है. जिससे आवागमन प्रभावित हुआ है. चरण तीर्थ मंदिर जाने वाले रास्ते पर पांच फीट उपर से पानी बह रहा है. रास्ता पूरी तरह से बंद हो गया है. इसी के थोड़ी दूर पर स्थित मुक्तिधाम भी चारों तरफ से पानी से घिर गया है. मुक्तिधाम में जाने के लिए रास्ता नहीं है. इस वजह से आस-पास किसी की मौत होने पर अंतिम संस्कार में मुश्किलों का सामना करना पड़ रहा है.
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कई मंदिर डूबे, मुक्तिधाम भी पानी से घिरा
बारिश अभी भी जारी है, जिससे अभी नदी का जलस्तर और बढ़ने की आशंका जताई गई है. नदी के रौद्र रूप को देखने के लिए आस-पास के लोगों की पुल पर भारी भीड़ लग गई है. लोग पानी में न जाए इसके लिए प्रशासन ने एसडीआरएफ और होमगार्ड की टीम तैनात कर दी है. बेतवा का जलस्तर पहली बार इतना बढ़ा है. बढ़वाले, चरणतीर्थ, राम, बब्बू भईया नामक घाट के कई छोटे मंदिर जलमग्न हो चुके हैं. हालांकि विदिशा-बासौदा, विदिशा-सिरोंज और कुरवाई मार्ग यथावत चालू है. स्थानीय रहवासियों, मंदिर के पुजारी और होमगार्ड के सैनिकों का कहना है कि जलस्तर में लगातार बढ़ोतरी अभी भी जारी है.