जयपुर: राजस्थान विधानसभा में बुधवार को लोकायुक्त राजस्थान के वार्षिक प्रतिवेदन पर चर्चा की गई. कांग्रेस विधायक हरिमोहन शर्मा ने कहा कि लोकायुक्त को मजबूत करने की दिशा में प्रयास किए जाने चाहिए. पूर्व मंत्री डॉ. सुभाष गर्ग ने कोचिंग संस्थान को भी लोकायुक्त के दायरे में लाने की मांग की. उन्होंने लोकायुक्त को मजबूत बनाने के लिए सीबीआई-ईडी की तरह सीजर और सर्च के अधिकार दिए जाने का सुझाव दिया.
संसदीय कार्यमंत्री जोगाराम पटेल ने जवाब देते समय जल जीवन मिशन और पेपर लीक में आरपीएससी सदस्य की गिरफ्तारी का मुद्दा उठाकर कांग्रेस पर निशाना साधा. इस पर पक्ष-विपक्ष के सदस्यों में नोकझोंक हुई. इससे पहले कांग्रेस विधायक मुकेश भाकर ने कहा कि मजबूत लोकपाल के बहाने अन्ना हजारे के आंदोलन का इस्तेमाल कांग्रेस सरकार के खिलाफ किया गया. कांग्रेस सरकार में मंत्री रहे आरएलडी विधायक डॉ. सुभाष गर्ग ने कहा कि लोकायुक्त को सीबीआई और ईडी की तरह छापेमारी और सीज की कार्रवाई करने का अधिकार मिलना चाहिए. उन्होंने बेसमेंट में कोचिंग संस्थान चलने का मुद्दा उठाया और कहा कि यह भी एक तरह का भ्रष्टाचार है. कोचिंग संस्थानों को भी लोकायुक्त के दायरे में लाया जाना चाहिए. उन्होंने सरकार से अन्य राज्यों के मजबूत लोकायुक्त का अध्ययन करने का भी सुझाव दिया.
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भाजपा-अन्ना ने मनमोहन को किया बदनाम: शर्मा कांग्रेस विधायक हरिमोहन शर्मा ने कहा कि राजस्थान में लोकायुक्त को ज्यादा अधिकार दिए जाने चाहिए, ताकि भ्रष्टाचार को रोका जा सके. उन्होंने आरोप लगाया कि मजबूत लोकपाल की मांग को लेकर भाजपा ने अन्ना हजारे के साथ मिलकर नाटक किया था. मनमोहन सिंह जैसे ईमानदार प्रधानमंत्री बदनाम करने का अभियान चलाया गया. अब मजबूत लोकपाल की मांग का क्या हुआ. अब क्या भ्रष्टाचार पर अंकुश लग गया.
कौड़ियों के भाव संपत्ति देकर चंदा लेना भ्रष्टाचार: हरिमोहन शर्मा ने कहा कि बुधवार को सरकारी संपत्तियों और जमीनों को कौड़ियों के भाव उद्योगपतियों को दिया जा रहा है. इसके बदले में चुनाव लड़ने और पार्टी कार्यालय बनाने के लिए चंदा लिया जा रहा है. लोकतंत्र में इस भ्रष्टाचार की ओर ध्यान नहीं है. उन्होंने कहा कि इस तरह की व्यवस्था पर प्रभावी रूप से अंकुश लगना चाहिए.
मंत्री पटेल ने साधा कांग्रेस पर निशाना: सदन में जवाब देते हुए संसदीय कार्यमंत्री जोगाराम पटेल ने कहा कि हमारे शासन में मंत्री और विधायकों पर लोकायुक्त में कोई शिकायत नहीं है. उन्होंने विपक्ष की ओर मुखातिब होते हुए कहा कि जल जीवन मिशन में सबसे ज्यादा शिकायतें किसके समय आई. पाइप का घोटाला किसके समय हुआ. पेपर लीक में आरपीएससी का सदस्य किसके समय जेल गया. उन्होंने फोन टैपिंग पर भी कांग्रेस को घेरा. इसे लेकर नेता प्रतिपक्ष टीकाराम जूली और कांग्रेस विधायक राजेंद्र पारीक की मंत्री पटेल से नोंक-झोंक भी हुई.
हेराल्ड का नाम लिया तो पारीक ने जताई आपत्ति: मंत्री जोगाराम पटेल ने इशारों-इशारों में नेशनल हेराल्ड मामले को लेकर भी निशाना साधा. इस पर कांग्रेस विधायक राजेंद्र पारीक ने खड़े होकर कहा कि यह मामला लोकायुक्त में है क्या. इस पर मंत्री जोगाराम पटेल ने कहा कि यही बात मैं आपके मुंह से कहलवाना चाहता था. जब आप (विपक्ष के सदस्य) अपनी बात रखते हुए विषय से हटकर बातें कह रहे थे. वो क्या था, बाद में स्पीकर प्रो. वासुदेव देवनानी ने दखल देकर मामला शांत करवाया.