जोधपुर : जयनारायण व्यास विश्वविद्यालय (जेएनवीयू) के कुलपति प्रो के एल श्रीवास्तव ने गुरुवार को राज्यपाल को अपना इस्तीफा सौंप दिया. इसके पीछे पारिवारिक व स्वास्थ्य कारणों का हवाला दिया है. हालांकि उनके कार्यकाल के भी 77 दिन शेष थे, लेकिन उन्होंने फिर भी इस्तीफा भेज दिया. सरकारी गाड़ी भी गुरुवार को लौटा दी. एक निजी कार्यक्रम में वे अपनी कार ड्राइव कर पहुंचे, इसके बाद इस्तीफे की बात सामने आई. राजभवन ने भी त्यागपत्र की पुष्टि कर दी है. संभवत: राज्यपाल शुक्रवार को इसे स्वीकार कर कार्यवाहक कुलपति की नियुक्ति कर सकते हैं.
जानकारों का कहना है कि हाल ही में कुलपति ने राजभवन के निर्देश के विपरीत जाकर कुछ निर्णय किए थे. नियमानुसार कार्यकाल के अंतिम 90 दिन में वे कोई नीतिगत निर्णय नहीं ले सकते. इनमें 2012-13 की विवादित भर्ती के शिक्षकों को प्रमोशन देना प्रमुख है. जानकारों का कहना है कि कार्यकाल की जांच के लिए कमेटी बन सकती है.
गत फरवरी में इस्तीफा लिखा और वापस ले लिया : प्रो. के एल श्रीवास्तव ने इस वर्ष फरवरी में भी उनके खिलाफ हुए प्रदर्शन के बाद अपना इस्तीफा लिखकर खुद इसकी घोषणा भी की थी, लेकिन दो दिन तक इस्तीफा राज भवन नहीं भेज कर अपने पास ही रख लिया था. प्रो श्रीवास्तव की नियुक्ति कांग्रेस सरकार के समय हुई थी. प्रदेश में सरकार बदलने के साथ ही उनके कामों को लेकर विरोध और विवाद होने लगे थे. माना जा रहा था कि फिर भी वे अपना कार्यकाल पूरा करेंगे, लेकिन उन्होंने 77 दिन पहले ही इस्तीफा दे दिया.