रुद्रप्रयाग: विश्व हिंदू परिषद और बजरंग दल के कार्यकर्ताओं ने अगस्त्यमुनि बाजार में मीट और सैलून की दुकानें बंद रखने की मांग को लेकर जबरदस्त हंगामा किया. हंगामा होने के बाद व्यापारी घबरा गए और अपनी जान का खतरा बताते हुए सुरक्षा की गुहार लगाई है.
जिलाध्यक्ष भरत सिंह रावत के नेतृत्व में विहिप के कार्यकर्ताओं ने जमकर हंगामा किया. इतना ही नहीं कई दुकानदारों को बंदी भी बनाया. इस दौरान उनका कहना था कि सनातन धर्म में मंगलवार का दिन पवित्र माना जाता है. इस दिन मीट की बिक्री और हेयर कटिंग पर पूरी तरह से रोक लगनी चाहिए. व्यापार संघ ने विहिप की इस मांग का विरोध किया.
![Bajrang Dal Workers Create Ruckus](https://etvbharatimages.akamaized.net/etvbharat/prod-images/06-02-2024/20684290_vhp.jpg)
व्यापार संघ अध्यक्ष नवीन बिष्ट ने कहा कि किसी भी हालत में व्यापारी का उत्पीड़न बर्दाश्त नहीं किया जाएगा. एक महीने में 5 दिन दुकान बंद करने की मांग नाजायज है. वहीं, पीड़ित व्यापारी शहजाद ने आरोप लगाया कि दुकान बंद करने को लेकर पहले धमकी दी गई फिर हाथापाई भी की गई. ये भी आरोप है कि जाते-जाते हथियार दिखाकर धमकाया गया.
इस घटना से उन्हें अब अपनी सुरक्षा की चिंता होने लगी है. वहीं, व्यापार संघ के प्रदेश संगठन मंत्री मोहन रौतेला, जिलाध्यक्ष अंकुर खन्ना और प्रदेश मंत्री मोहम्मद उस्मान ने इस घटना को दुर्भाग्यपूर्ण बताया. उन्होंने कहा कि खुले तौर पर धमकी देना सरासर गलत है.
क्या बोले विहिप के जिलाध्यक्ष? विश्व हिंदू परिषद के जिलाध्यक्ष भरत सिंह रावत ने कहा कि वो सनातन संस्कृति के संरक्षण के लिए यह मुहिम चला रहे हैं. मंगलवार को दुकान बंद करने के लिए पहले भी कहा गया था. दोबारा व्यापारियों के पास बातचीत के लिए गए, लेकिन बेवजह मामले को तूल दिया गया. मारपीट और धमकाने की बात निराधार है.
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