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वीरा की दहशत: कूनो से भागी मादा चीता वीरा ने ग्रामीणों का जीना किया दुश्वार, फिर किया बकरे का शिकार - veera cheetah hunted goat - VEERA CHEETAH HUNTED GOAT

कूनो नेशनल अभ्यारण्य से भागी मादा चीता वीरा ने 11 अप्रैल को फिर से शिकार किया है. वीरा इस दौरान लगातार अपना लोकेशन बदल रही है. भयभीत किसान अपनी फसलों की कटाई नहीं कर पा रहे हैं. वीरा इस समय प्रेगनेंट है. वन विभाग की टीम लगातार उसको ट्रैक कर रही है.

FEMALE CHEETAH VEERA HUNTED GOAT
वीरा ने फिर किया बकरे का शिकार
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By ETV Bharat Madhya Pradesh Team

Published : Apr 15, 2024, 6:13 PM IST

मुरैना। कूनो अभ्यारण्य से भागी मादा चीता वीरा ने 11 अप्रैल की शाम को फिर से एक बकरे का शिकार टिकटौली के जंगलों में किया है. रास्ते से गुजर रहे ग्रामीण रिंकू कुशवाह ने मोबाइल से चीता का वीडियो बनाया. बताया जा रहा है कि वीरा चीता ने आसन नदी के जंगल में एक नीलगाय का भी शिकार किया था, और इससे पहले वीरा ने एक बकरा-बकरी का भी शिकार किया था. हालांकि, चीते को पकड़ने के लिए कूनो वन मंडल की ट्रैकिंग टीम के साथ मुरैना वन मंडल की टीम भी लगी हुई है. फिर भी चीता उनके हाथ नहीं आ रहा है. चीते की सक्रियता से ग्रामीण भयभीत हैं. चीते के डर से न तो किसान अपनी फसल काटने खेतों पर जा रहे और न ही चरवाहे अपने मवेशी चराने के लिए जंगल की तरफ जा रहे हैं. उधर, डीएफओ ने चीते की सुरक्षा के लिए ग्रामीणों से अपील की है.

बकरियों के झुंड पर किया था हमला

कूनो अभ्यारण्य की शान वीरा चीता दो सप्ताह पहले कूनो अभ्यारण्य की सीमा लांघकर मुरैना वन मंडल क्षेत्र में घुस आई थी. अधिकारियों का कहना है कि, कूनो अभ्यारण्य से निकलने के बाद वह पहाड़गढ़ और जौरा क्षेत्र में घुसते ही नरहेला गांव के पास आसन नदी के जंगल में बकरियों के झुंड पर हमला कर एक बकरी को अपना शिकार बना लिया था. यह देख चरवाहा उसके डर से भाग खड़ा हुआ था. इसके बाद उसने अंगूरी बाई नामक एक महिला के बकरे को अपना शिकार बनाया था. हालांकि वन विभाग की ट्रैकिंग टीम लगातार उसका पीछा कर पकड़ने का प्रयास कर रही है, लेकिन चीता उनके हाथ नहीं आ रहा है.

लगभग हर चार दिन में कर रही है शिकार

बताया जा रहा हैं की वीरा चीता को टिकटौली और पगारा का जंगल रास आ गया है. बीते 4 ​दिनों से वीरा यहीं है. 11 अप्रैल को वीरा ने ग्रामीण चरवाहे बदन सिंह कुशवाहा की बकरी पर हमला कर दबोच लिया था. चरवाहे भाग आए लेकिन वीरा लगभग 5 घंटे तक बकरे को लेकर झाड़ियों के पास बैठी रही. उसी दौरान बाइक से अपने गांव लज्जा राम का पुरा जा रहा ग्रामीण रिंकू कुशवाह ने चलती बाइक से चीता का विडियो लेने का प्रयास किया, जिसमें वीरा बकरे को दबाकर बैठी हुई दिख रही है. वीरा की लोकेशन कऊआ खो, लज्जाराम का पुरा, बारा (बलालपुर), परसोटा में देखी गई है. इससे पहले वीरा ने 7 अप्रैल को नीलगाय और 3 अप्रैल को एक बकरा-बकरी का शिकार किया था. इस लिहाज से वीरा लगभग हर चार दिन में शिकार कर रही है. ऐसे में वीरा जल्दी ही किसी न किसी जंगली जानवर को अपना शिकार बना सकती है.

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वीरा इस समय गर्भवती हैं

मादा चीता लगातार जंगली जानवरों का शिकार कर रही है. चीते के डर से ग्रामीण न तो खेतों में खड़ी गेंहू की फसल काटने जा रहे हैं और न ही चरवाहे मवेशी चराने के लिए जंगल की ओर जा रहे है. डीएफओ स्वरूप दीक्षित का कहना है कि "उनकी अपील है कि, कोई भी चीते को नुकसान न पहुंचाए. किसान अपने खेतों की बागड़ ओर खुले कुओं को बंद कर दें. चीता एक दम से किसी पर हमला नहीं करता है. उससे भयभीत न हों. वन विभाग और कूनो की ट्रैकिंग टीम लगातार वीरा का पीछा कर उसकी लोकेशन को ट्रेस कर रही है. वीरा इस समय गर्भवती हैं, इसलिए उसको सुरक्षित रखना बहुत जरूरी है.

मुरैना। कूनो अभ्यारण्य से भागी मादा चीता वीरा ने 11 अप्रैल की शाम को फिर से एक बकरे का शिकार टिकटौली के जंगलों में किया है. रास्ते से गुजर रहे ग्रामीण रिंकू कुशवाह ने मोबाइल से चीता का वीडियो बनाया. बताया जा रहा है कि वीरा चीता ने आसन नदी के जंगल में एक नीलगाय का भी शिकार किया था, और इससे पहले वीरा ने एक बकरा-बकरी का भी शिकार किया था. हालांकि, चीते को पकड़ने के लिए कूनो वन मंडल की ट्रैकिंग टीम के साथ मुरैना वन मंडल की टीम भी लगी हुई है. फिर भी चीता उनके हाथ नहीं आ रहा है. चीते की सक्रियता से ग्रामीण भयभीत हैं. चीते के डर से न तो किसान अपनी फसल काटने खेतों पर जा रहे और न ही चरवाहे अपने मवेशी चराने के लिए जंगल की तरफ जा रहे हैं. उधर, डीएफओ ने चीते की सुरक्षा के लिए ग्रामीणों से अपील की है.

बकरियों के झुंड पर किया था हमला

कूनो अभ्यारण्य की शान वीरा चीता दो सप्ताह पहले कूनो अभ्यारण्य की सीमा लांघकर मुरैना वन मंडल क्षेत्र में घुस आई थी. अधिकारियों का कहना है कि, कूनो अभ्यारण्य से निकलने के बाद वह पहाड़गढ़ और जौरा क्षेत्र में घुसते ही नरहेला गांव के पास आसन नदी के जंगल में बकरियों के झुंड पर हमला कर एक बकरी को अपना शिकार बना लिया था. यह देख चरवाहा उसके डर से भाग खड़ा हुआ था. इसके बाद उसने अंगूरी बाई नामक एक महिला के बकरे को अपना शिकार बनाया था. हालांकि वन विभाग की ट्रैकिंग टीम लगातार उसका पीछा कर पकड़ने का प्रयास कर रही है, लेकिन चीता उनके हाथ नहीं आ रहा है.

लगभग हर चार दिन में कर रही है शिकार

बताया जा रहा हैं की वीरा चीता को टिकटौली और पगारा का जंगल रास आ गया है. बीते 4 ​दिनों से वीरा यहीं है. 11 अप्रैल को वीरा ने ग्रामीण चरवाहे बदन सिंह कुशवाहा की बकरी पर हमला कर दबोच लिया था. चरवाहे भाग आए लेकिन वीरा लगभग 5 घंटे तक बकरे को लेकर झाड़ियों के पास बैठी रही. उसी दौरान बाइक से अपने गांव लज्जा राम का पुरा जा रहा ग्रामीण रिंकू कुशवाह ने चलती बाइक से चीता का विडियो लेने का प्रयास किया, जिसमें वीरा बकरे को दबाकर बैठी हुई दिख रही है. वीरा की लोकेशन कऊआ खो, लज्जाराम का पुरा, बारा (बलालपुर), परसोटा में देखी गई है. इससे पहले वीरा ने 7 अप्रैल को नीलगाय और 3 अप्रैल को एक बकरा-बकरी का शिकार किया था. इस लिहाज से वीरा लगभग हर चार दिन में शिकार कर रही है. ऐसे में वीरा जल्दी ही किसी न किसी जंगली जानवर को अपना शिकार बना सकती है.

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वीरा इस समय गर्भवती हैं

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