रांची: लोकसभा चुनाव की घोषणा होने के साथ ही निर्वाचन आयोग के साथ साथ शासन-प्रशासन मतदान के लिए लोगों को जागरूक करने में जुट गए हैं. इलेक्शन कमीशन के साथ-साथ जिला प्रशासन और नगर निगम भी अपने क्षेत्र में मतदान प्रतिशत को बढ़ाने के लिए विभिन्न अभियान चला रहे हैं. शहरी इलाकों में मतदान प्रतिशत को बढ़ाने के लिए रांची नगर निगम की तरफ से विभिन्न कार्यक्रमों का आयोजन किया जा रहा है.
शहरी क्षेत्र में मतदान प्रतिशत बढ़ाने को लेकर नगर निगम में अपने सभी अधिकारियों और कर्मचारियों को यह निर्देश दिया है कि इस वर्ष राजधानी के शहरी क्षेत्र में 80 प्रतिशत से ज्यादा मतदान कराया जाए. इसको लेकर रांची नगर निगम के प्रशासक अमित कुमार बताते हैं कि नगर निगम ने पिछले दिनों मल्टी स्टोरेज बिल्डिंग और रेजिडेंशियल वेलफेयर एसोसिएशन से सीधा संवाद किया है.
नगर प्रशासक अमित कुमार कहते हैं कि ऐसा अक्सर देखा जाता है कि जो लोग बड़े-बड़े भवनों और अपार्टमेंटों में रहते हैं. वे मतदान के दिन अपने परिवार के साथ छुट्टी मनाना ज्यादा मुनासिब समझते हैं. उनकी इसी सोच में परिवर्तन लाने की आवश्यकता है. जिसको लेकर नगर निगम के अधिकारी रेजिडेंशियल वेलफेयर एसोसिएशन और अन्य संगठनों से लगातार संवाद कर रहे हैं.
वहीं नगर प्रशासक अमित कुमार ने कहा कि सभी बीएलओ, वार्ड सुपरवाइजर और सफाई मित्रों को यह निर्देश दिया गया है कि कमेटी बनाकर सभी क्षेत्र में जाएं और लोगों को मतदान के प्रति जागरूक करें. लोगों को यह बताएं कि 25 मई को रांची लोकसभा क्षेत्र में होने वाले चुनाव में ज्यादा से ज्यादा लोग मतदान केंद्र पहुंचकर वोटिंग प्रतिशत को बढ़ाने का काम करें.
रांची नगर निगम के प्रशासक अमित कुमार ने कहा कि रांची लोकसभा का शहरी क्षेत्र निगम के अधिकार में आता है. इसीलिए शहर के बीचों-बीच बने वेंडर मार्केट और शहर में चलने वाली सिटी बसें और कचरा उठाने वाली गाड़ियों में जिंगल्स और चुनाव से संबंधित गाने भी निरंतर बजाए जाएंगे. जिससे लोगों को मतदान का दिन याद रहे और निगम क्षेत्र में रहने वाले लोग सही समय पर जाकर अपने नजदीकी बूथ पर वोटिंग कर सकें.
वहीं रांची नगर निगम और जिला प्रशासन की तरफ से निगम कार्यालय में काम करने वाले सभी वार्ड सुपरवाइजर, सफाई मित्र और बीएलओ की मंगलवार को एक दिवसीय ट्रेनिंग भी कराई गयी. जिसमें यह बताया गया कि लोगों के बीच जाकर उन्हें मतदान के लिए कैसे प्रेरित करना है. शहरी क्षेत्र की साक्षरता दर ज्यादा होने के बावजूद शहरी क्षेत्रों की मतदान का प्रतिशत काफी कम है. इसकी तुलना में ग्रामीण क्षेत्र की साक्षरता दर रहने के बाद भी मतदान करने के मामले में ग्रामीण क्षेत्र के लोग हमेशा ही शहरी क्षेत्र के लोगों से आगे रहे हैं.
क्या कहते हैं पिछले चुनाव के आंकड़े
रांची लोकसभा सीट की बात करें तो इस लोकसभा क्षेत्र में तीन ऐसे विधानसभा क्षेत्र हैं, जो शहरी क्षेत्र में आते हैं. जिनमें कांके, रांची और हटिया विधानसभा शामिल है. वहीं ईचागढ़, मांडर और खिजरी विधानसभा ग्रामीण क्षेत्र में आते हैं. 2019 में हुए लोकसभा चुनाव के आंकड़े को देखें तो शहरी क्षेत्र में आने वाले विधानसभा क्षेत्र में मात्र 55 से 57 प्रतिशत मतदान हुए थे, जो उम्मीद से काफी कम रहे.
2019 लोकसभा चुनाव के मतदान प्रतिशत के आंकड़े को देखें तो धनबाद, जमशेदपुर, बोकारो और रांची जैसे प्रमुख शहरों में सिर्फ 50 से 55 प्रतिशत मतदान हुआ. रांची लोकसभा के हटिया विधानसभा में 2019 के लोकसभा चुनाव में मात्र 59 प्रतिशत मतदान हुआ. वही रांची विधानसभा क्षेत्र में 54 प्रतिशत मतदान हुआ, जो राष्ट्रीय औसत मतदान प्रतिशत से भी काफी कम रहा.