नई दिल्ली: एससी/एसटी के आरक्षण में ‘क्रीमी लेयर’ पर सुप्रीम कोर्ट के फैसले को लेकर बुधवार को बुलाए गए 'भारत बंद' का असर देशभर में मिलाजुला रहा. जंतर मंतर पर हुए प्रदर्शन में आजाद समाज पार्टी के सांसद चंद्रशेखर रावण शामिल हुए. दिल्ली में तमाम दलित संगठनों से जुड़े लोगों ने जंतर मंतर पर प्रदर्शन किया. इस दौरान चंद्रशेखर रावण ने कहा कि मौजूदा सरकार आरक्षण को खत्म करना चाहती है. केंद्र सरकार एससी/ एसटी के खिलाफ है. उन्होंने कहा कि सरकार अगर आरक्षण खत्म करती है तो हम लोग भी चुप नहीं बैठेंगे. सड़क से लेकर संसद तक प्रदर्शन करेंगे.
दलित और आदिवासी संगठनों ने हाशिए पर पड़े समुदायों के लिए मजबूत प्रतिनिधित्व और सुरक्षा की मांग को लेकर 'भारत बंद' का आह्वान किया है. इस बंद को लेकर दलित और आदिवासी संगठनों के राष्ट्रीय परिसंघ (एनएसीडीएओआर) ने मांगों की एक लिस्ट भी जारी की है, जिसमें अनुसूचित जाति (एससी), अनुसूचित जनजाति (एसटी) और अन्य पिछड़ा वर्ग (ओबीसी) के लिए न्याय और समानता शामिल हैं.
एनएसीडीएओआर ने हाल में सुप्रीम कोर्ट के सात न्यायाधीशों की पीठ द्वारा दिए गए फैसले के खिलाफ इस बंद को बुलाया है, जो उनके अनुसार ऐतिहासिक इंदिरा साहनी मामले में नौ न्यायाधीशों की पीठ द्वारा दिए गए पहले के फैसले को कमजोर करता है, जिसने भारत में आरक्षण के लिए रूपरेखा स्थापित की थी. एनएसीडीएओआर ने सरकार से इस फैसले को खारिज करने का आग्रह किया है. उनका तर्क है कि इससे अनुसूचित जातियों और जनजातियों के संवैधानिक अधिकारों को खतरा पैदा होगा.
ये भी पढ़ें: गाजियाबाद के जिला मुख्यालय के बाहर बसपा और अन्य संगठनों ने किया प्रदर्शन
ये भी पढ़ें: भारत बंद के मद्देनजर नोएडा में चप्पे-चप्पे पर भारी पुलिस बल तैनात, ड्रोन से निगरानी