बिलासपुर : भारतीय रेल बहुत जल्द वंदे भारत स्लीपर ट्रेनों का संचालन शुरू करने वाला है. वंदे भारत ट्रेन की तरह वंदे भारत स्लीपर ट्रेनों का निर्माण भी स्वदेशी तकनीक से किया जा रहा है. वंदे भारत स्लीपर ट्रेन में पैसेंजर सेफ्टी के साथ-साथ लोको पायलट और अटेंडेट्स की सुविधाओं का भी पूरा ध्यान रखा गया है. इस ट्रेन में लोको कैब को बेहतर बनाया गया है. साथ ही यह ट्रेन टक्कर रोधी कवच प्रणाली से भी लैस है.
छत्तीसगढ़ में वंदे भारत स्लीपर ट्रेन : छत्तीसगढ़ की रेल रूट कई राज्यों से जुड़ी हुई है, जो महाराष्ट्र, ओडिशा, आंध्र, तेलंगाना, एमपी, यूपी और झारखंड से लगती है. रोजाना हजारों यात्री इस रेल रूट पर सफर करते हैं. प्रदेश के दुर्ग शहर से विशाखापट्टनम के बीच वंदे भारत एक्सप्रेस ट्रेन प्रस्तावित है. इसे शुरू करने की कवायद में अधिकारी जुटे हुए हैं. मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय ने रेल मंत्री को पत्र लिखकर वंदे भारत एक्सप्रेस ट्रेन को जल्द चालू करने की मांग की थी. लेकिन रेल मंत्रालय से फिलहाल कोई जवाब नहीं आया है.
वंदे भारत ट्रेन का रूट एक्सटेंड करने की मांग : रायपुर, बिलासपुर, दुर्ग, अंबिकापुर, रायगढ़ और कोरबा जैसे शहर मेट्रो शहर के तौर पर विकसित होने की राह में हैं. ऐसे में यदि इनके रूट में भी वंदे भारत ट्रेन चलाई जाती है तो यह प्रदेश वासियों के लिए बेहतर होगा. छत्तीसगढ़ में फिलहाल केवल एक वंदे भारत ट्रेन बिलासपुर से नागपुर के बीच संचालित है.
वंदे भारत स्लीपर ट्रेन में हैं अत्याधुनिक सुविधाएं : वंदे भारत स्लीपर ट्रेन का डिजाइन और इंटीरियर काफी आकर्षक है. इसमें विश्वस्तरीय यात्री सुविधाएं उपलब्ध कराई गई हैं. इस ट्रेन में USB चार्जिंग प्वाइंट, एकीकृत रीडिंग लाइट, सार्वजनिक घोषणा प्रणाली, विजुअल इन्फॉर्मेशन प्रणाली, इनसाइड डिस्प्ले पैनल, सिक्योरिटी कैमरे और मॉड्यूलर पैंट्री की सुविधा है. इसके साथ ही दिव्यांग यात्रियों के लिए विशेष बर्थ और शौचालय उपलब्ध कराए गए हैं. इसके अलावा फर्स्ट एसी डिब्बे में यात्रियों के लिए गर्म पानी के शॉवर की सुविधा भी उपलब्ध कराई गई है.
जल्द शुरू होने वाला है ट्रायल : वंदे भारत स्लीपर ट्रेन का ट्रायल जल्द शुरू होने वाला है. इसके बाद इस ट्रेन को देश के विभिन्न रेल मार्गों पर संचालित किया जाएगा. वंदे भारत स्लीपर ट्रेनों को लंबे रेल रूट्स पर संचालित किया जाएगा. इस ट्रेन से भारत में लंबी दूरी की रेल यात्रा में क्रांतिकारी बदलाव आने की उम्मीद है. वंदे भारत स्लीपर ट्रेन आराम, सुरक्षा और दक्षता के मामले में नए मानक स्थापित करेगी. रेल मंत्री श्री अश्विनी वैष्णव ने पिछले दिनों बेंगलूरु में उत्पादन इकाई का दौरा किया. इस दौरान उन्होंने वंदे भारत स्लीपर ट्रेन सेट के उत्पादन का निरीक्षण किया. इस दौरान केंद्रीय रेल राज्य मंत्री वी. सोमन्ना भी उनके साथ मौजूद रहे. रेल मंत्री ने वंदे भारत स्लीपर ट्रेन के उत्पादन में काम करने वाले कर्मचारियों से बातचीत की और उनका उत्साहवर्धन किया.
वंदे भारत स्लीपर ट्रेन की यात्री क्षमता : स्वदेशी तकनीक से बनाई गई वंदे भारत स्लीपर ट्रेन में कुल 16 कोच होंगे. जिसमें एक समय पर 823 यात्री सफर कर सकेंगे. वंदे भारत स्लीपर ट्रेन के सभी कोच में एसी सुविधा रहेगी. इनमें एसी 3 टियर बर्थ की 11 कोच रहेगी. इसमें कुल 611 यात्री सफर कर सकेंगे. एसी 2 टियर बर्थ के लिए 4 कोच होंगे, जिनमें 188 यात्री बैच सकेंगे. जबकि फर्स्ट क्लास एसी बर्थ की केवल एक ही कोट होगी, जिसमें 24 पैसेंजर यात्रा कर सकेंगे.
वंदे भारत स्लीपर ट्रेन की टिकट : वंदे भारत स्लीपर ट्रेन की टिकट को लेकर अभी कोई जानकारी सामने नहीं आई है. लेकिन उम्मीद है कि वंदे भारत ट्रेन के मुकाबले वंदे भारत स्लीपर ट्रेन की 3 एसी और 2 एसी की टिकटें सस्ती होंगे. लेकिन प्रथम श्रेणी की टिकट सस्ती होने की संभावना नहीं है. क्योंकि बाथरूम और गर्म पानी का शावर और कई अन्य आधुनिक सुविधाओं प्रथम श्रेणी में मिलेंगी.
वंदे भारत स्लीपर ट्रेन की मुख्य विशेषताएं :
- ऑस्टेनिटिक स्टेनलेस स्टील ट्रे सेट.
- यात्रियों की सुरक्षा के लिए ट्रेन सेट में दुर्घटना-रोधी प्रणाली.
- GFRP पैनलों के साथ श्रेणी में सर्वश्रेष्ठ इंटीरियर.
- एरोडायनामिक बाहरी लुक.
- मॉड्यूलर पेंट्री.
- EN 45545-3 के अनुसार फायर सेफ्टी सुविधा.
- दिव्यांगों के लिए विशेष बर्थ और शौचालय.
- स्वचालित बाहरी यात्री दरवाजे.
- सेंसर आधारित इंटर कम्युनिकेशन डोर.
- अंतिम दीवार पर दूर से संचालित अग्नि अवरोधक दरवाजे.
- एर्गोनॉमिक रूप से डिजाइन की गई गंध रहित शौचालय प्रणाली.
- लोको पायलट के लिए शौचालय.
- प्रथम एसी कार में गर्म पानी से स्नान की सुविधा.
- USB चार्जिंग प्वाइंट के साथ एकीकृत रीडिंग लाइट.
- सार्वजनिक घोषणा और दृश्य सूचना प्रणाली.
- सामान रखने के लिए बड़ा लगेज रूम.